sehore-news:-अब-8-नहीं-12-क्विंटल-प्रति-हेक्टेयर-खरीदा-जाएगा-मूंग,-पोर्टल-पर-नहीं-हुआ-अपडेशन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सीहोर Published by: उदित दीक्षित Updated Sat, 13 Jul 2024 05: 40 PM IST कृषि विभाग के एडीओ अनिल जाट ने बताया शुक्रवार को शासन द्वारा लिए गए निर्णय के बाद पोर्टल पर अपडेशन का कार्य लगातार किया जा रहा है। अपडेशन के दौरान किसानों के स्लॉट बुकिंग और बिल बनने में कुछ परेशानियां आई हैं, जो सोमवार तक दूर हो जाएंगी। अब 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर खरीदा जाएगा मूंग। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us ग्रीष्म कालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी का सिलसिला क्षेत्र में जारी है। शासन द्वारा इस वर्ष किसानों से उपार्जित मूंग की मात्रा 8 क्विंटल किए जाने से किसानों द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा था। जिसके चलते बीते दिन कैबिनेट मंत्री राव उदय प्रताप सिंह द्वारा हरदा पहुंचकर एक कार्यक्रम में उपार्जित मूंग की मात्रा 8 क्विंटल से बढ़ाकर 12 क्विंटल करने का एलान किया गया। जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे। हालांकि, शासन के निर्णय के बाद अब तक पोर्टल पर यह मात्रा नहीं बढ़ सकी है, जिसके चलते जिन किसानों द्वारा मूंग का विक्रय किया गया है उनके बिल जनरेट नहीं हो सके हैं। कृषि कल्याण एवं विकास विभाग द्वारा बताया जा रहा हैं कि पोर्टल पर अपडेशन का कार्य किया जा रहा है। सोमवार से उपार्जित मूंग की मात्रा प्रदर्शित होने लगेगी, इसके बाद ही किसानों के बिल भी बनना शुरू हो जाएंगे। कृषि विभाग के एडीओ अनिल जाट ने बताया कि गुरुवार देर शाम तक 6468 किसानों द्वारा स्लॉट बुकिंग की गई है। इनमें से 161 किसानों के बिल भी बन चुके हैं। अब तक समर्थन मूल्य पर 2602 मैट्रिक टन मूंग की खरीदी भी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को शासन द्वारा लिए गए निर्णय के बाद पोर्टल पर अपडेशन का कार्य लगातार किया जा रहा है। अपडेशन के दौरान किसानों के स्लॉट बुकिंग और बिल बनने में कुछ परेशानियां आई हैं, जो सोमवार तक दूर हो जाएंगी। शासन के नवीन आदेश के तहत अब 8 क्विंटल के स्थान पर 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मूंग की खरीदी की जाएगी। हालांकि, पूर्व के निर्देशों के तहत एक किसान 100 क्विंटल से अधिक मूंग का विक्रय नहीं कर सकेगा। वहीं, एक दिन में 40 क्विंटल से अधिक मूंग नहीं बेच सकेंगे।  एफएक्यू क्वालिटी को लेकर सर्वेयर व समिति प्रबंधक हुए आमने-सामने बीते गुरुवार को क्षेत्र के गांव वासुदेव में मूंग खरीदी के दौरान सर्वेयर द्वारा जो मूंग पास किया गया उसे समिति ने खरीदने से इनकार कर दिया। समिति प्रबंधक का कहना था कि जो मूंग सर्वेयर द्वारा पास किया गया है, उसमें मूंग के साइज के बराबर मिट्टी की मात्रा है, जिससे मूंग खरीदी के बाद यदि जांच होती हैं और टीम द्वारा खरीदे गए मूंग को रिजेक्ट किया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी समिति नहीं लेगी। इसी बात को लेकर यहां पर कई घंटों तक खरीदी का कार्य प्रभावित रहा। हालांकि, वेयर हाऊस संचालक द्वारा इसकी सूचना एसडीएम को दिए जाने के बाद जांच दल मौके पर पहुंचा और सर्वेयर व समिति प्रबंधक के बीच सामंजस्य बनाकर खरीदी का कार्य शुरू करवाया गया।  मूंग खरीदी में इस बार सख्ती पिछले वर्ष मूंग खरीदी में हुए फर्जीवाड़े के चलते इस बार मूंग खरीदी में शासन के समस्त नियमों का पालन किया जा रहा है। केंद्र पर मूंग लाने वाले किसानों का मूंग पहले ग्रेडिंग करवाया जा रहा है। ग्रेडिंग के बाद यदि एफएक्यू क्वालिटी का मूंग नहीं निकलता हैं तो उस किसान का मूंग नहीं खरीदा जा रहा है। हालांकि, इस वर्ष मौसम की अनुकूलता के चलते मूंग का उत्पादन बेहतर हुआ है, साथ ही क्वालिटी भी पिछले वर्ष से कई गुना अच्छा हैं। बावजूद इसके केंद्र पर अमानक मूंग का विक्रय न हो इसके लिए एसडीएम, तहसीलदार, कृषि विभाग, वेयर हाऊस प्रबंधक और डीसीसी के अधिकारियों द्वारा लगातार केंद्रों की मॉनीटरिंग की जा रही है। मूंग खरीदी में इस बार शासन-प्रशासन सख्त दिखाई दे रहा है। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सीहोर Published by: उदित दीक्षित Updated Sat, 13 Jul 2024 05: 40 PM IST

