tikamgarh:-आंगनबाड़ियों-की-मरम्मत-में-करोड़ों-का-घोटाला,-विधानसभा-में-पूछे-प्रश्न-से-सामने-आया-मामला
अधिकारियों ने करीब दो करोड़ रुपए का घोटाला किया है। - फोटो : Istock विस्तार Follow Us मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में आंगनबाड़ियों के मेंटेनेंस के नाम पर अधिकारियों ने करीब दो करोड़ रुपए का घोटाला किया है। यह मामला विधानसभा में कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला के प्रश्न पर सामने आया।  विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला ने पूछा था कि पिछले पांच वर्षों में आंगनवाड़ी के मेंटेनेंस के लिए कितना बजट आवंटित किया गया। इस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि टीकमगढ़ जिले को 2021-22 में एक करोड़ 97 लाख रुपए का बजट दिया गया था, जिसे ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित किया जाना था, लेकिन तत्कालीन कलेक्टर ने यह कार्य आरईएस को दे दिया।  ग्राम पंचायत बरेठी के सरपंच सुनील सोनी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर बताया कि उनकी दो आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए लाखों रुपए खर्च हुए हैं, एक आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 238000 और दूसरी आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 258000 की राशि खर्च कर दी गई, लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ। इसी तरह, उमा भारती के गांव डूडा में भी स्थिति समान है। आरईएस के एसडीओ सुरेंद्र अग्रवाल ने दावा किया कि 78 आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्य हुआ है। विधायक यादवेंद्र सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन ने विधानसभा को गलत जानकारी दी है और वह इसकी लिखित शिकायत विधानसभा अध्यक्ष से करेंगे।

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अधिकारियों ने करीब दो करोड़ रुपए का घोटाला किया है। – फोटो : Istock

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मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में आंगनबाड़ियों के मेंटेनेंस के नाम पर अधिकारियों ने करीब दो करोड़ रुपए का घोटाला किया है। यह मामला विधानसभा में कांग्रेस विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला के प्रश्न पर सामने आया। 

विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला ने पूछा था कि पिछले पांच वर्षों में आंगनवाड़ी के मेंटेनेंस के लिए कितना बजट आवंटित किया गया। इस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि टीकमगढ़ जिले को 2021-22 में एक करोड़ 97 लाख रुपए का बजट दिया गया था, जिसे ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित किया जाना था, लेकिन तत्कालीन कलेक्टर ने यह कार्य आरईएस को दे दिया। 

ग्राम पंचायत बरेठी के सरपंच सुनील सोनी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर बताया कि उनकी दो आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए लाखों रुपए खर्च हुए हैं, एक आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 238000 और दूसरी आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 258000 की राशि खर्च कर दी गई, लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ। इसी तरह, उमा भारती के गांव डूडा में भी स्थिति समान है।

आरईएस के एसडीओ सुरेंद्र अग्रवाल ने दावा किया कि 78 आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्य हुआ है। विधायक यादवेंद्र सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन ने विधानसभा को गलत जानकारी दी है और वह इसकी लिखित शिकायत विधानसभा अध्यक्ष से करेंगे।

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