ujjain-news:-भात-पूजन-के-लिए-मंगलनाथ-मंदिर-आने-वालों-की-संख्या-बढ़ी,-पांच-महीनों-में-हुई-1.66-करोड़-की-आय
5 माह मे श्री मंगलनाथ मंदिर को हुई 1.66 करोड़ की आय। विस्तार Follow Us अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 तक उज्जैन श्री मंगलनाथ जी के मंदिर में देश-विदेश से आने वाले यजमानों के भात पूजन और अन्य पूजनों का आयोजन विधिपूर्वक किया गया। मंदिर के विद्वान आचार्य गणों और पंडितों द्वारा संपूर्ण विधि-विधान के साथ पूजन संपन्न कराए गए। इस अवधि में श्री मंगलनाथ मंदिर को भात पूजन और अन्य पूजनों से शासकीय रसीदों और दान पेटी से कुल 1 करोड़ 66 लाख 92 हजार 808 रुपये की आय प्राप्त हुई। मंदिर पर दर्शनार्थियों की भी काफी भीड़ रही, और दर्शन की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए मंदिर समिति के स्टाफ ने व्यवस्थित व्यवस्था की। दिव्यांग दर्शनार्थियों को भी विशेष ध्यान देते हुए शीघ्र दर्शन की व्यवस्था की गई। मंदिर प्रशासक केके पाठक ने बताया कि शासकीय रसीदों के माध्यम से मंदिर को 1 करोड़ 57 लाख 90 हजार 328 रुपये की आय प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त, दान पेटी से 9 लाख 2 हजार 480 रुपये की राशि प्राप्त हुई। इस प्रकार, अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 की अवधि में कुल 1 करोड़ 66 लाख 92 हजार 808 रुपये की आय मंदिर समिति को प्राप्त हुई। मंगलनाथ मंदिर का इतिहास  मंगलनाथ मंदिर उज्जैन शहर में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान मंगलनाथ (मंगल देवता) को समर्पित है, जिन्हें समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है। पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता है कि यह मंदिर महाभारत काल से जुड़ा है। यहां पर प्राचीन काल में भगवान मंगल की पूजा की जाती थी और इसे एक प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता था। मंदिर के निर्माण का समय स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसके ऐतिहासिक और पुरातात्त्विक प्रमाण इसे प्राचीन मानते हैं। ऐतिहासिक ग्रंथों और पुरातात्त्विक खुदाई से ज्ञात होता है कि यह मंदिर कई शताब्दियों पुराना है और समय के साथ इसके पुनर्निर्माण और सुधार होते रहे हैं। देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी पहुंचते हैं भात पूजन करने मंगलनाथ मंदिर। 

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5 माह मे श्री मंगलनाथ मंदिर को हुई 1.66 करोड़ की आय।

विस्तार Follow Us

अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 तक उज्जैन श्री मंगलनाथ जी के मंदिर में देश-विदेश से आने वाले यजमानों के भात पूजन और अन्य पूजनों का आयोजन विधिपूर्वक किया गया। मंदिर के विद्वान आचार्य गणों और पंडितों द्वारा संपूर्ण विधि-विधान के साथ पूजन संपन्न कराए गए। इस अवधि में श्री मंगलनाथ मंदिर को भात पूजन और अन्य पूजनों से शासकीय रसीदों और दान पेटी से कुल 1 करोड़ 66 लाख 92 हजार 808 रुपये की आय प्राप्त हुई।

मंदिर पर दर्शनार्थियों की भी काफी भीड़ रही, और दर्शन की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए मंदिर समिति के स्टाफ ने व्यवस्थित व्यवस्था की। दिव्यांग दर्शनार्थियों को भी विशेष ध्यान देते हुए शीघ्र दर्शन की व्यवस्था की गई। मंदिर प्रशासक केके पाठक ने बताया कि शासकीय रसीदों के माध्यम से मंदिर को 1 करोड़ 57 लाख 90 हजार 328 रुपये की आय प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त, दान पेटी से 9 लाख 2 हजार 480 रुपये की राशि प्राप्त हुई। इस प्रकार, अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 की अवधि में कुल 1 करोड़ 66 लाख 92 हजार 808 रुपये की आय मंदिर समिति को प्राप्त हुई।

मंगलनाथ मंदिर का इतिहास 
मंगलनाथ मंदिर उज्जैन शहर में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान मंगलनाथ (मंगल देवता) को समर्पित है, जिन्हें समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है। पौराणिक कथाओं में उल्लेख मिलता है कि यह मंदिर महाभारत काल से जुड़ा है। यहां पर प्राचीन काल में भगवान मंगल की पूजा की जाती थी और इसे एक प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता था। मंदिर के निर्माण का समय स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसके ऐतिहासिक और पुरातात्त्विक प्रमाण इसे प्राचीन मानते हैं। ऐतिहासिक ग्रंथों और पुरातात्त्विक खुदाई से ज्ञात होता है कि यह मंदिर कई शताब्दियों पुराना है और समय के साथ इसके पुनर्निर्माण और सुधार होते रहे हैं।

देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी पहुंचते हैं भात पूजन करने मंगलनाथ मंदिर। 

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