shahdol-news:-ट्रांसफॉर्मर-जलने-के-सात-दिन-बाद-भी-अंधेरे-में-गांव,-ग्रामवासी-परेशान,-सरकार-विकास-पर्व-मना-रही
दियापीपर गांव में जला ट्रांसफार्मर - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us मध्यप्रदेश के शहडोल में सरकार अपनी उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार कर रही है। वहीं, जिले के एक ऐसे गांव की तस्वीर सामने आई है, जहां बीते सात दिन से ट्रांसफॉर्मर जलने कारण गांव में बिजली नहीं है। इसके चलते ग्रामवासियों को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  संभागीय मुख्यालय से महज बारह किलो- मीटर दूर स्थित दियापीपर गांव की अनोखी तस्वीर सामने आई है। जिसने विकास पर्व के दावों को खोखला कर दिया है। इस गांव के कई घरों मे पिछले एक सप्ताह से अंधकार छाया हुआ है। सम्बंधित विद्युत मण्डल कार्यालय गोहपारु में शिकायत करने के बाद भी इस समस्या को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे ग्रामवासी अंधेरे में जीने को मजबूर हैं।  सात दिन से ग्रामवासी अंधेरे में लोगों ने बताया कि पिछली 31 जुलाई को अचानक बिजली गुल हो गई थी। तब लगा कि शायद कुछ देर बाद बिजली आ जाएगी। लेकिन रात भर अंधकार छाया रहा। अगली सुबह पता चला कि ट्रांसफॉर्मर जल गया है। इसको लेकर लोगों द्वारा इसकी जानकारी गोहपारू स्थित विद्युत मण्डल कार्यालय को दी गई। तब ग्रामवासियों को लगा कि शीघ्र ही बिजली आ जाएगी, लेकिन गांव में अंधकार छाया रहा। कई दिन बीत जाने के बाद भी जब लाइट नहीं आई, तो ग्रामवासियों ने विरोध शुरू किया तो जिसके चलते एक कम वॉट का छोटा ट्रांसफॉर्मर बीते पांच अगस्त को लगाया गया। लेकिन वो लोड नहीं सह पाया और मात्र 15 मिनट बाद ही खराब हो गया। इस तरह पिछले एक सप्ताह से दियापीपर गांव के कई घरों मे अंधकार छाया हुआ है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। इस अंधकार के कारण जहां एक ओर बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, वहीं दूसरी ओर लगातार बारिश के कारण अन्धकार मे सांप समेत अन्य जहरीले जीवों का भी खतरा बना हुआ है।

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दियापीपर गांव में जला ट्रांसफार्मर – फोटो : अमर उजाला

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मध्यप्रदेश के शहडोल में सरकार अपनी उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार कर रही है। वहीं, जिले के एक ऐसे गांव की तस्वीर सामने आई है, जहां बीते सात दिन से ट्रांसफॉर्मर जलने कारण गांव में बिजली नहीं है। इसके चलते ग्रामवासियों को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

संभागीय मुख्यालय से महज बारह किलो- मीटर दूर स्थित दियापीपर गांव की अनोखी तस्वीर सामने आई है। जिसने विकास पर्व के दावों को खोखला कर दिया है। इस गांव के कई घरों मे पिछले एक सप्ताह से अंधकार छाया हुआ है। सम्बंधित विद्युत मण्डल कार्यालय गोहपारु में शिकायत करने के बाद भी इस समस्या को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे ग्रामवासी अंधेरे में जीने को मजबूर हैं। 

सात दिन से ग्रामवासी अंधेरे में
लोगों ने बताया कि पिछली 31 जुलाई को अचानक बिजली गुल हो गई थी। तब लगा कि शायद कुछ देर बाद बिजली आ जाएगी। लेकिन रात भर अंधकार छाया रहा। अगली सुबह पता चला कि ट्रांसफॉर्मर जल गया है। इसको लेकर लोगों द्वारा इसकी जानकारी गोहपारू स्थित विद्युत मण्डल कार्यालय को दी गई। तब ग्रामवासियों को लगा कि शीघ्र ही बिजली आ जाएगी, लेकिन गांव में अंधकार छाया रहा। कई दिन बीत जाने के बाद भी जब लाइट नहीं आई, तो ग्रामवासियों ने विरोध शुरू किया तो जिसके चलते एक कम वॉट का छोटा ट्रांसफॉर्मर बीते पांच अगस्त को लगाया गया। लेकिन वो लोड नहीं सह पाया और मात्र 15 मिनट बाद ही खराब हो गया। इस तरह पिछले एक सप्ताह से दियापीपर गांव के कई घरों मे अंधकार छाया हुआ है। इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। इस अंधकार के कारण जहां एक ओर बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है, वहीं दूसरी ओर लगातार बारिश के कारण अन्धकार मे सांप समेत अन्य जहरीले जीवों का भी खतरा बना हुआ है।

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