sehore-crime:-रेहटी-और-भेरूंदा-एरिया-में-फर्जी-आयुष्मान-कार्ड-बनाने-वाले-गिरोह-का-पर्दाफाश,-तीन-आरोपी-गिरफ्तार
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us फर्जी आयुष्मान कार्ड गिरोह सीहोर की रेहटी और भेरूंदा एरिया में लंबे समय से काम कर रहा था। इनमें पकड़ाने वाला एक युवक कामन सर्विस सेंटर भेरूंदा में ब्लॉक कॉर्डिनेटर था। फिलहाल, क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। क्राइम ब्रांच को कई महत्वपूर्ण सुराग भी मिले हैं। गिरोह का कनेक्शन पूर्व में सागर जिले से पकड़ाए सदस्यों से मिला है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड के माध्यम से पांच लाख तक का निशुल्क इलाज विभिन्न अस्पतालों में मिलता है। सरकार का इस योजना के पीछे मकसद था कि गरीबों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। लेकिन योजना में फर्जीवाड़ा कर कई फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए गए और अस्पतालों में करोड़ों रुपये का घोटाला भी हुआ। स्वास्थ्य सेवा के नाम पर जब फर्जीवाड़ा सामने आया तो राज्य शासन ने आयुष्मान कार्ड की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी। क्राइम ब्रांच द्वारा जब इसकी जांच की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। अब क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को पकड़कर उनसे पूछताछ की है। रेहटी-भेरूंदा से जुड़ा है गिरोह का कनेक्शन क्राइम ब्रांच द्वारा जिस गिरोह के सदस्यों को फर्जी आयुष्मान कार्ड मामले में गिरफ्तार किया है, उनका कनेक्शन सीहोर जिले की रेहटी और भेरूंदा तहसील से जुड़ा है। इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने पिछले 10 दिनों में अलग-अलग जगह छापामार कार्रवाई कर इसमें शामिल लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है, जिसमें भरत पटेल देवरी कला जिला सागर, केशव चौहान, हितेश आसवानी रेहटी जिला सीहोर और आरिफ खान कलवाना जिला सीहोर हैं। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, भरत पिता मुन्नालाल पटेल निवासी ग्राम देवरी कला, थाना केसली जिला सागर 450 से अधिक फर्जी आयुष्मान कार्ड बना चुका है। वहीं, केशव पिता अनार सिंह चौहान आयु 27 वर्ष निवासी वार्ड नं 15 पटेल कालोनी रेहटी चार महीने से इस मामले में फरार चल रहा था, जिसे क्राइम ब्रांच ने राजस्थान की सीमा से पकड़ा। वह प्रदेश से बाहर भागने की फिराग में था। इसी तरह हितेश पिता पिताम्बर दास आसवानी 30 वर्ष निवासी पटेल नगर रेहटी जिला सीहोर और आरिफ पिता सुभान खान 26 वर्ष निवासी ग्राम कलवाना थाना रेहटी जिला सीहोर भी लंबे समय से फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का काम कर रहा था। आरिफ खान कामन सर्विस सेंटर भेरूंदा में ब्लॉक कॉर्डिनेटर के पद पर पदस्थ था और लगातार ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर आयुष्मान कार्ड बना रहा था। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 19-23 में धारा 420, 465, 467, 468, 471, 201, 120(बी) भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया था। निर्वाचन ड्यूटी लगाने के पूर्व कर्मचारियों से उनके परिजन का किसी दल से संबंध नहीं होने का प्रमाण पत्र लेने के निर्देश... सीहोर में सोशल मीडिया में प्रसारित ट्वीट जिसमें भेरूंदा तहसीलदार द्वारा भूपेश कुमार शर्मा सहायक उच्च श्रेणी लिपिक भेरूंदा तथा अर्जुन सिंह सोलंकी संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग भेरूंदा की निर्वाचन ड्यूटी लगाई गई है। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण सिंह ने भेरूंदा तहसीलदार से कारण बताओ स्पष्टीकरण जारी किया है। तहसीलदार द्वारा जारी निर्वाचन आदेश में उल्लेखित नाम हटाकर संशोधित आदेश जारी किया गया है। कलेक्टर सिंह ने सभी रिटर्निंग अधिकारी एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन अधिकारी-कर्मचारियों की आगामी विधानसभा के निर्वाचन कार्य में ड्यूटी लगाई जाए उनसे यह प्रमाण पत्र लिया जाए कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य या परिजन किसी भी राजनीतिक दल का सदस्य नहीं है अथवा राजनीतिक दल से संबंधित नहीं है।

