ujjain:-जहां-बिगड़ा-था-सांप्रदायिक-सौहार्द,-अब-वहां-लगा-बोर्ड,-लिखा-'यहां-गैर-सनातनियों-का-प्रवेश-वर्जित'
मंदिर में लगाया गया बोर्ड। - फोटो : Amar Ujala Digital विस्तार Follow Us श्री त्रयंबकेश्वर महादेव मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। इस बार मंदिर के बाहर लगाए गए बोर्ड लोगों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही यहां से गुजर रहे लोगों का ध्यान ये बोर्ड अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। बोर्ड पर लिखा हुआ है कि "यह सनातनियों का प्राचीन धर्म स्थान है। यहां गैर सनातनियों का प्रवेश वर्जित है।" इस बोर्ड को देखकर शहर में तरह-तरह की चचार्एं होने लगी हैं, क्योंकि एक सप्ताह पहले ही त्रयंबकेश्वर महादेव मंदिर के पंढरीनाथ कुंड पर मुहर्रम की चौकी धोने और यहां वर्ग विशेष के लोगों द्वारा नारे लगाए जाने को लेकर बड़ा बवाल मचा था जिसके श्री त्रंबकेश्वर महादेव भक्त मंडल द्वारा इस तरह का बोर्ड लगाया जाना इस और साफतौर पर इशारा कर रहा है कि अब मंदिर में गैर सनातनियों को प्रवेश नहीं मिल पाएगा। बता दें कि कुछ दिन पूर्व उज्जैन से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित बड़नगर के त्रंबकेश्वर मंदिर स्थित पंढरीनाथ कुंड का एक वीडियो वायरल होने के बाद इस बात को लेकर बड़ा बवाल मचा था कि इस कुंड में विशेष समुदाय के लोग मुहर्रम की चौकी धोने के दौरान धर्म विशेष की नारेबाजी कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो हिंदूवादी संगठनों में खासा आक्रोश देखा गया था, जिसके बाद उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने हेतु प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया था। एक ओर मुहर्रम का पर्व दूसरी ओर श्रावण मास को देखते हुए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी सचिन शर्मा भी बड़नगर पहुंचे थे, जहां उन्होंने दोनों ही वर्गों के प्रमुखों से चर्चा करने के बाद क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की थी। महामंडलेश्वर बोले- हिंदू मंदिरों में प्रवेश क्यों चाहते हैं, अन्य धर्मावलंबी? शिव ने देवताओं के साथ असुरों पर भी कृपा की है। शिव सिर्फ सनातन धर्म के प्रति समर्पण चाहते हैं, लेकिन अंजान धर्म के लोग बड़नगर के कुंड की तरह ही घटनाएं करेंगे तो स्वाभाविक है कोई भी सनातनी आक्रोशित होगा। यह बात कहते हुए महामंडलेश्वर शैलेषानंद महाराज ने अमर उजाला से आगे कहा कि देश के अन्य पवित्र स्थलों पर भी क्या इसी तरह प्रवेश की अनुमति है। क्या मक्का मदीना पर भी अन्य धर्मों के लोग इसी प्रकार आसानी से जा सकते हैं। मेरा सिर्फ यही सटीक प्रश्न है कि यदि आप मानवीय हैं तो सभी को समान माने वरना आप हमारे धर्म पर बिल्कुल भी निगाहें न उठाएं और न ही मंदिरों पर जाकर इस तरह के कार्य करें। मैं बड़नगर की घटना का विरोध और निंदा करता हूं। प्रशासन से मेरी विनती है कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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मंदिर में लगाया गया बोर्ड। – फोटो : Amar Ujala Digital

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श्री त्रयंबकेश्वर महादेव मंदिर एक बार फिर चर्चा में है। इस बार मंदिर के बाहर लगाए गए बोर्ड लोगों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही यहां से गुजर रहे लोगों का ध्यान ये बोर्ड अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। बोर्ड पर लिखा हुआ है कि “यह सनातनियों का प्राचीन धर्म स्थान है। यहां गैर सनातनियों का प्रवेश वर्जित है।” इस बोर्ड को देखकर शहर में तरह-तरह की चचार्एं होने लगी हैं, क्योंकि एक सप्ताह पहले ही त्रयंबकेश्वर महादेव मंदिर के पंढरीनाथ कुंड पर मुहर्रम की चौकी धोने और यहां वर्ग विशेष के लोगों द्वारा नारे लगाए जाने को लेकर बड़ा बवाल मचा था जिसके श्री त्रंबकेश्वर महादेव भक्त मंडल द्वारा इस तरह का बोर्ड लगाया जाना इस और साफतौर पर इशारा कर रहा है कि अब मंदिर में गैर सनातनियों को प्रवेश नहीं मिल पाएगा।

बता दें कि कुछ दिन पूर्व उज्जैन से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित बड़नगर के त्रंबकेश्वर मंदिर स्थित पंढरीनाथ कुंड का एक वीडियो वायरल होने के बाद इस बात को लेकर बड़ा बवाल मचा था कि इस कुंड में विशेष समुदाय के लोग मुहर्रम की चौकी धोने के दौरान धर्म विशेष की नारेबाजी कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो हिंदूवादी संगठनों में खासा आक्रोश देखा गया था, जिसके बाद उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने हेतु प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया था। एक ओर मुहर्रम का पर्व दूसरी ओर श्रावण मास को देखते हुए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी सचिन शर्मा भी बड़नगर पहुंचे थे, जहां उन्होंने दोनों ही वर्गों के प्रमुखों से चर्चा करने के बाद क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की थी।

महामंडलेश्वर बोले- हिंदू मंदिरों में प्रवेश क्यों चाहते हैं, अन्य धर्मावलंबी?
शिव ने देवताओं के साथ असुरों पर भी कृपा की है। शिव सिर्फ सनातन धर्म के प्रति समर्पण चाहते हैं, लेकिन अंजान धर्म के लोग बड़नगर के कुंड की तरह ही घटनाएं करेंगे तो स्वाभाविक है कोई भी सनातनी आक्रोशित होगा। यह बात कहते हुए महामंडलेश्वर शैलेषानंद महाराज ने अमर उजाला से आगे कहा कि देश के अन्य पवित्र स्थलों पर भी क्या इसी तरह प्रवेश की अनुमति है। क्या मक्का मदीना पर भी अन्य धर्मों के लोग इसी प्रकार आसानी से जा सकते हैं। मेरा सिर्फ यही सटीक प्रश्न है कि यदि आप मानवीय हैं तो सभी को समान माने वरना आप हमारे धर्म पर बिल्कुल भी निगाहें न उठाएं और न ही मंदिरों पर जाकर इस तरह के कार्य करें। मैं बड़नगर की घटना का विरोध और निंदा करता हूं। प्रशासन से मेरी विनती है कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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