न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: अर्जुन रिछारिया Updated Mon, 05 Jun 2023 05: 51 PM IST
इंदौर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज बिचौली हप्सी स्थित सिटी फारेस्ट में सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। वृक्षारोपण का यह कार्यक्रम कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी तथा पूर्व सांसद और पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर सहायक वनसंरक्षक, सामाजिक वानिकी धीरेन्द्र प्रताप सिंह, 6 पीएम समूह के सीएमडी संजय लुणावत, दत्त माउली संस्थान के उदय मजूमदार तथा इंडिया सीकिंग जस्टिस फोरम सीईओ राजेन्द्र शर्मा ‘राजू’ भी विशेष रूप से मौजूद थे। कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, मोघे सहित अन्य अतिथियों ने वृक्षारोपण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि क्लाइमेट चेंज से अनेक चुनौतियां हमारे सामने आ रही है। आज के समय में पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखना बेहद जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग के रोकथाम के प्रावधानों का भी पालन करना होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोघे ने कहा कि पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। इसके अनेक दुष्परिणाम और संकट हमारे सामने आ रहे हैं। आज जरूरत है कि हम सब मिलकर पर्यावरण सुधार और पर्यावरण को संतुलित करने के लिए समन्वित प्रयास करें। कार्यक्रम में मंगलाचरण कर प्रकृति का वंदन किया गया। कार्यक्रम में आए अतिथियों ने वृहद वृक्षारोपण किया। सहायक वनसंरक्षक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर चलाए जा रहे मिशन लाईफ अभियान के संबंध में शपथ दिलाई।
संकल्प लेना होगा कि स्वच्छता में हम पुन: अव्वल आएं
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी आज इंदौर जिले के सनावदिया ग्राम स्थित जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट पहुंचे। यहां उन्होंने सात दिवसीय पर्यावरण सप्ताह के समापन कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में कार्य कर रही इस संस्था की गतिविधियों को देखा। उन्होंने इस संस्थान की निदेशिका जनक पलटा मगिलिगन से चर्चा कर पर्यावरण सुधार एवं सामाजिक क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर सहायता संस्था के डॉ. अनिल भंडारी भी मौजूद थे। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने अपने भ्रमण के दौरान कहा कि इस संस्थान से समाज सेवा तथा पर्यावरण सुधार के उत्कृष्ठ कार्यों को करने की प्रेरणा मिलती है। साथ ही इस दिशा में कुछ सीखने को भी मिलता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सुधार आज के समय की बड़ी जरूरत है। इंदौर स्वच्छता के क्षेत्र में मॉडल है। स्वच्छता के कार्यों को निरंतर जारी रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सभी को संकल्प लेना होगा कि स्वच्छता में हम पुन: अव्वल आएं। सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोका जाए। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के रिसाईकल पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। कार्यक्रम में पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित करने का संकल्प दिलाया गया। इस वर्ष की थीम प्लास्टिक मुक्त पर्यावरण रखी गई है।
हमें गाय पालने में शर्म और कुत्ते पालने में गर्व होता है
श्री जैन दिवाकर महाविद्यालय में पर्यावरण दिवस एवं संत कबीर की जयंती पर वर्तमान में उनके विचारों की प्रासंगिकता एवं विश्व पर्यावरण विषय पर विचार विमर्श का वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर एवं प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय कवि डा राजीव शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा वर्तमान, आडंबर एवं चालाकी से भरा हुआ है। हमें गाय पालने में शर्म और कुत्ते पालने में गर्व होता है। अतिथि देवो भव की परंपरा खत्म सी हो गई है। हम स्वयं अपनी छोटी सोच और संस्कारों के पतन हेतु उत्तरदायी हैं। आपने कबीर के अनेक प्रसिद्ध दोहे एवं छोटी-छोटी कहानियां सुना कर जीवन के लक्ष्य, शब्दों की शक्ति, संस्कार, प्रेम, सद्भाव आदि को सहजता से बताकर, आत्मसात कराया। उन्होंने कहा कि कबीर की शिक्षा शाब्दिक बनकर ना रह जाए, इसलिए नौजवानों को उनके दर्शन, विचार, शिक्षा के जल से सिंचित करने की वर्तमान में अधिक आवश्यकता है तभी सही अर्थों में समाज निर्माण संभव है। वर्तमान की समस्याओं, गिरती मानवता, नैतिक पतन से निजात मिल सकती है। कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत रूप से सरस्वती पूजन एवं संत कबीर के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। प्राचार्य डा अपूर्व त्रिवेदी ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्राचीन संतो से परिचय कराकर पर्यावरण सुरक्षा के साथ युवा पीढ़ी का व्यक्तित्व विकास करना भी है। इस अवसर पर बीए की छात्रा वैशाली लोधी ने कबीरदास के जीवन दर्शन, पर्यावरण के प्रति दृष्टि, उनकी शिक्षाएं आदि के बारे में सारगर्भित विचार रखे, छात्रा की वक्तृत्व शैली सुनकर सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए तथा अतिथि द्वारा छात्रा की प्रशंसा की गई। चेयरमैन डा नरेंद्र कुमार धाकड़ द्वारा अतिथि का सम्मान पौधा प्रदान कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ सीमा श्रोत्रिय ने किया एवं आभार प्रदर्शन प्रशासनिक अधिकारी मयंक माथुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण संरक्षण हेतु राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई।
आयुर्वेद औषधि पौधारोपण का कार्यक्रम हुआ
स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय में द्रव्यगुण विभाग के तत्वावधान में आयुर्वेद औषधि पौधारोपण का कार्यक्रम हुआ। इस अवसर उनके महत्व और विभिन्न रोगों में उनकी उपयोगिता पर सबको जानकारी दी गई। इस अवसर पर विभाग प्रमुख डॉ हरिओम परिहार, प्रमुख, चिकित्सालय अधीक्षक डॉ दास अधिकारी, डा विमलकुमार अरोरा, शल्य विशेषज्ञ डॉ अखलेश भार्गव, डॉ दिनेश गौर, शीरीष श्रीवास्तव, नीतिन उरमलिया, चिकित्सा अधिकारी डॉ सम्यक जैन, डॉ अभिलाषा, डॉ अदिति बारस्कर ने भी पौधरोपण किया।
Comments