organ-donation:-पिता-गंभीर,-नाबालिग-बेटी-ने-कहा-मैं-अपना-लिवर-दूंगी,-हाईकोर्ट-में-फंसा-पेंच
मां और पिता के साथ प्रीति। - फोटो : अमर उजाला, डिजिटल, इंदौर विस्तार Follow Us इंदौर में पिता को नाबालिग बेटी द्वारा लिवर डोनेट किया जाएगा। इस मामले में शासन स्तर से अनुमति दे दी गई है। मंगलवार शाम को इस संबंध में आदेश भी जारी हो गए। एडवोकेट नीलेश मनोरे ने बताया कि हाईकोर्ट से अनुमति मिलना अभी बाकी है। शासन स्तर से तो लिवर ट्रांसप्लांट की अनुमति मिल गई है। हमने चीफ जस्टिस के सामने तत्काल सुनवाई की अपील की है। हमें उम्मीद है कि कल सुबह तक हमें लिवर ट्रांसप्लांट की अनुमति मिल जाएगी। Organ Donation के लिए बेटी की उम्र कम होने की वजह से मामला हाईकोर्ट में गया था।  बेटी ने किया अनुमति के लिए संघर्ष इस मामले में बेटी के नाबालिग होने की वजह से लिवर ट्रांसप्लांट के लिए हाईकोर्ट से अनुमति लेना थी। कोर्ट ने इस केस में मेडिकल बोर्ड से बेटी की फिटनेस को लेकर रिपोर्ट मांगी थी जिसे कोर्ट में सबमिट कर दिया गया है। रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन शासन का जवाब नहीं आने की वजह से पिछली सुनवाई में फैसला नहीं हो पाया था।  हॉस्पिटल में शुरू हुई ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया निजी अस्पताल ने ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मामले में अनुमति मिलने की सूचना परिजनों को भी दे दी गई है। डॉक्टर ने पिता और डोनर नाबालिग बेटी को ऑब्जर्वेशन में ले लिया है। संभावना है कि कल लिवर ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन हो सकता है।  क्या है मामला इंदौर में रहने वाले शिवनारायण बाथम (42) का लिवर फेल हो गया और स्थिति गंभीर हो गई। डाक्टर ने तुरंत लिवर डोनेट करने के लिए कहा। तुरंत डोनर नहीं मिलने से नाबालिग बेटी प्रीति ने कहा कि वह पिता को लिवर दे देगी। हालांकि उसकी उम्र 18 साल से दो महीने कम होने की वजह से डॉक्टरों ने लिवर ट्रांसप्लांट से मना कर दिया। बेटी प्रीति ने हाई कोर्ट इंदौर में 13 जून को याचिका दायर की और लिवर डोनेट करने की अनुमति मांगी। प्रशासन ने इस पर अनुमति दे दी है। कोर्ट आज या कल अनुमति दे देगा। प्रीति पांच बहनों में सबसे बड़ी है। पत्नी लिवर इसलिए नहीं दे पाई क्योंकि उन्हें शुगर है। 

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मां और पिता के साथ प्रीति। – फोटो : अमर उजाला, डिजिटल, इंदौर

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इंदौर में पिता को नाबालिग बेटी द्वारा लिवर डोनेट किया जाएगा। इस मामले में शासन स्तर से अनुमति दे दी गई है। मंगलवार शाम को इस संबंध में आदेश भी जारी हो गए। एडवोकेट नीलेश मनोरे ने बताया कि हाईकोर्ट से अनुमति मिलना अभी बाकी है। शासन स्तर से तो लिवर ट्रांसप्लांट की अनुमति मिल गई है। हमने चीफ जस्टिस के सामने तत्काल सुनवाई की अपील की है। हमें उम्मीद है कि कल सुबह तक हमें लिवर ट्रांसप्लांट की अनुमति मिल जाएगी। Organ Donation के लिए बेटी की उम्र कम होने की वजह से मामला हाईकोर्ट में गया था। 

बेटी ने किया अनुमति के लिए संघर्ष
इस मामले में बेटी के नाबालिग होने की वजह से लिवर ट्रांसप्लांट के लिए हाईकोर्ट से अनुमति लेना थी। कोर्ट ने इस केस में मेडिकल बोर्ड से बेटी की फिटनेस को लेकर रिपोर्ट मांगी थी जिसे कोर्ट में सबमिट कर दिया गया है। रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन शासन का जवाब नहीं आने की वजह से पिछली सुनवाई में फैसला नहीं हो पाया था। 

हॉस्पिटल में शुरू हुई ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया
निजी अस्पताल ने ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मामले में अनुमति मिलने की सूचना परिजनों को भी दे दी गई है। डॉक्टर ने पिता और डोनर नाबालिग बेटी को ऑब्जर्वेशन में ले लिया है। संभावना है कि कल लिवर ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन हो सकता है। 

क्या है मामला
इंदौर में रहने वाले शिवनारायण बाथम (42) का लिवर फेल हो गया और स्थिति गंभीर हो गई। डाक्टर ने तुरंत लिवर डोनेट करने के लिए कहा। तुरंत डोनर नहीं मिलने से नाबालिग बेटी प्रीति ने कहा कि वह पिता को लिवर दे देगी। हालांकि उसकी उम्र 18 साल से दो महीने कम होने की वजह से डॉक्टरों ने लिवर ट्रांसप्लांट से मना कर दिया। बेटी प्रीति ने हाई कोर्ट इंदौर में 13 जून को याचिका दायर की और लिवर डोनेट करने की अनुमति मांगी। प्रशासन ने इस पर अनुमति दे दी है। कोर्ट आज या कल अनुमति दे देगा। प्रीति पांच बहनों में सबसे बड़ी है। पत्नी लिवर इसलिए नहीं दे पाई क्योंकि उन्हें शुगर है। 

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