tikamgarh:-ठगी-के-आरोपी-को-पकड़ने-आई-पुलिस-पर-जानलेवा-हमला,-नौगांव-थाना-प्रभारी-की-हालत-गंभीर,-झांसी-में-भर्ती
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, टीकमगढ़ Published by: हिमांशु प्रियदर्शी Updated Tue, 18 Apr 2023 06: 05 PM IST सार लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें एसपी टीकमगढ़ रोहित कासवानी ने बताया कि पुलिस दल पर हमले के आरोपियों के खिलाफ लिधौरा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपियों के संबंधियों की तलाश में भी पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। अस्पताल में भर्ती नौगांव थाना प्रभारी और डिस्चार्ज किए गए आरक्षक आदित्य सिंह - फोटो : अमर उजाला विस्तार मध्यप्रदेश में टीकमगढ़ जिले के लिधौरा थाना अंतर्गत महेबा चक्र-1 के कांड़ोर का खिरक में ठगी के आरोपी को पकड़ने सोमवार तड़के नौगांव थाना पुलिस ने दबिश दी। इस दौरान आरोपी गुलाब सिंह यादव और उसके परिजनों ने पत्थरों से पुलिस बल पर जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद नौगांव थाना प्रभारी दिलीप यादव और आरक्षक आदित्य प्रताप को जान बचाकर भागना पड़ा। सिर में गंभीर चोट आने के कारण थाना प्रभारी को झांसी में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, छतरपुर जिले की लुगासी चौकी क्षेत्र में ठगी के फरार आरोपी गुलाब सिंह यादव को घेराबंदी कर गिरफ्तार करने की कोशिश विफल हो गई। महेबा चक्र-1 कांड़ोर का खिरक निवासी आरोपी गुलाब सिंह यादव 10 हजार का इनामी स्थायी वारंटी है। छतरपुर एसपी के निर्देश पर एसडीओपी चंचलेश मरकाम, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव, आरक्षक आदित्य परिहार, अंकित उपाध्याय, धीरेंद्र राजावत, भूपेंद्र यादव और दीपक साहू की एक टीम बनाई गई। मुखबिर से सूचना मिलने पर नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव और गढ़ीमलहरा थाना प्रभारी टीकाराम कुर्मी ने पुलिस बल के साथ सोमवार तड़के सुबह साढ़े चार बजे लिधौरा थाना क्षेत्र के महेबा चक्र-1 के कांड़ोर का खिरक में दबिश दी। इस दौरान पुलिस टीम अलग-अलग गुटों में बंटकर आरोपी की तलाश करने लगी। थाना प्रभारी नौगांव दीपक यादव की टीम ने आरोपी के घर के सामने खड़े होकर आवाज लगाई। उसके बाद फरार आरोपी गुलाब सिंह यादव, पिता नंदी यादव और उसके परिजनों ने घर की छत से पथराव कर दिया। अचानक हुए जानलेवा हमले में पुलिस संभल नहीं पाई और पत्थर नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव और सिपाही आदित्य सिंह को लगे। पत्थर से दीपक यादव के सिर में गंभीर चोट आई। परिजनों के साथ ही ग्रामीणों ने भी पत्थर बरसाना शुरू कर दिए तो पुलिस दल को जान बचाकर भागना पड़ा। घायल पुलिस बल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जतारा में प्राथमिक इलाज कराया। आरक्षक आदित्य सिंह को मामूली चोटें आईं। नौगांव थाना प्रभारी को सिर में गंभीर चोट होने के कारण झांसी में भर्ती किया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। आरोपियों की तलाश शुरू नौगांव थाना में पदस्थ एसआई आरबी सिंह ने सोमवार को दोपहर लिधौरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने आरोपी गुलाब सिंह यादव, मुन्नी यादव, रामस्वरूप यादव, आकाश यादव, अनुज यादव, राजेश यादव सहित अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 307, 332, 294, 506, 427, 186, 147, 148 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। दबिश के दौरान हमला एडिशनल एसपी छतरपुर विक्रम सिंह ने बताया कि गढ़ीमलहरा थाना क्षेत्र के पिड़वा गांव में हत्या और नौगांव में ठगी के आरोपी की मुखबिर से सूचना मिली। एसडीओपी चंचलेश मरकाम, गढ़ीमलहरा थाना प्रभारी टीकाराम, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव के साथ टीम बनाकर आरोपी की तलाश में दबिश दी गई। इसी दौरान पुलिस पर हमला हो गया। जिस पर मामला दर्ज कराया है। वहीं, एसपी टीकमगढ़ रोहित कासवानी ने बताया कि पुलिस दल पर हमले के आरोपियों के खिलाफ लिधौरा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपियों के संबंधियों की तलाश में भी पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है।   