road-trip:-गाड़ी-चलाकर-करना-चाहते-हैं-दुनिया-की-सैर?-जानें-किन-देशों-में-भारतीय-ड्राइविंग-लाइसेंस-है-मान्य
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अमर शर्मा Updated Sat, 07 Sep 2024 07: 29 PM IST रोड ट्रिप के जरिए विदेश यात्रा पर निकलना एक रोमांचकारी अनुभव होता है। कई देश भारतीयों को भारत से अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट के बिना भी वैध भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ अपनी सड़कों पर वाहन चलाने की इजाजत देते हैं। Road Trip - फोटो : Freepik विस्तार Follow Us रोड ट्रिप के जरिए विदेश यात्रा पर निकलना एक रोमांचकारी अनुभव होता है। इसमें मनचाही जगह पर रुकने और नजारों का आनंद लेने की आजादी होती। इसके साथ ही विभिन्न देशों और संस्कृतियों को जानने का मौका भी मिलता है। ज्यादातर लोग विदेश यात्रा किसी सार्वजनिक परिवहन से करते हैं। लेकिन कुछ लोग इस यात्रा पर खुद की गाड़ी से निकलते हैं, नहीं तो किराये पर भी वाहन ले लेते हैं। विदेश में गाड़ी चलाने की इच्छा रखने वाले भारतीय यात्रियों के लिए, यह जानना जरूरी है कि उनका भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस कहां मान्य है।  कई देश भारतीयों को भारत से अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट के बिना भी वैध भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ अपनी सड़कों पर वाहन चलाने की इजाजत देते हैं। यह जानकारी यात्रा को आसान और ज्यादा आनंददायक बना सकती है। यहां हम ऐसे 10 देशों के बारे में बता रहे हैं, जहां भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस स्वीकार किए जाते हैं। इससे सैलानी पूरे आत्मविश्वास के साथ सड़कों पर यात्रा का लुत्फ उठा सकते हैं और दुनिया की खोज कर सकते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी सड़कों पर भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की इजाजत देता है। ड्राइविंग लाइसेंस देश में प्रवेश के दिन से एक वर्ष के लिए वैध होता है। हालांकि, ड्राइविंग लाइसेंस भारत की किसी भी क्षेत्रीय भाषा में नहीं हो सकता है। और यदि डीएल है तो उसका अंग्रेजी में अनुवाद किया जाना चाहिए। यात्री को एक सत्यापित I-94 फॉर्म भी ले जाना होगा जो संयुक्त राज्य अमेरिका में उनके वैध एंट्री के सबूत के तौर पर काम करता है। कनाडा कनाडा भारतीय नागरिकों को 60 दिनों तक की अवधि के लिए अपने डीएल के साथ गाड़ी चलाने की अनुमति देता है। जिसके बाद यदि आप देश में गाड़ी चलाना जारी रखना चाहते हैं तो आपको एक अलग परमिट हासिल करने की जरूरत होगी। कनाडा में वाहन सड़क के दाहिनी ओर भी चलाए जाते हैं।  यूनाइटेड किंगडम भारतीय ड्राइवर का लाइसेंस इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड में ब्रिटेन में एंट्री के दिन से एक वर्ष के लिए वैध होता है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि कोई सिर्फ मोटरसाइकिल और कारों सहित वाहनों की एक विशिष्ट श्रेणी ही चला सकता है। लाइसेंस भी अंग्रेजी में होना चाहिए और सड़क के बाईं ओर गाड़ी चलानी होगी। ऑस्ट्रेलिया ऑस्ट्रेलिया भी न्यू साउथ वेल्स, क्वींसलैंड, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियाई राजधानी क्षेत्र सहित क्षेत्रों में एक वर्ष के लिए भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की अनुमति देता है। उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के लिए, लाइसेंस तीन महीने के लिए वैध है। उत्तरी ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करते समय भारत से अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट ले जाने की सलाह दी जाती है। भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया में भी कारें बायीं ओर चलती हैं। स्विट्जरलैंड ऊपर बताए देशों की तरह, स्विट्जरलैंड भी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस धारक को एक वर्ष के लिए देश में गाड़ी चलाने की अनुमति देता है। लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए, और कोई भी व्यक्ति लाइसेंस द्वारा परमिट किए गए किसी भी वाहन को लीज पर ले सकता है। यहां कारों को सड़क के दाहिनी ओर चलाना होगा। जर्मनी जर्मनी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की अनुमति देता है, लेकिन सिर्फ छह महीने के लिए। लाइसेंस या तो अंग्रेजी या जर्मन भाषा में होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है, तो किसी को पुलिस अधिकारियों या किराये की एजेंसियों द्वारा इसका अनुवाद करवाना होगा। छह महीने के बाद, आपको अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट या जर्मन ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत होगी। जर्मनी में भी आपको सड़क के दाहिनी ओर गाड़ी चलाना होता है। न्यूजीलैंड न्यूजीलैंड एक वर्ष के लिए भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की इजाजत देता है। जिसके बाद किसी को न्यूजीलैंड का ड्राइवर लाइसेंस या अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट की जरूर होगी। न्यूजीलैंड में भारतीय डीएल के साथ गाड़ी चलाने के लिए आवश्यक न्यूनतम आयु 21 वर्ष है और आपका ड्राइविंग लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है, तो आप न्यूजीलैंड परिवहन एजेंसी से अनुवादित प्रति हासिल कर सकते हैं। स्वीडन भारतीय ड्राइवर लाइसेंस से स्वीडन की खूबसूरत सड़कों पर एक साल तक ड्राइव का आनंद लिया जा सकता है। ड्राइविंग लाइसेंस अंग्रेजी या स्वीडिश, जर्मन, फ्रेंच, डेनिश और नॉर्वेजियन सहित स्वीडन द्वारा अनुमोदित किसी अन्य भाषा में होना चाहिए। आईडी प्रूफ और फोटो जैसे अन्य दस्तावेज भी अपने पास रखने चाहिए। फ्रांस फ्रांस में भारतीय ड्राइवर का लाइसेंस एक वर्ष तक के लिए वैध होता है। हालांकि किसी को इसका फ्रेंच में अनुवाद करना होगा। इसके अलावा ज्यादातर यूरोप की तरह, फ्रांस में कारों का स्टीयरिंग व्हील बाईं ओर होता है। और कारें सड़क के दाईं ओर चलती हैं। दक्षिण अफ्रीका भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस दक्षिण अफ्रीका में एक वर्ष के लिए वैध है। यहां भी ड्राइविंग लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए। और देश में कार या मोटरसाइकिल किराए पर लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट की जरूरत हो सकती है। सुरक्षित रहने के लिए अन्य यात्रा दस्तावेज साथ रखना उचित रहेगा। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि ऊपर बताए गए देशों में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस स्वीकार किया जाता है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस या परमिट (आईडीपी) हासिल करने से आप अन्य देशों में भी गाड़ी चला सकेंगे। आईडीपी आपके स्थानीय क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) से हासिल किया जा सकता है। 