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सांकेतिक तस्वीर – फोटो : सोशल मीडिया

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फर्जी आयुष्मान कार्ड गिरोह सीहोर की रेहटी और भेरूंदा एरिया में लंबे समय से काम कर रहा था। इनमें पकड़ाने वाला एक युवक कामन सर्विस सेंटर भेरूंदा में ब्लॉक कॉर्डिनेटर था। फिलहाल, क्राइम ब्रांच भोपाल की टीम गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। क्राइम ब्रांच को कई महत्वपूर्ण सुराग भी मिले हैं। गिरोह का कनेक्शन पूर्व में सागर जिले से पकड़ाए सदस्यों से मिला है।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड के माध्यम से पांच लाख तक का निशुल्क इलाज विभिन्न अस्पतालों में मिलता है। सरकार का इस योजना के पीछे मकसद था कि गरीबों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। लेकिन योजना में फर्जीवाड़ा कर कई फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए गए और अस्पतालों में करोड़ों रुपये का घोटाला भी हुआ। स्वास्थ्य सेवा के नाम पर जब फर्जीवाड़ा सामने आया तो राज्य शासन ने आयुष्मान कार्ड की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी। क्राइम ब्रांच द्वारा जब इसकी जांच की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। अब क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को पकड़कर उनसे पूछताछ की है।

रेहटी-भेरूंदा से जुड़ा है गिरोह का कनेक्शन
क्राइम ब्रांच द्वारा जिस गिरोह के सदस्यों को फर्जी आयुष्मान कार्ड मामले में गिरफ्तार किया है, उनका कनेक्शन सीहोर जिले की रेहटी और भेरूंदा तहसील से जुड़ा है। इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने पिछले 10 दिनों में अलग-अलग जगह छापामार कार्रवाई कर इसमें शामिल लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है, जिसमें भरत पटेल देवरी कला जिला सागर, केशव चौहान, हितेश आसवानी रेहटी जिला सीहोर और आरिफ खान कलवाना जिला सीहोर हैं।

क्राइम ब्रांच के मुताबिक, भरत पिता मुन्नालाल पटेल निवासी ग्राम देवरी कला, थाना केसली जिला सागर 450 से अधिक फर्जी आयुष्मान कार्ड बना चुका है। वहीं, केशव पिता अनार सिंह चौहान आयु 27 वर्ष निवासी वार्ड नं 15 पटेल कालोनी रेहटी चार महीने से इस मामले में फरार चल रहा था, जिसे क्राइम ब्रांच ने राजस्थान की सीमा से पकड़ा। वह प्रदेश से बाहर भागने की फिराग में था। इसी तरह हितेश पिता पिताम्बर दास आसवानी 30 वर्ष निवासी पटेल नगर रेहटी जिला सीहोर और आरिफ पिता सुभान खान 26 वर्ष निवासी ग्राम कलवाना थाना रेहटी जिला सीहोर भी लंबे समय से फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का काम कर रहा था। आरिफ खान कामन सर्विस सेंटर भेरूंदा में ब्लॉक कॉर्डिनेटर के पद पर पदस्थ था और लगातार ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर आयुष्मान कार्ड बना रहा था। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 19-23 में धारा 420, 465, 467, 468, 471, 201, 120(बी) भादवि के तहत प्रकरण दर्ज किया था।

निर्वाचन ड्यूटी लगाने के पूर्व कर्मचारियों से उनके परिजन का किसी दल से संबंध नहीं होने का प्रमाण पत्र लेने के निर्देश…
सीहोर में सोशल मीडिया में प्रसारित ट्वीट जिसमें भेरूंदा तहसीलदार द्वारा भूपेश कुमार शर्मा सहायक उच्च श्रेणी लिपिक भेरूंदा तथा अर्जुन सिंह सोलंकी संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग भेरूंदा की निर्वाचन ड्यूटी लगाई गई है। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रवीण सिंह ने भेरूंदा तहसीलदार से कारण बताओ स्पष्टीकरण जारी किया है। तहसीलदार द्वारा जारी निर्वाचन आदेश में उल्लेखित नाम हटाकर संशोधित आदेश जारी किया गया है।

कलेक्टर सिंह ने सभी रिटर्निंग अधिकारी एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन अधिकारी-कर्मचारियों की आगामी विधानसभा के निर्वाचन कार्य में ड्यूटी लगाई जाए उनसे यह प्रमाण पत्र लिया जाए कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य या परिजन किसी भी राजनीतिक दल का सदस्य नहीं है अथवा राजनीतिक दल से संबंधित नहीं है।

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