mp-politics:-ट्विटर-पर-पेड-अकाउंट्स-से-कांग्रेस-का-अभियान,-ट्रेंड-हुआ-था-कमलनाथ-का-मंडला-में-दिया-भाषण
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: अरविंद कुमार Updated Thu, 20 Jul 2023 03: 30 PM IST लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें MP Politics: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस में ट्विटर पर ट्रेंडिंग वॉर शुरू हो चुका है। तीन हफ्ते पहले कांग्रेस का #भ्रष्टासुर भाजपा कैंपेन टॉप ट्रेंड बना था। मामले की पड़ताल हुई तो पता चला कि सैकड़ों ट्वीट पेड अकाउंट्स से हुए हैं। बीजेपी और कांग्रेस का ट्वीट - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us कांग्रेस के मध्यप्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तीन हफ्ते पहले मंडला में भाजपा की शिवराज सिंह चौहान सरकार के कथित भ्रष्टाचार पर जमकर हमले बोले थे। कांग्रेस ने अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल पर #भ्रष्टासुर_भाजपा नाम से कैंपेन चलाया, जो देखते ही देखते टॉप ट्रेंड बन गया। धड़ाधड़ तीन से चार हजार ट्वीट इस हैशटैग से हुए थे। सोशल मीडिया के स्वतंत्र विशेषज्ञों ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि यह ट्रेंड फर्जी था। कुछ पेड अकाउंट्स से इस हैशटैग को ट्रेंड करवाया गया था। बात 24 जून की है। कमलनाथ की मंडला में रैली थी। उन्होंने यहां भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर हमले बोले। प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से कमलनाथ की सभा को लाइव स्ट्रीम किया गया था। इसके साथ ही #भ्रष्टासुर_भाजपा हैशटेग भी चलाया गया था। देखते ही देखते इस हैशटैग के साथ तीन से चार हजार ट्रेंड चल निकले थे। अब पता चला है कि ज्यादातर ट्वीट फेक अकाउंट्स से किए गए हैं। ये ऐसे अकाउंट्स हैं, जिनसे भाजपा के कैंपेन भी चले हैं। इन्हीं ट्विटर हैंडल से कांग्रेस विरोधी और कमलनाथ को चमननाथ बताने वाले ट्वीट भी हुए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि सोशल मीडिया पर चल रहे कैंपेन कितने भरोसेमंद हैं? इन हैंडल्स से हुए थे ट्वीट हैरानी की बात यह है कि जिन ट्विटर हैंडल्स से भाजपा के खिलाफ ट्वीट हुए, उन्हीं हैंडल्स से कुछ दिन पहले कांग्रेस विरोधी ट्वीट भी हुए थे। उदाहरण के लिए रॉकी रॉक्स नामक ट्विटर हैंडल ने सतपुड़ा भवन में लगी आग पर फोटो के साथ ट्वीट किया कि शिवराज, सतपुड़ा और सत्यानाश। इसी हैंडल से इसके एक दिन पहले ट्वीट हुआ था कि आदिवासियों ने कमलनाथ का पुतला फूंका। एक और ट्विटर हैंडल है- ऑफिशियल मयंक। यहां से भी शिवराज, सतपुड़ा और सत्यानाश पोस्टर के साथ ट्वीट हुआ। इसी हैंडल से 16 जून को ट्वीट में कहा गया था कि अपने ही गढ़ में कमलनाथ बने चमननाथ। ये दो ट्विटर हैंडल तो महज बानगी है। इनके अलावा-स्टार बॉय-अखिल प्रभाकर, कृष्णा थॉट्स, वीरा विजय, चॉको चिप्स, श्रीकांत अवुला जैसे अनेक ट्विटर हैंडल हैं, जिन पर शिवराज का पोस्टर शेयर हुआ और ट्रेंड बनाने की कोशिश की गई थी। हालांकि, इन्हीं हैंडल्स से इससे पहले भाजपा के समर्थन में और कांग्रेस के विरोध में भी ट्वीट और कैंपेन हुए हैं। ट्रेंड बताता है कि ट्विटर पर कौन-सा टॉपिक चर्चा में ट्विटर ट्रेंड की बात करें तो हैशटैग से आप इसे पहचान सकते हैं। यह बताता है कि दुनिया, देश और प्रदेश स्तर पर किस विषय पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। हैशटैग से किए गए ट्वीट्स को रोबोट्स, जिन्हें बॉट्स भी कहा जाता है, पढ़ते हैं और गिनते हैं। किसी हैशटैग से जितने ज्यादा ट्वीट, उतना ही बड़ा ट्रेंड। कई बार किसी घटना या इवेंट पर अचानक कोई विषय चर्चा में आ जाता है और वह ट्रेंडिंग टॉपिक में दर्ज हो जाता है। कई बार अपने प्रोडक्ट को ट्रेंड में लाने के लिए कंपनियां ट्रेंड कराती हैं। अब पॉलिटिकल पार्टियां भी ऐसा करने लगी हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ही नहीं, भाजपा भी इसके जरिये टॉपिक ट्रेंड कराती है। कांग्रेस ने बताया- इसे भाजपा की शरारत मध्यप्रदेश कांग्रेस में सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन अभय तिवारी का कहना है कि भाजपा इस तरह के हथकंडे अपनाती है। पहले कांग्रेस के खिलाफ टॉपिक ट्रेंड में होते थे। बाद में अपने पुराने ट्रेंड दिखाती है कि देखा भाजपा के लोग ट्रेंड कर रहे हैं। पिछले दो साल में ट्विटर ने सभी फेक अकाउंट डिलीट कर दिए है। अब जो अकाउंट हैं, वे एक्टिव अकाउंट हैं। एक ट्रेंड में पांच से दस हजार लोगों की जरूरत पड़ती है। पैसे देकर ट्वीट कराना नामुमकिन है। ट्विटर की ऐसी कोई पॉलिसी भी नहीं है, जिसमें पैसे देकर ट्रेंड कराया जाता हो। वहीं, विभाग के उपाध्यक्ष अभिनव बारोलिया का कहना है कि फर्जी ट्वीट के आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं। यह भाजपा की शरारत है। कांग्रेस का सोशल मीडिया विभाग जनता का सोशल मीडिया विभाग बन चुका है। भाजपा ने कहा- कांग्रेस का डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट एक्टिव है भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी का कहना है कि कांग्रेस का डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट इस तरह के हैशटैग चलाने का काम करता है। यथार्थ में कांग्रेस घोटाले-घपले और भ्रष्टाचार वाली पार्टी है। जिनके नेताओं पर 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले और घपलों का आरोप है, वह वो पैसा देकर इस तरह के ट्रेंड को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के पास पोलिंग बूथ पर बिठाने के कार्यकर्ता नहीं थे। उन्होंने प्रोफेशनल एजेंसी को हायर कर लोगों को बिठाया था। वहीं, भाजपा के सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश संयोजक अभिषेक शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की पूरी राजनीति ही झूठ पर टिकी है। चाहे वो चुनाव में जनता से किए वादे हो या फिर ट्विटर पर इनके फॉलोवर। सब फर्जी है। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: अरविंद कुमार Updated Thu, 20 Jul 2023 03: 30 PM IST