कृषि विभाग के एडीओ अनिल जाट ने बताया शुक्रवार को शासन द्वारा लिए गए निर्णय के बाद पोर्टल पर अपडेशन का कार्य लगातार किया जा रहा है। अपडेशन के दौरान किसानों के स्लॉट बुकिंग और बिल बनने में कुछ परेशानियां आई हैं, जो सोमवार तक दूर हो जाएंगी। अब 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर खरीदा जाएगा मूंग। – फोटो : अमर उजाला

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ग्रीष्म कालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी का सिलसिला क्षेत्र में जारी है। शासन द्वारा इस वर्ष किसानों से उपार्जित मूंग की मात्रा 8 क्विंटल किए जाने से किसानों द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा था। जिसके चलते बीते दिन कैबिनेट मंत्री राव उदय प्रताप सिंह द्वारा हरदा पहुंचकर एक कार्यक्रम में उपार्जित मूंग की मात्रा 8 क्विंटल से बढ़ाकर 12 क्विंटल करने का एलान किया गया। जिससे किसानों के चेहरे खिल उठे।

हालांकि, शासन के निर्णय के बाद अब तक पोर्टल पर यह मात्रा नहीं बढ़ सकी है, जिसके चलते जिन किसानों द्वारा मूंग का विक्रय किया गया है उनके बिल जनरेट नहीं हो सके हैं। कृषि कल्याण एवं विकास विभाग द्वारा बताया जा रहा हैं कि पोर्टल पर अपडेशन का कार्य किया जा रहा है। सोमवार से उपार्जित मूंग की मात्रा प्रदर्शित होने लगेगी, इसके बाद ही किसानों के बिल भी बनना शुरू हो जाएंगे।

कृषि विभाग के एडीओ अनिल जाट ने बताया कि गुरुवार देर शाम तक 6468 किसानों द्वारा स्लॉट बुकिंग की गई है। इनमें से 161 किसानों के बिल भी बन चुके हैं। अब तक समर्थन मूल्य पर 2602 मैट्रिक टन मूंग की खरीदी भी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को शासन द्वारा लिए गए निर्णय के बाद पोर्टल पर अपडेशन का कार्य लगातार किया जा रहा है। अपडेशन के दौरान किसानों के स्लॉट बुकिंग और बिल बनने में कुछ परेशानियां आई हैं, जो सोमवार तक दूर हो जाएंगी। शासन के नवीन आदेश के तहत अब 8 क्विंटल के स्थान पर 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मूंग की खरीदी की जाएगी। हालांकि, पूर्व के निर्देशों के तहत एक किसान 100 क्विंटल से अधिक मूंग का विक्रय नहीं कर सकेगा। वहीं, एक दिन में 40 क्विंटल से अधिक मूंग नहीं बेच सकेंगे। 

एफएक्यू क्वालिटी को लेकर सर्वेयर व समिति प्रबंधक हुए आमने-सामने
बीते गुरुवार को क्षेत्र के गांव वासुदेव में मूंग खरीदी के दौरान सर्वेयर द्वारा जो मूंग पास किया गया उसे समिति ने खरीदने से इनकार कर दिया। समिति प्रबंधक का कहना था कि जो मूंग सर्वेयर द्वारा पास किया गया है, उसमें मूंग के साइज के बराबर मिट्टी की मात्रा है, जिससे मूंग खरीदी के बाद यदि जांच होती हैं और टीम द्वारा खरीदे गए मूंग को रिजेक्ट किया जाता है तो इसकी जिम्मेदारी समिति नहीं लेगी। इसी बात को लेकर यहां पर कई घंटों तक खरीदी का कार्य प्रभावित रहा। हालांकि, वेयर हाऊस संचालक द्वारा इसकी सूचना एसडीएम को दिए जाने के बाद जांच दल मौके पर पहुंचा और सर्वेयर व समिति प्रबंधक के बीच सामंजस्य बनाकर खरीदी का कार्य शुरू करवाया गया। 

मूंग खरीदी में इस बार सख्ती
पिछले वर्ष मूंग खरीदी में हुए फर्जीवाड़े के चलते इस बार मूंग खरीदी में शासन के समस्त नियमों का पालन किया जा रहा है। केंद्र पर मूंग लाने वाले किसानों का मूंग पहले ग्रेडिंग करवाया जा रहा है। ग्रेडिंग के बाद यदि एफएक्यू क्वालिटी का मूंग नहीं निकलता हैं तो उस किसान का मूंग नहीं खरीदा जा रहा है। हालांकि, इस वर्ष मौसम की अनुकूलता के चलते मूंग का उत्पादन बेहतर हुआ है, साथ ही क्वालिटी भी पिछले वर्ष से कई गुना अच्छा हैं। बावजूद इसके केंद्र पर अमानक मूंग का विक्रय न हो इसके लिए एसडीएम, तहसीलदार, कृषि विभाग, वेयर हाऊस प्रबंधक और डीसीसी के अधिकारियों द्वारा लगातार केंद्रों की मॉनीटरिंग की जा रही है। मूंग खरीदी में इस बार शासन-प्रशासन सख्त दिखाई दे रहा है।

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