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ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अमर शर्मा Updated Sat, 07 Sep 2024 07: 29 PM IST

रोड ट्रिप के जरिए विदेश यात्रा पर निकलना एक रोमांचकारी अनुभव होता है। कई देश भारतीयों को भारत से अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट के बिना भी वैध भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ अपनी सड़कों पर वाहन चलाने की इजाजत देते हैं। Road Trip – फोटो : Freepik

विस्तार Follow Us

रोड ट्रिप के जरिए विदेश यात्रा पर निकलना एक रोमांचकारी अनुभव होता है। इसमें मनचाही जगह पर रुकने और नजारों का आनंद लेने की आजादी होती। इसके साथ ही विभिन्न देशों और संस्कृतियों को जानने का मौका भी मिलता है। ज्यादातर लोग विदेश यात्रा किसी सार्वजनिक परिवहन से करते हैं। लेकिन कुछ लोग इस यात्रा पर खुद की गाड़ी से निकलते हैं, नहीं तो किराये पर भी वाहन ले लेते हैं। विदेश में गाड़ी चलाने की इच्छा रखने वाले भारतीय यात्रियों के लिए, यह जानना जरूरी है कि उनका भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस कहां मान्य है। 

कई देश भारतीयों को भारत से अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट के बिना भी वैध भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ अपनी सड़कों पर वाहन चलाने की इजाजत देते हैं। यह जानकारी यात्रा को आसान और ज्यादा आनंददायक बना सकती है। यहां हम ऐसे 10 देशों के बारे में बता रहे हैं, जहां भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस स्वीकार किए जाते हैं। इससे सैलानी पूरे आत्मविश्वास के साथ सड़कों पर यात्रा का लुत्फ उठा सकते हैं और दुनिया की खोज कर सकते हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका
संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी सड़कों पर भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की इजाजत देता है। ड्राइविंग लाइसेंस देश में प्रवेश के दिन से एक वर्ष के लिए वैध होता है। हालांकि, ड्राइविंग लाइसेंस भारत की किसी भी क्षेत्रीय भाषा में नहीं हो सकता है। और यदि डीएल है तो उसका अंग्रेजी में अनुवाद किया जाना चाहिए। यात्री को एक सत्यापित I-94 फॉर्म भी ले जाना होगा जो संयुक्त राज्य अमेरिका में उनके वैध एंट्री के सबूत के तौर पर काम करता है।

