न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन Published by: अरविंद कुमार Updated Sat, 18 May 2024 08: 03 PM IST
उज्जैन शहर में 1.5 लाख लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार है। इनमें से 50 प्रतिशत को तो पता भी नहीं कि हमें हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी है। ब्लड प्रेशर जांच – फोटो : अमर उजाला
विस्तार Follow Us
उज्जैन नगर में करीब 1.5 लाख लोग उच्च रक्तचाप से ग्रसित हैं, जिसमें 30 प्रतिशत लोग 40 वर्ष से कम और 50 प्रतिशत लोगों को मालूम ही नहीं है कि उनको हाई ब्लड प्रेशर है। कारण यह है कि उच्च रक्तचाप की बीमारी बिना खतरे के बहुत कम समस्या लिए हुए होती है। परंतु बाद में विकराल रूप से दिल दिमाग गुर्दे के खराबी का रूप ले लेती है।
लेकिन यह बीमारी छह गुना ज्यादा दिल का दौरा, लकवा, चार गुना ज्यादा सांस की बीमारी, तीन गुना ज्यादा पैरों की तकलीफ, गुर्दे की तकलीफ और आंखों की तकलीफ का कारण है। यदि आपको शुगर की बीमारी है, मोटापा है और आप सिगरेट, बीड़ी तंबाकू का सेवन करते हैं तो उपरोक्त आदतें आग में घी का काम करती हैं।
यह बात अमर उजाला से विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर प्रोफेसर डॉ. विजय गर्ग ने एक विशेष मुलाकात के दौरान कही। आपने बताया कि सामान्यत किसी भी मनुष्य का ब्लड प्रेशर किसी भी उम्र में 140/90 से ज़्यादा नहीं होना चाहिए और यदि ब्लड प्रेशर की दवा लेते हो तो किसी भी हालत में 130/80 से ज़्यादा नहीं होना चाहिए।
अगर आप घर पर ब्लड प्रेशर नापते हैं तो वो 130/80 से कम होना चाहिए। आपने उदाहरण के तौर पर बताया कि उज्जैन के विभिन्न आईसीयू में वर्तमान में 300 मरीज़ों में से कऱीब 148 मरीज़ उच्च रक्तचाप (हाईब्लड प्रेशर) बीमारी से ग्रसित हैं, जिसमें मुख्य रूप से दिल का दौरा, लकवा एवं गुर्दे की बीमारी प्रमुख हैं।
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
Comments