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MP Politics: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस में ट्विटर पर ट्रेंडिंग वॉर शुरू हो चुका है। तीन हफ्ते पहले कांग्रेस का #भ्रष्टासुर भाजपा कैंपेन टॉप ट्रेंड बना था। मामले की पड़ताल हुई तो पता चला कि सैकड़ों ट्वीट पेड अकाउंट्स से हुए हैं। बीजेपी और कांग्रेस का ट्वीट – फोटो : अमर उजाला

विस्तार Follow Us

कांग्रेस के मध्यप्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तीन हफ्ते पहले मंडला में भाजपा की शिवराज सिंह चौहान सरकार के कथित भ्रष्टाचार पर जमकर हमले बोले थे। कांग्रेस ने अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल पर #भ्रष्टासुर_भाजपा नाम से कैंपेन चलाया, जो देखते ही देखते टॉप ट्रेंड बन गया। धड़ाधड़ तीन से चार हजार ट्वीट इस हैशटैग से हुए थे। सोशल मीडिया के स्वतंत्र विशेषज्ञों ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि यह ट्रेंड फर्जी था। कुछ पेड अकाउंट्स से इस हैशटैग को ट्रेंड करवाया गया था।

बात 24 जून की है। कमलनाथ की मंडला में रैली थी। उन्होंने यहां भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर हमले बोले। प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से कमलनाथ की सभा को लाइव स्ट्रीम किया गया था। इसके साथ ही #भ्रष्टासुर_भाजपा हैशटेग भी चलाया गया था। देखते ही देखते इस हैशटैग के साथ तीन से चार हजार ट्रेंड चल निकले थे। अब पता चला है कि ज्यादातर ट्वीट फेक अकाउंट्स से किए गए हैं। ये ऐसे अकाउंट्स हैं, जिनसे भाजपा के कैंपेन भी चले हैं। इन्हीं ट्विटर हैंडल से कांग्रेस विरोधी और कमलनाथ को चमननाथ बताने वाले ट्वीट भी हुए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि सोशल मीडिया पर चल रहे कैंपेन कितने भरोसेमंद हैं?