पुलिस की चूक! पूरा होमवर्क किए बिना दी दबिश, आरोपी की पहचान में उलझे महेवा चक्र-1 के कांड़ोर का खिरक में पुलिस पर हमला और आरोपी की गिरफ्तारी में विफलता की वजह पूरे होमवर्क की कमी मानी जा रही है। गुलाब सिंह यादव निगरानी बदमाश है। लिधौरा थाने में उसके खिलाफ नौ मामले दर्ज हैं। इसके बावजूद छतरपुर जिले से दबिश देने आए दल ने स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं दी। इसका परिणाम यह रहा कि दबिश के दौरान पुलिस आरोपी की पहचान में उलझ गई। इसी दौरान आरोपियों ने पत्थर बरसाना शुरू कर दिए। हमले के करीब साढ़े नौ घंटे बाद लिधौरा थाने में रिपोर्ट लिखवाई गई। जानकारी के अनुसार, सोमवार तड़के साढ़े चार बजे की घटना के संबंध में दोपहर दो बजे नौगांव थाने से एसआई आरबी सिंह लिधौरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। इसके बाद लिधौरा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस सरगर्मी से आरोपियों की तलाश में जुटी है। आरोपियों के परिचितों-संबंधियों के घर भी दबिश दी जा रही है।  लिधौरा थाना प्रभारी संतोष चौरसिया के अनुसार, कार्रवाई से पहले हमें कोई सूचना नहीं मिली थी। सोमवार को दोपहर करीब दो बजे नौगांव थाने से आए एसआई की रिपोर्ट पर आरोपी गुलाब सिंह यादव, मुन्नी यादव, रामस्वरूप यादव, आकाश यादव, अनुज यादव, राजेश यादव सहित अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफा आईपीसी की धारा 353, 307, 332, 294, 506, 427, 186, 147, 148 के तहत मामला दर्ज किया गया है। लिधौरा थाना प्रभारी के अनुसार, आरोपियों की तलाश की जा रही है। इसके अलावा आरोपियों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी भी पुलिस द्वारा जुटाई जा रही है। आरोपी की पहचान में उलझन के दौरान हमला जानकारी के अनुसार, नौगांव से आई टीम आरोपी गुलाब यादव को पकड़ने में सफलता मिल गई थी। लेकिन पुलिस को गुमराह कर दिया गया। आरोपी बोला कि वह गुलाब नहीं है। इसलिए पुलिस की टीम दो हिस्सो में बंट गई। एक ओर इशारा किया, उस ओर एक टीम दौड़ी। पुलिस कुछ समझ पाती उससे पहले पत्थर और लाठी डंडों से हमला कर दिया। इसमें नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव के साथ आरक्षक आदित्य घायल हो गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जतारा से प्राथमिक इलाज के बाद ग्वालियर रेफर किया गया। हालांकि थाना प्रभारी को गंगा हॉस्टिपल झांसी में भर्ती कराया गया। जहां कई घंटों के बाद थाना प्रभारी दीपक यादव को होश आया। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही। आरक्षक आदित्य सिंह को डिस्चार्ज किया गया है। ठगी के मामले में 6 साल से फरार आरोपी जानकारी के अनुसार, 29 जनवरी 2017 को बसंत अहिरवार पिता बाल किशन अहिरवार निवासी बट सड़ेरी ने पुलिस में एक रिपोर्ट लिखवाई थी। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी गुलाब सिंह यादव निवासी लिधौरा जिला टीकमगढ़ ने उससे दो लाख 75 हजार और एक पल्सर बाइक इनाम में निकलने का झांसा देकर उससे 27 हजार 600 अपने खाते में डलवा लिए। फिर न इनाम दिया न ही पैसा वापस किया। पुलिस ने बसंत अहिरवार की शिकायत पर धारा 420 का मुकदमा दर्ज किया। मामले में गुलाब सिंह करीब छह साल से फरार है। कांड़ोर खिरक में हमेशा रहता है बाहरी लोगों का डेरा यूपी बॉर्डर से लगे कांड़ोर का खिरक से आरोपी गुलाब सिंह यादव को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल नहीं हो पाई। आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने के कारण उसके घर पर 10-12 बाहरी लोगों का हमेशा डेरा लगा रहता है। उन लोगों के भी पुलिस पर हुए हमले में शामिल होने की संभावना है। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, टीकमगढ़ Published by: हिमांशु प्रियदर्शी Updated Tue, 18 Apr 2023 06: 05 PM IST

