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रईसजादे की शराबखोरी का शिकार हुआ पूरा परिवार - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us घटना का शिकार हुए 4 में से 3 लोग एक ही परिवार के सदस्य थे, जिनमें एक नाबालिग बच्ची भी शामिल थी। गौरतलब है कि घटनास्थल पर प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा लिए गए फोटो वीडियो में स्पष्ट तौर पर आरोपी अमन बिड़ला की गाड़ी में शराब की कुछ बोतलें स्पष्ट दिखाई दे रही हैं, फिर भी घटना के बाद से ही आरोपी के प्रति पुलिस का रवैया बेहद नरम दिखाई दे रहा है। आज इस घटना को लगभग 13 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक आरोपी पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई। परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोपियों को बचाने के आरोप इस हादसे के बाद मृतकों के परिजनों ने नरयावली थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इनका कहना है कि यह हादसा कारित करने वाला अमन बिड़ला नाम का युवक एक रईस  परिवार का सदस्य है जो आदतन नशेबाज है। हादसे वाले दिन भी वह शराब के नशे में धुत था, लेकिन पुलिस ने युवक को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया। उसको हवालात में कूलर लगाकर रखा गया, उसके बल्ड के सैंपल देने में देरी की गई। कुल मिलाकर इस केस को कमजोर करने के प्रयास किए जा रहे है और पुलिस के इसी ढुलमुल रवैये की वजह से हादसे के तेरह दिन बाद भी आरोपी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब मामले में मृतक रामनरेश ठाकुर के घर शोकसभा में उपस्थित क्षत्रिय समाज के साथ साथ कई अन्य समाजों ने पीड़ितों के साथ हुए अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने की बात कहते हुए प्रशासन को चेतावनी दी है।

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रईसजादे की शराबखोरी का शिकार हुआ पूरा परिवार – फोटो : अमर उजाला

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घटना का शिकार हुए 4 में से 3 लोग एक ही परिवार के सदस्य थे, जिनमें एक नाबालिग बच्ची भी शामिल थी। गौरतलब है कि घटनास्थल पर प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा लिए गए फोटो वीडियो में स्पष्ट तौर पर आरोपी अमन बिड़ला की गाड़ी में शराब की कुछ बोतलें स्पष्ट दिखाई दे रही हैं, फिर भी घटना के बाद से ही आरोपी के प्रति पुलिस का रवैया बेहद नरम दिखाई दे रहा है। आज इस घटना को लगभग 13 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक आरोपी पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

परिजनों ने पुलिस पर लगाए आरोपियों को बचाने के आरोप

इस हादसे के बाद मृतकों के परिजनों ने नरयावली थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इनका कहना है कि यह हादसा कारित करने वाला अमन बिड़ला नाम का युवक एक रईस  परिवार का सदस्य है जो आदतन नशेबाज है। हादसे वाले दिन भी वह शराब के नशे में धुत था, लेकिन पुलिस ने युवक को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया।

उसको हवालात में कूलर लगाकर रखा गया, उसके बल्ड के सैंपल देने में देरी की गई। कुल मिलाकर इस केस को कमजोर करने के प्रयास किए जा रहे है और पुलिस के इसी ढुलमुल रवैये की वजह से हादसे के तेरह दिन बाद भी आरोपी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब मामले में मृतक रामनरेश ठाकुर के घर शोकसभा में उपस्थित क्षत्रिय समाज के साथ साथ कई अन्य समाजों ने पीड़ितों के साथ हुए अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने की बात कहते हुए प्रशासन को चेतावनी दी है।

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