mp-politics:-भाजपा-सांसद-केपी-यादव-ने-सिंधिया-पर-बिना-नाम-लिए-साधा-निशाना,-2019-में-गलती-के-बयान-पर-भड़के
केपी यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया - फोटो : Amar Ujala (File Photo) विस्तार मध्य प्रदेश में चुनाव के पहले सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल से गुना के भाजपा सांसद केपी यादव का एक वीडियो शेयर किया है। इसके साथ कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा सांसद केपी यादव ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। वीडियो में यादव कथित तौर पर कह रहे हैं कि कुछ मूर्ख लोग होते हैं, जिन्हें यह भी पता नहीं होता है कि हमें मंच पर बोलना क्या है? ये खुद को बुद्धिजीवी समझते हैं। इस वीडियो को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया इंचार्ज जयराम रमेश ने रिट्वीट किया है। साथ में लिखा है कि गद्दारी का नतीजा- न घर के रहे, न घाट के।  मप्र कांग्रेस की तरफ से शेयर किए गए वीडियो में केपी यादव कह रहे हैं कि भीड़ में कुछ मूर्ख लोग होते हैं। जिन्हें यह भी नहीं पता कि मंच पर बोलना क्या है? वह अपने आप को बड़ा बुद्धिजीवी समझते है, लेकिन ऐसे कई मूर्ख लोग होते है। मैंने तो पहले भी खुल कर कहा था। जिन्हें यही नहीं पता कि हम भारतीय जनता पार्टी में हैं। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश में सरकार है। भारतीय जनता पार्टी का यहां सांसद है। फिर भी भरे मंच से जहां केंद्रीय मंत्री बैठे हैं। जहां और भी कई जनप्रतिनिधि बैठे हैं। वहां मंच से चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि 2019 में हमसे गलती हो हुई थी। मतलब उनकी बुद्धि विवेक की मैं दाद देता हूं कि उनमें कहां से इस तरह की हिम्मत आती है कि जिसका खा रहे हो, उसकी ही थाली में छेद कर रहे हो।  गद्दारी का नतीजा - न घर के रहे न घाट के। https://t.co/LJWSPwPVf6 — Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 24, 2023 जहां थे, वहीं रहना था यादव आगे कहते हैं कि जिस पार्टी ने आपको मान सम्मान दिया। जिस पार्टी में आप हो। उस पार्टी का सांसद जीता है और आप मंच से कह रहे हो कि आपसे गलती हुई है। यह तो समझ से परे है। यदि उनको इतनी तकलीफ है तो मुझे लगता है कि उन लोगों को जहां वो थे, वहीं रहना था और इतने जनप्रिय है तो वहीं रहकर फिर से एक बार संघर्ष करते। फिर से एक बार मेरे साथ या मेरी पार्टी जिसे टिकट देती उसके खिलाफ चुनाव लड़ते। यदि जीतते तो मैं भी मानता कि हां इनकी बात में दम है।  सिंधिया को हराया था यादव ने बता दें, 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना सीट पर केपी यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया था। सिंधिया कांग्रेस की सीट पर चुनाव लड़े थे। इसके बाद सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। इससे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। बताया जा रहा है कि सिंधिया गुना क्षेत्र में यादव समाज के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में सांसद केपी यादव को नहीं बुलाया गया था। माना जा रहा है कि इसकी खीझ निकालते हुए उन्होंने अपनी बात कही है। हालांकि यादव ने सीधे सिंधिया को नहीं घेरा बल्कि उनके किसी समर्थक के भाषण का जिक्र कर उन पर निशाना साधा। इससे पहले भी सिंधिया परिवार पर वे झांसी की रानी से गद्दारी का आरोप लगा चुके हैं। इसके बाद यादव को शीर्ष भाजपा नेताओं ने भोपाल तलब कर नसीहत दी थी।

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केपी यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया – फोटो : Amar Ujala (File Photo)

विस्तार मध्य प्रदेश में चुनाव के पहले सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल से गुना के भाजपा सांसद केपी यादव का एक वीडियो शेयर किया है। इसके साथ कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा सांसद केपी यादव ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। वीडियो में यादव कथित तौर पर कह रहे हैं कि कुछ मूर्ख लोग होते हैं, जिन्हें यह भी पता नहीं होता है कि हमें मंच पर बोलना क्या है? ये खुद को बुद्धिजीवी समझते हैं। इस वीडियो को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया इंचार्ज जयराम रमेश ने रिट्वीट किया है। साथ में लिखा है कि गद्दारी का नतीजा- न घर के रहे, न घाट के। 

मप्र कांग्रेस की तरफ से शेयर किए गए वीडियो में केपी यादव कह रहे हैं कि भीड़ में कुछ मूर्ख लोग होते हैं। जिन्हें यह भी नहीं पता कि मंच पर बोलना क्या है? वह अपने आप को बड़ा बुद्धिजीवी समझते है, लेकिन ऐसे कई मूर्ख लोग होते है। मैंने तो पहले भी खुल कर कहा था। जिन्हें यही नहीं पता कि हम भारतीय जनता पार्टी में हैं। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश में सरकार है। भारतीय जनता पार्टी का यहां सांसद है। फिर भी भरे मंच से जहां केंद्रीय मंत्री बैठे हैं। जहां और भी कई जनप्रतिनिधि बैठे हैं। वहां मंच से चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि 2019 में हमसे गलती हो हुई थी। मतलब उनकी बुद्धि विवेक की मैं दाद देता हूं कि उनमें कहां से इस तरह की हिम्मत आती है कि जिसका खा रहे हो, उसकी ही थाली में छेद कर रहे हो। 

गद्दारी का नतीजा – न घर के रहे न घाट के। https://t.co/LJWSPwPVf6

— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 24, 2023 जहां थे, वहीं रहना था
यादव आगे कहते हैं कि जिस पार्टी ने आपको मान सम्मान दिया। जिस पार्टी में आप हो। उस पार्टी का सांसद जीता है और आप मंच से कह रहे हो कि आपसे गलती हुई है। यह तो समझ से परे है। यदि उनको इतनी तकलीफ है तो मुझे लगता है कि उन लोगों को जहां वो थे, वहीं रहना था और इतने जनप्रिय है तो वहीं रहकर फिर से एक बार संघर्ष करते। फिर से एक बार मेरे साथ या मेरी पार्टी जिसे टिकट देती उसके खिलाफ चुनाव लड़ते। यदि जीतते तो मैं भी मानता कि हां इनकी बात में दम है। 

सिंधिया को हराया था यादव ने
बता दें, 2019 के लोकसभा चुनाव में गुना सीट पर केपी यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया था। सिंधिया कांग्रेस की सीट पर चुनाव लड़े थे। इसके बाद सिंधिया ने 2020 में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। इससे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। बताया जा रहा है कि सिंधिया गुना क्षेत्र में यादव समाज के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में सांसद केपी यादव को नहीं बुलाया गया था। माना जा रहा है कि इसकी खीझ निकालते हुए उन्होंने अपनी बात कही है। हालांकि यादव ने सीधे सिंधिया को नहीं घेरा बल्कि उनके किसी समर्थक के भाषण का जिक्र कर उन पर निशाना साधा। इससे पहले भी सिंधिया परिवार पर वे झांसी की रानी से गद्दारी का आरोप लगा चुके हैं। इसके बाद यादव को शीर्ष भाजपा नेताओं ने भोपाल तलब कर नसीहत दी थी।

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