भाजपा नेत्री सना खान - फोटो : फाइल फोटो विस्तार Follow Us भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की नेत्री सना खान हत्याकांड के मामले में गुरुवार को कांग्रेस विधायक संजय शर्मा ने नागपुर पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाए। विधायक ने अपने बयान में बताया कि मुख्य आरोपी लगभग 15 साल पहले उनकी कंपनी में काम करता था। पिछले दस सालों से उन दोनों के बीच कोई संपर्क नहीं था। गौरतलब है कि नागपुर निवासी सना खान उर्फ हिना खान (36) 2 अगस्त को जबलपुर गोरा बाजार निवासी अपने पति अमित साहू उर्फ पप्पू से मिलने आई थी। दोनों ने लगभग 6 माह पूर्व कोर्ट मैरिज की थी। परिजनों से बात करने पर उसने जबलपुर में होना बताया था। उसका मोबाइल 2 अगस्त को बंद हो गया था। फोन बंद होने पर परिजनों द्वारा उसके लापता होने की रिपोर्ट मानकापुर थाने में दर्ज करवाई गई थी। पुलिस को जांच में पता चला था कि ढाबा संचालक अमित साहू उर्फ पप्पू भी दो अगस्त से गायब था। पुलिस ने 11 अगस्त को अभिरक्षा में लेकर अमित से पूछताछ की थी।  पूछताछ के दौरान बताया कि उसने सना की डंडे से हमला कर हत्या कर दी और लाश मानेगांव स्थित पुल से नदी में फेंक दी थी। तीन दिन चले तलाश अभियान के बावजूद भी एसडीआरएफ टीम को सना की लाश नहीं मिली थी। पुलिस ने हत्याकांड की जांच करते हुए उसके सहयोगी धर्मेन्द्र यादव, रब्बू यादव सहित कुल पांच लोगों  को गिरफ्तार किया है। नागपुर पुलिस ने हत्याकांड मामले में बयान दर्ज करवाने के लिए नरसिंहपुर जिले की तेंदुखेड़ा विधानसभा से कांग्रेस विधायक संजय शर्मा को समन जारी किया था। नागपुर पुलिस ने उन्हें बुधवार को बुलाया था। अधिवक्ता के माध्यम से विधायक ने व्यस्त होने के हवाला देते हुए एक दिन का समय मांगा था। कांग्रेस विधायक संजय शर्मा ने गुरुवार को नागपुर पहुंच पुलिस में अपने बयान दर्ज करवाए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित अन्य आरोपियों तथा मृतका सना उर्फ हिना खान से बातचीत व संपर्क होने के संबंध में जानकारी चाही थी। मैंने बताया कि मुख्य आरोपी अमित उर्फ पप्पू उसकी कंपनी में लगभग 15 साल पहले काम करता था। दस सालों से उससे कोई संपर्क नहीं था और फोन पर भी बात नहीं हुई। सना खान को वह नहीं पहचानते हैं, उनकी हत्या की जानकारी अखबारों के माध्यम से प्राप्त हुई थी। 

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भाजपा नेत्री सना खान – फोटो : फाइल फोटो

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भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की नेत्री सना खान हत्याकांड के मामले में गुरुवार को कांग्रेस विधायक संजय शर्मा ने नागपुर पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाए। विधायक ने अपने बयान में बताया कि मुख्य आरोपी लगभग 15 साल पहले उनकी कंपनी में काम करता था। पिछले दस सालों से उन दोनों के बीच कोई संपर्क नहीं था।

गौरतलब है कि नागपुर निवासी सना खान उर्फ हिना खान (36) 2 अगस्त को जबलपुर गोरा बाजार निवासी अपने पति अमित साहू उर्फ पप्पू से मिलने आई थी। दोनों ने लगभग 6 माह पूर्व कोर्ट मैरिज की थी। परिजनों से बात करने पर उसने जबलपुर में होना बताया था। उसका मोबाइल 2 अगस्त को बंद हो गया था। फोन बंद होने पर परिजनों द्वारा उसके लापता होने की रिपोर्ट मानकापुर थाने में दर्ज करवाई गई थी। पुलिस को जांच में पता चला था कि ढाबा संचालक अमित साहू उर्फ पप्पू भी दो अगस्त से गायब था। पुलिस ने 11 अगस्त को अभिरक्षा में लेकर अमित से पूछताछ की थी। 

पूछताछ के दौरान बताया कि उसने सना की डंडे से हमला कर हत्या कर दी और लाश मानेगांव स्थित पुल से नदी में फेंक दी थी। तीन दिन चले तलाश अभियान के बावजूद भी एसडीआरएफ टीम को सना की लाश नहीं मिली थी। पुलिस ने हत्याकांड की जांच करते हुए उसके सहयोगी धर्मेन्द्र यादव, रब्बू यादव सहित कुल पांच लोगों  को गिरफ्तार किया है।

नागपुर पुलिस ने हत्याकांड मामले में बयान दर्ज करवाने के लिए नरसिंहपुर जिले की तेंदुखेड़ा विधानसभा से कांग्रेस विधायक संजय शर्मा को समन जारी किया था। नागपुर पुलिस ने उन्हें बुधवार को बुलाया था। अधिवक्ता के माध्यम से विधायक ने व्यस्त होने के हवाला देते हुए एक दिन का समय मांगा था। कांग्रेस विधायक संजय शर्मा ने गुरुवार को नागपुर पहुंच पुलिस में अपने बयान दर्ज करवाए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित अन्य आरोपियों तथा मृतका सना उर्फ हिना खान से बातचीत व संपर्क होने के संबंध में जानकारी चाही थी। मैंने बताया कि मुख्य आरोपी अमित उर्फ पप्पू उसकी कंपनी में लगभग 15 साल पहले काम करता था। दस सालों से उससे कोई संपर्क नहीं था और फोन पर भी बात नहीं हुई। सना खान को वह नहीं पहचानते हैं, उनकी हत्या की जानकारी अखबारों के माध्यम से प्राप्त हुई थी। 

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