sagar-news:-दूषित-पानी-पीकर-दो-गांव-के-36-लोग-बीमार,-उल्टी-दस्त-से-पीड़ित-अस्पतालों-में-भर्ती
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सागर Published by: रवींद्र भजनी Updated Thu, 01 Aug 2024 11: 52 AM IST सागर जिले में बरसात के मौसम के कारण दूषित पेयजल से बीमार होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मेहर और देवरी के बाद अब ग्राम पंचायत ढाना में दूषित कुएं का पानी पीने से दो गांव के 36 लोग बीमार हो गए हैं। सभी को उल्टी-दस्त की शिकायत हो रही है, जिनमें से 15 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। बीमार मरीजों में से चार को ढाना अस्पताल में और बाकी को जिला मुख्यालय के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गए। बुधवार को कलेक्टर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी और अन्य विभागों के अधिकारी प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे। बीमारियों की संभावित वजह बने गांव के कुएं को बंद कर दिया गया है और लोगों को इसका पानी उपयोग न करने की हिदायत दी गई है।  Trending Videos गांव में अस्थाई ओपीडी मरीजों की जांच और इलाज के लिए गांव में अस्थाई ओपीडी की व्यवस्था की गई है। ढाना अस्पताल के स्टाफ को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है। मंगलवार की रात से ही नजदीकी गांव खांड और पिपरई में मरीजों की तबीयत बिगड़ने का सिलसिला शुरू हुआ। उल्टी-दस्त से पीड़ित 5 मरीजों को ढाना से जिला अस्पताल रेफर किया गया, जिनमें से 4 को बीएमसी रेफर किया गया। 12 लोगों का सागर में इलाज वर्तमान में इन गांवों के 12 लोग सागर में इलाजरत हैं, जबकि अन्य बीमारों का ढाना स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। कुछ लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। जिला प्रशासन ने प्रभावित गांवों में पेयजल के लिए पानी के टैंकर भिजवाए हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीम हालात पर नजर बनाए हुए है।

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सागर Published by: रवींद्र भजनी Updated Thu, 01 Aug 2024 11: 52 AM IST

सागर जिले में बरसात के मौसम के कारण दूषित पेयजल से बीमार होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मेहर और देवरी के बाद अब ग्राम पंचायत ढाना में दूषित कुएं का पानी पीने से दो गांव के 36 लोग बीमार हो गए हैं। सभी को उल्टी-दस्त की शिकायत हो रही है, जिनमें से 15 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

बीमार मरीजों में से चार को ढाना अस्पताल में और बाकी को जिला मुख्यालय के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गए। बुधवार को कलेक्टर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी और अन्य विभागों के अधिकारी प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे। बीमारियों की संभावित वजह बने गांव के कुएं को बंद कर दिया गया है और लोगों को इसका पानी उपयोग न करने की हिदायत दी गई है। 

Trending Videos

गांव में अस्थाई ओपीडी
मरीजों की जांच और इलाज के लिए गांव में अस्थाई ओपीडी की व्यवस्था की गई है। ढाना अस्पताल के स्टाफ को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है। मंगलवार की रात से ही नजदीकी गांव खांड और पिपरई में मरीजों की तबीयत बिगड़ने का सिलसिला शुरू हुआ। उल्टी-दस्त से पीड़ित 5 मरीजों को ढाना से जिला अस्पताल रेफर किया गया, जिनमें से 4 को बीएमसी रेफर किया गया।

12 लोगों का सागर में इलाज
वर्तमान में इन गांवों के 12 लोग सागर में इलाजरत हैं, जबकि अन्य बीमारों का ढाना स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। कुछ लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं। जिला प्रशासन ने प्रभावित गांवों में पेयजल के लिए पानी के टैंकर भिजवाए हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीम हालात पर नजर बनाए हुए है।

Posted in MP