कार को पानी में से बाहर निकालते हुए – फोटो : अमर उजाला
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शाजापुर में रुक-रुककर हो रही बारिश का दौर लगातार जारी है। ऐसे में बारिश के चलते जिले के तमाम नदी-नाले उफान पर हैं। चीलर, लखुंदर, नेवज और काली सिंध सहित तमाम नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। बारिश के बाद कई गांव में बरसाती नाले उफान पर आ गए और जिला मुख्यालय से जुड़े रास्ते बंद हो गए हैं। लखुंदर नदी पर बने जादमी पुल पर पानी बढ़ने पर यहां लोगों की आवाजाही रोकने के लिए पुलिस जवानों को तैनात किया गया है।
बता दें कि निपानिया डाबी, टूकराना और मेंहदी सहित तमाम गावों में बारिश के बाद जलभराव के हालात बने हुए हैं। बारिश के कारण शहर के पेयजल का मुख्य स्त्रोत चिलर डैम भी लगभग 10 फीट तक भर चुका है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे शाजापुर जिले में भी बारिश का अलर्ट जताया है।
बताते चलें, शुक्रवार को हुई जिले में जोरदार बारिश और अभी भी रुक-रुककर हो रही बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भर गया तो कहीं नदी-नाले उफान पर देखे जा रहे हैं। ऐसे में एक चार पहिया वाहन रेलवे के अंडर ब्रिज में तैरती हुई देखी गई, जिसे ग्रामीणों की सूझबूझ से कार में सवार लोगों को बचाया गया और कार को ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला गया।
दरअसल, आगर से चलकर तिंगजपुर जा रही एक चार पहिया वाहन जिसमें मां, बेटी और छह महीने की एक नवजात नातिन सवार थी। जो पनवाड़ी स्थित रेलवे के अंडर ब्रिज में भरे पानी के बीच फस गए। उनका वाहन पानी के ऊपर तैरने लगा, जिसे देख ग्रामीण प्रमोद भुवंता, तरुण पाटीदार और पंकज पाटीदार ने पानी के बहाव की चिंता किए बगैर सर्वप्रथम नवजात को बचाकर किनारे किया। फिर ग्रामीणों ने रस्सी के सहारे मां-बेटी और कार चालक को निकाला।
वहीं, चार पहिया वाहन को भी रस्सी के सहारे ग्रामीणों ने निकालकर किनारे खड़ा किया। कार चालक लक्ष्मण सिंह ने बताया कि मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि अंडर ब्रीज में इतना पानी भरा होगा, वह तो गनीमत रही कि ग्रामीणों ने तुरंत तैरते वाहन से सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वरना बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
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