कनाडा
कनाडा भारतीय नागरिकों को 60 दिनों तक की अवधि के लिए अपने डीएल के साथ गाड़ी चलाने की अनुमति देता है। जिसके बाद यदि आप देश में गाड़ी चलाना जारी रखना चाहते हैं तो आपको एक अलग परमिट हासिल करने की जरूरत होगी। कनाडा में वाहन सड़क के दाहिनी ओर भी चलाए जाते हैं। 

यूनाइटेड किंगडम
भारतीय ड्राइवर का लाइसेंस इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड में ब्रिटेन में एंट्री के दिन से एक वर्ष के लिए वैध होता है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि कोई सिर्फ मोटरसाइकिल और कारों सहित वाहनों की एक विशिष्ट श्रेणी ही चला सकता है। लाइसेंस भी अंग्रेजी में होना चाहिए और सड़क के बाईं ओर गाड़ी चलानी होगी।

ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया भी न्यू साउथ वेल्स, क्वींसलैंड, दक्षिण ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियाई राजधानी क्षेत्र सहित क्षेत्रों में एक वर्ष के लिए भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की अनुमति देता है। उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के लिए, लाइसेंस तीन महीने के लिए वैध है। उत्तरी ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करते समय भारत से अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट ले जाने की सलाह दी जाती है। भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया में भी कारें बायीं ओर चलती हैं।

स्विट्जरलैंड
ऊपर बताए देशों की तरह, स्विट्जरलैंड भी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस धारक को एक वर्ष के लिए देश में गाड़ी चलाने की अनुमति देता है। लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए, और कोई भी व्यक्ति लाइसेंस द्वारा परमिट किए गए किसी भी वाहन को लीज पर ले सकता है। यहां कारों को सड़क के दाहिनी ओर चलाना होगा।

जर्मनी
जर्मनी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की अनुमति देता है, लेकिन सिर्फ छह महीने के लिए। लाइसेंस या तो अंग्रेजी या जर्मन भाषा में होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है, तो किसी को पुलिस अधिकारियों या किराये की एजेंसियों द्वारा इसका अनुवाद करवाना होगा। छह महीने के बाद, आपको अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट या जर्मन ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत होगी। जर्मनी में भी आपको सड़क के दाहिनी ओर गाड़ी चलाना होता है।

न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड एक वर्ष के लिए भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के इस्तेमाल की इजाजत देता है। जिसके बाद किसी को न्यूजीलैंड का ड्राइवर लाइसेंस या अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट की जरूर होगी। न्यूजीलैंड में भारतीय डीएल के साथ गाड़ी चलाने के लिए आवश्यक न्यूनतम आयु 21 वर्ष है और आपका ड्राइविंग लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है, तो आप न्यूजीलैंड परिवहन एजेंसी से अनुवादित प्रति हासिल कर सकते हैं।

स्वीडन
भारतीय ड्राइवर लाइसेंस से स्वीडन की खूबसूरत सड़कों पर एक साल तक ड्राइव का आनंद लिया जा सकता है। ड्राइविंग लाइसेंस अंग्रेजी या स्वीडिश, जर्मन, फ्रेंच, डेनिश और नॉर्वेजियन सहित स्वीडन द्वारा अनुमोदित किसी अन्य भाषा में होना चाहिए। आईडी प्रूफ और फोटो जैसे अन्य दस्तावेज भी अपने पास रखने चाहिए।

फ्रांस
फ्रांस में भारतीय ड्राइवर का लाइसेंस एक वर्ष तक के लिए वैध होता है। हालांकि किसी को इसका फ्रेंच में अनुवाद करना होगा। इसके अलावा ज्यादातर यूरोप की तरह, फ्रांस में कारों का स्टीयरिंग व्हील बाईं ओर होता है। और कारें सड़क के दाईं ओर चलती हैं।

दक्षिण अफ्रीका
भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस दक्षिण अफ्रीका में एक वर्ष के लिए वैध है। यहां भी ड्राइविंग लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए। और देश में कार या मोटरसाइकिल किराए पर लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट की जरूरत हो सकती है। सुरक्षित रहने के लिए अन्य यात्रा दस्तावेज साथ रखना उचित रहेगा।

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि ऊपर बताए गए देशों में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस स्वीकार किया जाता है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस या परमिट (आईडीपी) हासिल करने से आप अन्य देशों में भी गाड़ी चला सकेंगे। आईडीपी आपके स्थानीय क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) से हासिल किया जा सकता है।