इन हैंडल्स से हुए थे ट्वीट
हैरानी की बात यह है कि जिन ट्विटर हैंडल्स से भाजपा के खिलाफ ट्वीट हुए, उन्हीं हैंडल्स से कुछ दिन पहले कांग्रेस विरोधी ट्वीट भी हुए थे। उदाहरण के लिए रॉकी रॉक्स नामक ट्विटर हैंडल ने सतपुड़ा भवन में लगी आग पर फोटो के साथ ट्वीट किया कि शिवराज, सतपुड़ा और सत्यानाश। इसी हैंडल से इसके एक दिन पहले ट्वीट हुआ था कि आदिवासियों ने कमलनाथ का पुतला फूंका। एक और ट्विटर हैंडल है- ऑफिशियल मयंक। यहां से भी शिवराज, सतपुड़ा और सत्यानाश पोस्टर के साथ ट्वीट हुआ।

इसी हैंडल से 16 जून को ट्वीट में कहा गया था कि अपने ही गढ़ में कमलनाथ बने चमननाथ। ये दो ट्विटर हैंडल तो महज बानगी है। इनके अलावा-स्टार बॉय-अखिल प्रभाकर, कृष्णा थॉट्स, वीरा विजय, चॉको चिप्स, श्रीकांत अवुला जैसे अनेक ट्विटर हैंडल हैं, जिन पर शिवराज का पोस्टर शेयर हुआ और ट्रेंड बनाने की कोशिश की गई थी। हालांकि, इन्हीं हैंडल्स से इससे पहले भाजपा के समर्थन में और कांग्रेस के विरोध में भी ट्वीट और कैंपेन हुए हैं।

ट्रेंड बताता है कि ट्विटर पर कौन-सा टॉपिक चर्चा में
ट्विटर ट्रेंड की बात करें तो हैशटैग से आप इसे पहचान सकते हैं। यह बताता है कि दुनिया, देश और प्रदेश स्तर पर किस विषय पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। हैशटैग से किए गए ट्वीट्स को रोबोट्स, जिन्हें बॉट्स भी कहा जाता है, पढ़ते हैं और गिनते हैं। किसी हैशटैग से जितने ज्यादा ट्वीट, उतना ही बड़ा ट्रेंड। कई बार किसी घटना या इवेंट पर अचानक कोई विषय चर्चा में आ जाता है और वह ट्रेंडिंग टॉपिक में दर्ज हो जाता है। कई बार अपने प्रोडक्ट को ट्रेंड में लाने के लिए कंपनियां ट्रेंड कराती हैं। अब पॉलिटिकल पार्टियां भी ऐसा करने लगी हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ही नहीं, भाजपा भी इसके जरिये टॉपिक ट्रेंड कराती है।

कांग्रेस ने बताया- इसे भाजपा की शरारत
मध्यप्रदेश कांग्रेस में सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन अभय तिवारी का कहना है कि भाजपा इस तरह के हथकंडे अपनाती है। पहले कांग्रेस के खिलाफ टॉपिक ट्रेंड में होते थे। बाद में अपने पुराने ट्रेंड दिखाती है कि देखा भाजपा के लोग ट्रेंड कर रहे हैं। पिछले दो साल में ट्विटर ने सभी फेक अकाउंट डिलीट कर दिए है। अब जो अकाउंट हैं, वे एक्टिव अकाउंट हैं। एक ट्रेंड में पांच से दस हजार लोगों की जरूरत पड़ती है। पैसे देकर ट्वीट कराना नामुमकिन है। ट्विटर की ऐसी कोई पॉलिसी भी नहीं है, जिसमें पैसे देकर ट्रेंड कराया जाता हो। वहीं, विभाग के उपाध्यक्ष अभिनव बारोलिया का कहना है कि फर्जी ट्वीट के आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं। यह भाजपा की शरारत है। कांग्रेस का सोशल मीडिया विभाग जनता का सोशल मीडिया विभाग बन चुका है।

भाजपा ने कहा- कांग्रेस का डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट एक्टिव है
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी का कहना है कि कांग्रेस का डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट इस तरह के हैशटैग चलाने का काम करता है। यथार्थ में कांग्रेस घोटाले-घपले और भ्रष्टाचार वाली पार्टी है। जिनके नेताओं पर 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले और घपलों का आरोप है, वह वो पैसा देकर इस तरह के ट्रेंड को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के पास पोलिंग बूथ पर बिठाने के कार्यकर्ता नहीं थे। उन्होंने प्रोफेशनल एजेंसी को हायर कर लोगों को बिठाया था। वहीं, भाजपा के सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश संयोजक अभिषेक शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की पूरी राजनीति ही झूठ पर टिकी है। चाहे वो चुनाव में जनता से किए वादे हो या फिर ट्विटर पर इनके फॉलोवर। सब फर्जी है।

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