सार

लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें

एसपी टीकमगढ़ रोहित कासवानी ने बताया कि पुलिस दल पर हमले के आरोपियों के खिलाफ लिधौरा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपियों के संबंधियों की तलाश में भी पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। अस्पताल में भर्ती नौगांव थाना प्रभारी और डिस्चार्ज किए गए आरक्षक आदित्य सिंह – फोटो : अमर उजाला

विस्तार मध्यप्रदेश में टीकमगढ़ जिले के लिधौरा थाना अंतर्गत महेबा चक्र-1 के कांड़ोर का खिरक में ठगी के आरोपी को पकड़ने सोमवार तड़के नौगांव थाना पुलिस ने दबिश दी। इस दौरान आरोपी गुलाब सिंह यादव और उसके परिजनों ने पत्थरों से पुलिस बल पर जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद नौगांव थाना प्रभारी दिलीप यादव और आरक्षक आदित्य प्रताप को जान बचाकर भागना पड़ा। सिर में गंभीर चोट आने के कारण थाना प्रभारी को झांसी में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, छतरपुर जिले की लुगासी चौकी क्षेत्र में ठगी के फरार आरोपी गुलाब सिंह यादव को घेराबंदी कर गिरफ्तार करने की कोशिश विफल हो गई। महेबा चक्र-1 कांड़ोर का खिरक निवासी आरोपी गुलाब सिंह यादव 10 हजार का इनामी स्थायी वारंटी है। छतरपुर एसपी के निर्देश पर एसडीओपी चंचलेश मरकाम, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव, आरक्षक आदित्य परिहार, अंकित उपाध्याय, धीरेंद्र राजावत, भूपेंद्र यादव और दीपक साहू की एक टीम बनाई गई। मुखबिर से सूचना मिलने पर नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव और गढ़ीमलहरा थाना प्रभारी टीकाराम कुर्मी ने पुलिस बल के साथ सोमवार तड़के सुबह साढ़े चार बजे लिधौरा थाना क्षेत्र के महेबा चक्र-1 के कांड़ोर का खिरक में दबिश दी।

इस दौरान पुलिस टीम अलग-अलग गुटों में बंटकर आरोपी की तलाश करने लगी। थाना प्रभारी नौगांव दीपक यादव की टीम ने आरोपी के घर के सामने खड़े होकर आवाज लगाई। उसके बाद फरार आरोपी गुलाब सिंह यादव, पिता नंदी यादव और उसके परिजनों ने घर की छत से पथराव कर दिया। अचानक हुए जानलेवा हमले में पुलिस संभल नहीं पाई और पत्थर नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव और सिपाही आदित्य सिंह को लगे। पत्थर से दीपक यादव के सिर में गंभीर चोट आई। परिजनों के साथ ही ग्रामीणों ने भी पत्थर बरसाना शुरू कर दिए तो पुलिस दल को जान बचाकर भागना पड़ा।

घायल पुलिस बल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जतारा में प्राथमिक इलाज कराया। आरक्षक आदित्य सिंह को मामूली चोटें आईं। नौगांव थाना प्रभारी को सिर में गंभीर चोट होने के कारण झांसी में भर्ती किया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

आरोपियों की तलाश शुरू
नौगांव थाना में पदस्थ एसआई आरबी सिंह ने सोमवार को दोपहर लिधौरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने आरोपी गुलाब सिंह यादव, मुन्नी यादव, रामस्वरूप यादव, आकाश यादव, अनुज यादव, राजेश यादव सहित अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 307, 332, 294, 506, 427, 186, 147, 148 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

दबिश के दौरान हमला
एडिशनल एसपी छतरपुर विक्रम सिंह ने बताया कि गढ़ीमलहरा थाना क्षेत्र के पिड़वा गांव में हत्या और नौगांव में ठगी के आरोपी की मुखबिर से सूचना मिली। एसडीओपी चंचलेश मरकाम, गढ़ीमलहरा थाना प्रभारी टीकाराम, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव के साथ टीम बनाकर आरोपी की तलाश में दबिश दी गई। इसी दौरान पुलिस पर हमला हो गया। जिस पर मामला दर्ज कराया है।

