ujjain-news:-हाथी-पैर-नाम-से-मशहूर-है-500-साल-पुराना-इमली-का-पेड़,-पक्षी-आशियाना-सहित-राहगीरों-को-मिलता-है-छांव
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: उज्जैन ब्यूरो Updated Thu, 11 Jul 2024 09: 38 AM IST उज्जैन शहर में एक ऐसा अनोखा इमली का पेड़ है, जिसे हाथी पैर के नाम से जाना जाता है। इस पेड़ का तना इतना मोटा है कि लगता है, जैसे कोई हाथी खड़ा हो यह पेड़। जहां आसपास के रहने वाले और यहां से गुजरने वाले लोगों को छाया प्रदान करता है। हाथी पैर के नाम से मशहूर उज्जैन का इमली का पेड़ - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us उज्जैन शहर में एक ऐसा अनोखा इमली का पेड़ है, जिसे हाथी पैर के नाम से जाना जाता है। इस पेड़ का तना इतना मोटा है कि लगता है जैसे कोई हाथी खड़ा हो यह पेड़। जहां आसपास के रहने वाले और यहां से गुजरने वाले लोगों को छाया प्रदान करता है। वहीं, दूसरी ओर इस पेड़ के मोटे तने में कई पक्षियों ने अपना घोंसला भी बना रखा है। राजस्व कॉलोनी में आदिम जाति कल्याण विभाग के सामने की ओर स्थित एक इमली के पेड़ की जो कि लगभग 500 साल पुराना है। इस पेड़ की खासियत यह है कि जो भी इसे देखता है, वह इसे देखता ही रह जाता है। क्योंकि यह पेड़ काफी विशालकाय है। क्षेत्र के लोगों से जब इस पेड़ के बारे में बातचीत की गई तो उनका कहना था कि वर्षों से हम इस पेड़ को इसी तरह देख रहे हैं। आम लोगों के लिए भले ही यह एक पेड़ होगा, लेकिन हम लोगों को इस पेड़ से अत्यधिक लगाव है। क्योंकि इस पेड़ की छाया में क्षेत्र के रहवासियों की कई पीढ़ियां अपना बचपन बीता चुकी हैं। आज भी हम इसे पेड़ मानने की बजाय एक पारिवारिक सदस्य के रूप में मानते हैं। पहले तो सब कुछ ठीक-ठाक था, लेकिन अब वर्तमान में इसे संरक्षित करने की आवश्यकता है। धार और मांडव में पाए जाते हैं इस प्रकार के विशालकाय वृक्ष : मोहरे इस बारे में वन विभाग के अधिकारी मदन मोहरे बताते हैं कि इस प्रकार के इमली के पेड़ अधिकतर धार और मांडव क्षेत्र में देखने को मिलते हैं। लेकिन यह शहर का एकमात्र ऐसा पेड़ है, जो कि इतना विशालकाय है। इस पेड़ से मिलने वाले इमली के फल का उपयोग सबसे अधिक आयुर्वेदिक पद्धति से होने वाले उपचार के लिए होता है। इस इमली को पहले सुखाया जाता है और फिर इसके पाउडर का उपयोग किया जाता है। हाथी पैर के नाम से मशहूर उज्जैन का 500 साल पुराना इमली का पेड़ इमली का पेड़ रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: उज्जैन ब्यूरो Updated Thu, 11 Jul 2024 09: 38 AM IST

उज्जैन शहर में एक ऐसा अनोखा इमली का पेड़ है, जिसे हाथी पैर के नाम से जाना जाता है। इस पेड़ का तना इतना मोटा है कि लगता है, जैसे कोई हाथी खड़ा हो यह पेड़। जहां आसपास के रहने वाले और यहां से गुजरने वाले लोगों को छाया प्रदान करता है। हाथी पैर के नाम से मशहूर उज्जैन का इमली का पेड़ – फोटो : अमर उजाला

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उज्जैन शहर में एक ऐसा अनोखा इमली का पेड़ है, जिसे हाथी पैर के नाम से जाना जाता है। इस पेड़ का तना इतना मोटा है कि लगता है जैसे कोई हाथी खड़ा हो यह पेड़। जहां आसपास के रहने वाले और यहां से गुजरने वाले लोगों को छाया प्रदान करता है। वहीं, दूसरी ओर इस पेड़ के मोटे तने में कई पक्षियों ने अपना घोंसला भी बना रखा है।

राजस्व कॉलोनी में आदिम जाति कल्याण विभाग के सामने की ओर स्थित एक इमली के पेड़ की जो कि लगभग 500 साल पुराना है। इस पेड़ की खासियत यह है कि जो भी इसे देखता है, वह इसे देखता ही रह जाता है। क्योंकि यह पेड़ काफी विशालकाय है। क्षेत्र के लोगों से जब इस पेड़ के बारे में बातचीत की गई तो उनका कहना था कि वर्षों से हम इस पेड़ को इसी तरह देख रहे हैं। आम लोगों के लिए भले ही यह एक पेड़ होगा, लेकिन हम लोगों को इस पेड़ से अत्यधिक लगाव है। क्योंकि इस पेड़ की छाया में क्षेत्र के रहवासियों की कई पीढ़ियां अपना बचपन बीता चुकी हैं। आज भी हम इसे पेड़ मानने की बजाय एक पारिवारिक सदस्य के रूप में मानते हैं। पहले तो सब कुछ ठीक-ठाक था, लेकिन अब वर्तमान में इसे संरक्षित करने की आवश्यकता है।

धार और मांडव में पाए जाते हैं इस प्रकार के विशालकाय वृक्ष : मोहरे
इस बारे में वन विभाग के अधिकारी मदन मोहरे बताते हैं कि इस प्रकार के इमली के पेड़ अधिकतर धार और मांडव क्षेत्र में देखने को मिलते हैं। लेकिन यह शहर का एकमात्र ऐसा पेड़ है, जो कि इतना विशालकाय है। इस पेड़ से मिलने वाले इमली के फल का उपयोग सबसे अधिक आयुर्वेदिक पद्धति से होने वाले उपचार के लिए होता है। इस इमली को पहले सुखाया जाता है और फिर इसके पाउडर का उपयोग किया जाता है।

हाथी पैर के नाम से मशहूर उज्जैन का 500 साल पुराना इमली का पेड़

इमली का पेड़

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