मंच पर आमने-सामने हुए भाजपा-कांग्रेस के नेता। – फोटो : Amar Ujala Digital
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मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की खिलचीपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह खींची लगातार दूसरी बार भरे मंच से भाजपा के लोगों पर हाज़िर जवाब होते हुए नज़र आए। इस बार उनके लपेटे भाजपा के जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह गुर्जर आ गए, जिसका वीडियो गुरुवार को वायरल हो रहा है।
दरसअल नौ अगस्त को राजगढ़ जिला मुख्यालय में आदिवासियों के द्वारा एक रैली का आयोजन किया गया। इसके पश्चात स्टेडियम प्रांगण में आमसभा भी आयोजित की गई। इस दौरान आदिवासी समाज के पदाधिकारी व दोनों दलों के नेता और पदाधिकारी भी उपस्थित हुए। उन्होंने जनसमूह को संबोधित किया।
इस दौरान मौजूदा जनसमूह को संबोधित करने के लिए जब भाजपा जिलाध्यक्ष माइक पर आए तो वे भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री लाडली बहना और सरकार का गुणगान करने लगे। तभी मंचासीन आदिवासी नेता उठकर उनके पास आए और उन्हें कार्यक्रम में सरकार का गुणगान करने के लिए मना किया, जिसके पश्चात भाजपा जिला अध्यक्ष ने खुद को आदिवासी बताते हुए कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायक प्रियव्रत सिंह खींची की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि हम आदिवासियों की पीड़ा राजा-महाराजाओं को तो सुननी पड़ेगी। इतना सुनते ही विधायक मंच से उठकर माइक के पास आये और कहा कि पहले तो ये क्लियर कर दूं। 1947 के बाद न कोई राजा है न महाराजा है, मैं यहां आया हूं तो आपके विधायक के रूप में। आप लोगों ने मुझे आमंत्रित किया है और यह कोई पार्टी का मंच नहीं है।
बता दें इसके पहले भी पूर्व मंत्री व विधायक प्रियव्रत सिंह खींची शासकीय कार्यक्रम में खिलचीपुर से भाजपा के पूर्व विधायक हजारीलाल दांगी को मंच से ही लपेटे में लेते हुए नजर आए थे। उस दौरान उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह की सरकार में भी आपने गुलाब जामुन खाए हैं और शिवराज सिंह चौहान की सरकार में भी गुलाब जामुन खा रहे हैं।
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