ujjain-news:-350-जवानों-का-विशेष-पुलिस-बैंड-देगा-बाबा-महाकाल-की-सवारी-मे-प्रस्तुति,-जानिए-इस-बैंड-की-खासियत
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: उज्जैन ब्यूरो Updated Sun, 28 Jul 2024 03: 55 PM IST 350 जवानों का विशेष पुलिस बैंड देगा बाबा महाकाल की सवारी मे प्रस्तुति श्रावण मास के दूसरे सोमवार 29 जुलाई को उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी को पुलिस ब्रास बैंड के 350 नव प्रशिक्षित जवान और अधिक भव्यता प्रदान करेंगे। बैंड द्वारा प्रस्तुत मधुर धुनों से सवारी में उत्साह, उमंग और आकर्षण कई गुना बढ़ जाएगा। मध्यप्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस के जवानों को 6 माह का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस बैंड द्वारा क्षिप्रा तट पर पूजन के समय दत्त अखाड़ा घाट पर भी विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। Trending Videos मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस बैंड की महत्ता पर बल देते हुए हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना और इसके लिए इच्छुक पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें बैंड में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश पर प्रदेश की पुलिस इकाइयों में पुलिस जवानों को बैंड वादन सहित वाद्ययंत्रों का प्रशिक्षण दिया गया। मप्र पुलिस बैंड का है यह गौरवशाली इतिहास मध्यप्रदेश पुलिस के गौरवशाली इतिहास का एक महत्वपूर्ण पहलू मध्यप्रदेश पुलिस बैंड रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस बैंड की स्थापना वर्ष 1988 में 7वीं वाहिनी, विशेष सशस्त्र बल, भोपाल में की गई थी। इसके बाद प्रथम वाहिनी इंदौर, दूसरी वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (विसबल) ग्वालियर, 6वीं वाहिनी विसबल जबलपुर और जेएनपीए सागर में पुलिस बैंड की शाखाओं को खोला गया था। वर्तमान में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर एवं उज्जैन की विसबल इकाइयों में ब्रास बैंड तथा रीवा इकाई में पाइप बैण्ड स्थापित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर 6 माह के प्रशिक्षण के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस बैंड की स्थापना की गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सभी जिलों में स्थापित पुलिस बैंड में विधिवत रूप से भर्तियां किए जाने की भी घोषणा की है। 340 कर्मचारियों को बैंड के लिए दिया प्रशिक्षण प्रत्येक जिले में पुलिस बैंड की स्थापना के लिए प्रथम वाहिनी विसबल, इंदौर, छठी वाहिनी विसबल जबलपुर एवं सातवीं वाहिनी विसबल भोपाल के 321 जवानों को प्रशिक्षण दिया गया तथा 19 कर्मचारियों को एसटीसी बैंगलुरू भेजा गया था। इस प्रकार कुल 340 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। पुलिस बैंड दे चुका है मनमोहक प्रस्तुति मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुख्य आतिथ्य में 18 जुलाई 2024 को भोपाल के मोतीलाल नेहरू पुलिस स्टेडियम में पुलिस के बैंड अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा 'स्वर-मेघ' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में ब्रास बैण्ड कॉन्सर्ट और पुलिस बैंड डिस्प्ले की प्रस्तुति दी गई। पुलिस ब्रास बैंड के सदस्यों ने कार्यक्रम में फैन फेयर, क्विक मार्च, स्लो मार्च, स्टैंडिंग डिस्प्ले, ड्रम बीटिंग, विभिन्न फिल्मी गीतों और देशभक्ति से ओतप्रोत मधुर धुनों की प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया था। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: उज्जैन ब्यूरो Updated Sun, 28 Jul 2024 03: 55 PM IST

350 जवानों का विशेष पुलिस बैंड देगा बाबा महाकाल की सवारी मे प्रस्तुति

श्रावण मास के दूसरे सोमवार 29 जुलाई को उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी को पुलिस ब्रास बैंड के 350 नव प्रशिक्षित जवान और अधिक भव्यता प्रदान करेंगे। बैंड द्वारा प्रस्तुत मधुर धुनों से सवारी में उत्साह, उमंग और आकर्षण कई गुना बढ़ जाएगा। मध्यप्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस के जवानों को 6 माह का प्रशिक्षण दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस बैंड द्वारा क्षिप्रा तट पर पूजन के समय दत्त अखाड़ा घाट पर भी विशेष प्रस्तुति दी जाएगी।

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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस बैंड की महत्ता पर बल देते हुए हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना और इसके लिए इच्छुक पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें बैंड में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश पर प्रदेश की पुलिस इकाइयों में पुलिस जवानों को बैंड वादन सहित वाद्ययंत्रों का प्रशिक्षण दिया गया।

मप्र पुलिस बैंड का है यह गौरवशाली इतिहास
मध्यप्रदेश पुलिस के गौरवशाली इतिहास का एक महत्वपूर्ण पहलू मध्यप्रदेश पुलिस बैंड रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस बैंड की स्थापना वर्ष 1988 में 7वीं वाहिनी, विशेष सशस्त्र बल, भोपाल में की गई थी। इसके बाद प्रथम वाहिनी इंदौर, दूसरी वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (विसबल) ग्वालियर, 6वीं वाहिनी विसबल जबलपुर और जेएनपीए सागर में पुलिस बैंड की शाखाओं को खोला गया था। वर्तमान में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर एवं उज्जैन की विसबल इकाइयों में ब्रास बैंड तथा रीवा इकाई में पाइप बैण्ड स्थापित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर 6 माह के प्रशिक्षण के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस बैंड की स्थापना की गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सभी जिलों में स्थापित पुलिस बैंड में विधिवत रूप से भर्तियां किए जाने की भी घोषणा की है।

340 कर्मचारियों को बैंड के लिए दिया प्रशिक्षण
प्रत्येक जिले में पुलिस बैंड की स्थापना के लिए प्रथम वाहिनी विसबल, इंदौर, छठी वाहिनी विसबल जबलपुर एवं सातवीं वाहिनी विसबल भोपाल के 321 जवानों को प्रशिक्षण दिया गया तथा 19 कर्मचारियों को एसटीसी बैंगलुरू भेजा गया था। इस प्रकार कुल 340 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।

पुलिस बैंड दे चुका है मनमोहक प्रस्तुति
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुख्य आतिथ्य में 18 जुलाई 2024 को भोपाल के मोतीलाल नेहरू पुलिस स्टेडियम में पुलिस के बैंड अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा ‘स्वर-मेघ’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में ब्रास बैण्ड कॉन्सर्ट और पुलिस बैंड डिस्प्ले की प्रस्तुति दी गई। पुलिस ब्रास बैंड के सदस्यों ने कार्यक्रम में फैन फेयर, क्विक मार्च, स्लो मार्च, स्टैंडिंग डिस्प्ले, ड्रम बीटिंग, विभिन्न फिल्मी गीतों और देशभक्ति से ओतप्रोत मधुर धुनों की प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया था।

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