वहीं, एसपी टीकमगढ़ रोहित कासवानी ने बताया कि पुलिस दल पर हमले के आरोपियों के खिलाफ लिधौरा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपियों के संबंधियों की तलाश में भी पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है।
 
पुलिस की चूक! पूरा होमवर्क किए बिना दी दबिश, आरोपी की पहचान में उलझे
महेवा चक्र-1 के कांड़ोर का खिरक में पुलिस पर हमला और आरोपी की गिरफ्तारी में विफलता की वजह पूरे होमवर्क की कमी मानी जा रही है। गुलाब सिंह यादव निगरानी बदमाश है। लिधौरा थाने में उसके खिलाफ नौ मामले दर्ज हैं। इसके बावजूद छतरपुर जिले से दबिश देने आए दल ने स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं दी। इसका परिणाम यह रहा कि दबिश के दौरान पुलिस आरोपी की पहचान में उलझ गई। इसी दौरान आरोपियों ने पत्थर बरसाना शुरू कर दिए। हमले के करीब साढ़े नौ घंटे बाद लिधौरा थाने में रिपोर्ट लिखवाई गई।

जानकारी के अनुसार, सोमवार तड़के साढ़े चार बजे की घटना के संबंध में दोपहर दो बजे नौगांव थाने से एसआई आरबी सिंह लिधौरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। इसके बाद लिधौरा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस सरगर्मी से आरोपियों की तलाश में जुटी है। आरोपियों के परिचितों-संबंधियों के घर भी दबिश दी जा रही है। 

लिधौरा थाना प्रभारी संतोष चौरसिया के अनुसार, कार्रवाई से पहले हमें कोई सूचना नहीं मिली थी। सोमवार को दोपहर करीब दो बजे नौगांव थाने से आए एसआई की रिपोर्ट पर आरोपी गुलाब सिंह यादव, मुन्नी यादव, रामस्वरूप यादव, आकाश यादव, अनुज यादव, राजेश यादव सहित अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफा आईपीसी की धारा 353, 307, 332, 294, 506, 427, 186, 147, 148 के तहत मामला दर्ज किया गया है। लिधौरा थाना प्रभारी के अनुसार, आरोपियों की तलाश की जा रही है। इसके अलावा आरोपियों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी भी पुलिस द्वारा जुटाई जा रही है।

आरोपी की पहचान में उलझन के दौरान हमला
जानकारी के अनुसार, नौगांव से आई टीम आरोपी गुलाब यादव को पकड़ने में सफलता मिल गई थी। लेकिन पुलिस को गुमराह कर दिया गया। आरोपी बोला कि वह गुलाब नहीं है। इसलिए पुलिस की टीम दो हिस्सो में बंट गई। एक ओर इशारा किया, उस ओर एक टीम दौड़ी। पुलिस कुछ समझ पाती उससे पहले पत्थर और लाठी डंडों से हमला कर दिया। इसमें नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव के साथ आरक्षक आदित्य घायल हो गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जतारा से प्राथमिक इलाज के बाद ग्वालियर रेफर किया गया। हालांकि थाना प्रभारी को गंगा हॉस्टिपल झांसी में भर्ती कराया गया। जहां कई घंटों के बाद थाना प्रभारी दीपक यादव को होश आया। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही। आरक्षक आदित्य सिंह को डिस्चार्ज किया गया है।

ठगी के मामले में 6 साल से फरार आरोपी
जानकारी के अनुसार, 29 जनवरी 2017 को बसंत अहिरवार पिता बाल किशन अहिरवार निवासी बट सड़ेरी ने पुलिस में एक रिपोर्ट लिखवाई थी। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी गुलाब सिंह यादव निवासी लिधौरा जिला टीकमगढ़ ने उससे दो लाख 75 हजार और एक पल्सर बाइक इनाम में निकलने का झांसा देकर उससे 27 हजार 600 अपने खाते में डलवा लिए। फिर न इनाम दिया न ही पैसा वापस किया। पुलिस ने बसंत अहिरवार की शिकायत पर धारा 420 का मुकदमा दर्ज किया। मामले में गुलाब सिंह करीब छह साल से फरार है।

कांड़ोर खिरक में हमेशा रहता है बाहरी लोगों का डेरा
यूपी बॉर्डर से लगे कांड़ोर का खिरक से आरोपी गुलाब सिंह यादव को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल नहीं हो पाई। आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने के कारण उसके घर पर 10-12 बाहरी लोगों का हमेशा डेरा लगा रहता है। उन लोगों के भी पुलिस पर हुए हमले में शामिल होने की संभावना है।

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