PM Modi Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर विदेश यात्रा पर जा रहे हैं. 21 अगस्त को पोलैंड और यूक्रेन के दौरे रवाना होने वाले हैं. पीएम मोदी 21 अगस्त को एक दिवसीय पोलैंड यात्रा करेंगे. बता दें, यह 40 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड यात्रा है. 1979 में मोरारजी देसाई ने बतौर प्रधानमंत्री पोलैंड की यात्रा की थी. उनसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने भी पोलैंड की यात्रा की थी. अब 40 साल के बाद पीएम मोदी यहां का दौरा करने वाले हैं.
पीएम मोदी की यात्रा को लेकर भारत में पोलैंड के प्रभारी डी एफेयर सेबेस्टियन डोमजल्स्की ने कहा है कि हमारे इतिहास में कई कहानियां और अध्याय हैं जो बताते हैं कि लोगों के बीच संबंध कितने घनिष्ठ थे. उन्होंने कहा है कि उन्हीं कहानियों में से एक है जाम साहब की कहानी. इस कहानी को पीएम मोदी उजागर करेंगे क्योंकि वह गुजरात से हैं. उन्होंने कहा कि महाराजा जाम साहब ने भारत-पोलिश सहयोग के बीज बोए थे. पोलैंड में महाराजा जाम साहब के नाम पर एक चौक और स्कूल है. उन्होंने यह भी कहा कि पोलिश समुदाय में भारतीय प्रवासियों के योगदान की काफी सराहना की जाती है. उन्होंने कहा कि भारत की यूएनएससी की स्थायी सीट के लिए पोलैंड का समर्थन सबसे ऊपर है.
#WATCH | Delhi: Chargé d’affaires of Poland to India Sebastian Domżalski says, “We have several stories and chapters in our history which show how close people-to-people relations were. The story of ‘good Maharaja’ Jam Sahib is one of them. This story will be highlighted by PM… pic.twitter.com/POf9F8Da7p
— ANI (@ANI) August 19, 2024 भारत का पुराना दोस्त है पोलैंड
पोलैंड और भारत की दोस्ती काफी पुरानी है. राजनीतिक के साथ-साथ आर्थिक क्षेत्र में भी दोनों देश जुड़े हुए हैं. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जब जर्मनी ने पोलैंड पर आक्रमण किया था तो भारत ने जर्मनी के आक्रमण का काफी विरोध किया था. भारत की आजादी के बाद पोलैंड के साथ पहला राजनयिक संबंध 1954 में हुआ था. वहीं 1957 में वारसॉ में पहला भारतीय दूतावास खोला गया. इससे पहले 1955 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पोलैंड की यात्रा की थी.
पीएम मोदी 23 अगस्त को करेंगे यूक्रेन की यात्रा
पोलैंड की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीव यात्रा पर रहेंगे. पीएम मोदी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ वार्ता करने के लिए 23 अगस्त को यूक्रेन की यात्रा करने वाले हैं. बता दें भारत ने सोमवार को कहा कि वह यूक्रेन संकट का शांतिपूर्ण समाधान तलाशने के पक्ष में है. विदेश मंत्रालय में सचिव तन्मय लाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत हमेशा से यूक्रेन में संघर्ष को सुलझाने के लिए कूटनीति और वार्ता की हिमायत करता रहा है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष पर भी चर्चा होगी. भाषा इनपुट के साथ
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