आरओ के पास शिकायत लेकर पहुंचे कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा – फोटो : अमर उजाला
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मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब लोगों को बड़ी ही बेसब्री से मतगणना का इंतजार है। वह इसलिए क्योंकि 3 दिसंबर को उन राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में उतर कर जनता से विकास के वादे और दावे किए थे। लेकिन इससे पहले अब एक बार फिर EVM मशीन को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। प्रदेश की हॉट सीट में शुमार सेमरिया विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पांच EVM में बदलाव किए गए। अभय मिश्रा ने बताया कि इसकी शिकायत करने पर रिटर्निंग ऑफिसर सही से जवाब भी नहीं दे पाए।
दस्तावेज मिलने की कही बात
प्रदेश के रीवा में सेमरिया सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार अभय मिश्रा ने मतगणना से ठीक 48 घंटे पहले एक बड़ा धमाका करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरुवार की देर शाम कलेक्टर कार्यालय पहुंचे सेमरिया विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार अभय मिश्रा ने कहा कि उनके हाथ कुछ ऐसे दस्तावेज लगे, जिसके बाद वह मामले की शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। अभय मिश्रा का कहना था कि वोटिंग के बाद पांच ईवीएम मशीन बदल दी गईं।
पांच पोलिंग बूथ के EVM मशीन के सीरियल नंबर अलग
कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा ने बताया कि पांच पोलिंग बूथ जिनमें बूथ क्रमांक 63 प्राथमिक पाठशाला मौहरा, बूथ क्रमांक 75 पंचायत भवन लेन बधरी, बूथ क्रमांक 102 प्राथमिक पाठशाला बरों, बूथ क्रमांक 144 प्राथमिक पाठशाला बरहा 344 और बूथ क्रमांक 231 पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमवा कक्ष क्रमांक 1 में लगी ईवीएम मशीन के सीरियल और प्रपत्र 17 में हस्ताक्षरित मशीनों के सीरियल नंबर आपस में मैच नहीं करते।
सात अन्य सीटों की हो जांच तो निकलेगी बड़ी गड़बड़ी
अभय मिश्रा ने कहा कि इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब पूरे प्रदेश के कांग्रेस उम्मीदवार मतगणना की बारिकियां समझ कर भोपाल से वापस लौटे। इसके अलावा अभय मिश्रा ने कहा कि यह तो उनके विधानसभा सीट सेमरिया में पाई गई गड़बड़ी है। इसी तरह से अगर रीवा की सात अन्य विधानसभा की अगर जांच की जाए तो बड़ी गड़बड़ी निकलने की संभावना है।
रिटर्निंग ऑफिसर नहीं दे पाए संतोषजनक जवाब
इस पूरे मामले में सेमरिया के आरओ भी कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए। पूरे मामले पर वरिष्ठ अधिकारी तो कैमरा के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आए। वहीं, रिटर्निंग ऑफिसर राजेश सिन्हा मिडियाकर्मियों से बात करते हुए लगाए गए आरोपों का संतोषजनक जबाब नहीं दे पाए। राजेश सिन्हा ने कहा कि कोई गड़बड़ी नहीं की गई है। इलेक्शन के बाद पूरी सूची दे दी गई है। एक मॉकड्रिल के दौरान खराब हुई थी और 2, 3 और भी खराब हुई थी और इसके बारे में वह लिखित देने के लिए तैयार हैं।
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