shahdol:-बुजुर्ग-ने-राष्ट्रपति-के-नाम-पत्र-लिखकर-मांगी-इच्छा-मृत्यु,-पीएम-आवास-योजना-का-लाभ-न-मिलने-से-है-दुखी
बुजुर्ग ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us शहडोल जिले के जनपद पंचायत गोहपारू के ग्राम करुवा के रहने वाले एक 83 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहली किस्त के रूप में 25 हज़ार उनके खाते में दी गई, योजना के अनुसार उन्होंने जब मकान का निर्माण कराया और छत लेवल तक काम पूरा करा दिया उसके बाद अचानक उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया और द्वितीय किस्त नहीं दी गई है। लक्ष्मी प्रसाद चतुर्वेदी ने राष्ट्रपति के नाम पत्र में इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है।  बताया जा रहा है कि लक्ष्मी प्रसाद को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहली किस्त के रूप में 25 हजार रुपये उनके खाते में दिए गए थे। योजना के अनुसार उन्होंने जब मकान का निर्माण छत लेवल तक करा लिया, उसके बाद अचानक उन्हें अपात्र घोषित करते हुए द्वितीय किस्त नहीं दी गई। उन्होंने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में की, लेकिन जनपद सीईओ ने यह कहकर शिकायत विलोपित करा दी की एक सप्ताह के अंदर उन्हें दूसरी किस्त जारी कर दी जाएगी। लेकिन एक साल पूरा साल होने के बावजूद उन्हें किस्त जारी नहीं की गई। राष्ट्रपति के नाम पत्र में उन्होंने कहा कि व्यवस्था से तंग आ चुका हूं और उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान की जाए। आवेदन लेकर बुजुर्ग कलेक्टर के पास पहुंचे, लेकिन इच्छा मृत्यु का आवेदन कलेक्टर ने नहीं लिया बल्कि बुजुर्ग व्यक्ति से कहा कि आपकी जो समस्याएं हैं। वह समस्याएं केवल लिखकर आवेदन लेकर आएं, जिसके बाद कलेक्टर ने आवेदन लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। Read More: Mandla: सीधी के बाद मंडला में पेशाब कांड, सरकारी स्कूल की छात्राओं की पानी की बोतल में भरा, परिजनों में रोष

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बुजुर्ग ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु – फोटो : अमर उजाला

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शहडोल जिले के जनपद पंचायत गोहपारू के ग्राम करुवा के रहने वाले एक 83 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहली किस्त के रूप में 25 हज़ार उनके खाते में दी गई, योजना के अनुसार उन्होंने जब मकान का निर्माण कराया और छत लेवल तक काम पूरा करा दिया उसके बाद अचानक उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया और द्वितीय किस्त नहीं दी गई है। लक्ष्मी प्रसाद चतुर्वेदी ने राष्ट्रपति के नाम पत्र में इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। 

बताया जा रहा है कि लक्ष्मी प्रसाद को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहली किस्त के रूप में 25 हजार रुपये उनके खाते में दिए गए थे। योजना के अनुसार उन्होंने जब मकान का निर्माण छत लेवल तक करा लिया, उसके बाद अचानक उन्हें अपात्र घोषित करते हुए द्वितीय किस्त नहीं दी गई। उन्होंने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में की, लेकिन जनपद सीईओ ने यह कहकर शिकायत विलोपित करा दी की एक सप्ताह के अंदर उन्हें दूसरी किस्त जारी कर दी जाएगी। लेकिन एक साल पूरा साल होने के बावजूद उन्हें किस्त जारी नहीं की गई। राष्ट्रपति के नाम पत्र में उन्होंने कहा कि व्यवस्था से तंग आ चुका हूं और उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान की जाए। आवेदन लेकर बुजुर्ग कलेक्टर के पास पहुंचे, लेकिन इच्छा मृत्यु का आवेदन कलेक्टर ने नहीं लिया बल्कि बुजुर्ग व्यक्ति से कहा कि आपकी जो समस्याएं हैं। वह समस्याएं केवल लिखकर आवेदन लेकर आएं, जिसके बाद कलेक्टर ने आवेदन लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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