mp:-pm-मोदी-के-इमरजेंसी-वाले-बयान-पर-पटवारी-का-पलटवार,-'परीक्षाओं-में-भ्रष्टाचार-से-बड़ा-कोई-काला-दिवस-नहीं'
जीतू पटवारी - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद सत्र शुरू होने से पहले मीडिया से बात करते हुए इमरजेंसी के समय की घटनाएं बताया और कांग्रेस को जमकर घेरा। इस पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश सहित देश भर में परीक्षाओं में हो रहे गड़बड़ी से बड़ा कोई काला दिवस नहीं हो सकता है। जीतू पटवारी ने कहा कि इमरजेंसी को लेकर जो बार-बार बात कर रहे हैं, इस समय बच्चों पेपर कैंसिल होना और पेपर लीक होना सबसे बड़ा काला दिवस चल रहा है। इतनी परीक्षाएं कैंसिल होने से बड़ा काला दिवस और क्या हो सकता है। देश के प्रधानमंत्री की रिस्पांसबिलिटी है। 50 साल पुरानी बात करने से पहले प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल को देखें। देशभर में भ्रष्टाचार चल रहा है। डॉ. जोशी का इस्तीफा क्यों लिया जा रहा है। क्या कारण है उनके रहते हुए बार-बार पेपर लीक होते हैं। जहां भी जाते हैं, वहां पेपर लीक होते हैं। मध्यप्रदेश पीएससी के अध्यक्ष से तब भी हुए, छत्तीसगढ़ के थे तब भी हुए थे। ऐसे व्यक्ति को एक मिनट भी पद पर रहने क्यों दिया जा रहा है। इस पर नरेंद्र मोदी क्यों नहीं बोलते हैं। एबीपी वालों को जिन पदों में बैठाया जा रहा है, वहीं भ्रष्टाचार हो रहा है पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आगे कहा कि बार-बार एबीपी और बीजेपी के जिन कार्यकर्ताओं को पदों में बैठाया जा रहा है, ठेके दिए जा रहे हैं। वहीं ऐसी घटनाएं क्यों होती है। बीजेपी के और एबीपी के लोग क्राइम कर रहे हैं। एबीपी का कार्यकर्ता यदि किसी पद पर बैठ गया और पेपर लीक करता है तो यह देश के साथ बड़ा कुठारघात करता है। मध्यप्रदेश में जहां-जहां इन लोगों को पदों में बैठाया गया है, उन विभागों में भ्रष्टाचार व्याप्त हो गया है। प्रधानमंत्री को जिम्मेदारी लेते हुए ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल पद से हटा देना चाहिए। प्रधानमंत्री में थोड़ी ईमानदारी तो करें कार्रवाई प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में थोड़ा भी ईमानदारी है, तो जिस प्रकार से वह बच्चों से बात करते हैं, उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं। बच्चों का परीक्षा के दौरान बोलते हैं मनोबल गिरने मत देना। परीक्षाओं के लिए मोटिवेट करते हैं। उन्हीं बच्चों के इस तरह से पेपर लीक होते हैं तो भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं। जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने मंत्री बनने के पहले कहा कि कोई पेपर नहीं लीक हुआ और मंत्री बनने के बाद ही कार्रवाई क्यों किया। अभी भी डॉ. जोशी पद पर बैठें हैं, उन्हें क्यों नहीं हटाया गया। सारे अपराध किस तरह की मध्यप्रदेश हो रहे हैं। जनता बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना इनको बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाएगा।

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जीतू पटवारी – फोटो : अमर उजाला

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इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद सत्र शुरू होने से पहले मीडिया से बात करते हुए इमरजेंसी के समय की घटनाएं बताया और कांग्रेस को जमकर घेरा। इस पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश सहित देश भर में परीक्षाओं में हो रहे गड़बड़ी से बड़ा कोई काला दिवस नहीं हो सकता है।

जीतू पटवारी ने कहा कि इमरजेंसी को लेकर जो बार-बार बात कर रहे हैं, इस समय बच्चों पेपर कैंसिल होना और पेपर लीक होना सबसे बड़ा काला दिवस चल रहा है। इतनी परीक्षाएं कैंसिल होने से बड़ा काला दिवस और क्या हो सकता है। देश के प्रधानमंत्री की रिस्पांसबिलिटी है। 50 साल पुरानी बात करने से पहले प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल को देखें। देशभर में भ्रष्टाचार चल रहा है। डॉ. जोशी का इस्तीफा क्यों लिया जा रहा है। क्या कारण है उनके रहते हुए बार-बार पेपर लीक होते हैं। जहां भी जाते हैं, वहां पेपर लीक होते हैं। मध्यप्रदेश पीएससी के अध्यक्ष से तब भी हुए, छत्तीसगढ़ के थे तब भी हुए थे। ऐसे व्यक्ति को एक मिनट भी पद पर रहने क्यों दिया जा रहा है। इस पर नरेंद्र मोदी क्यों नहीं बोलते हैं।

एबीपी वालों को जिन पदों में बैठाया जा रहा है, वहीं भ्रष्टाचार हो रहा है
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आगे कहा कि बार-बार एबीपी और बीजेपी के जिन कार्यकर्ताओं को पदों में बैठाया जा रहा है, ठेके दिए जा रहे हैं। वहीं ऐसी घटनाएं क्यों होती है। बीजेपी के और एबीपी के लोग क्राइम कर रहे हैं। एबीपी का कार्यकर्ता यदि किसी पद पर बैठ गया और पेपर लीक करता है तो यह देश के साथ बड़ा कुठारघात करता है। मध्यप्रदेश में जहां-जहां इन लोगों को पदों में बैठाया गया है, उन विभागों में भ्रष्टाचार व्याप्त हो गया है। प्रधानमंत्री को जिम्मेदारी लेते हुए ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को तत्काल पद से हटा देना चाहिए।

प्रधानमंत्री में थोड़ी ईमानदारी तो करें कार्रवाई
प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में थोड़ा भी ईमानदारी है, तो जिस प्रकार से वह बच्चों से बात करते हैं, उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं। बच्चों का परीक्षा के दौरान बोलते हैं मनोबल गिरने मत देना। परीक्षाओं के लिए मोटिवेट करते हैं। उन्हीं बच्चों के इस तरह से पेपर लीक होते हैं तो भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं।

जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने मंत्री बनने के पहले कहा कि कोई पेपर नहीं लीक हुआ और मंत्री बनने के बाद ही कार्रवाई क्यों किया। अभी भी डॉ. जोशी पद पर बैठें हैं, उन्हें क्यों नहीं हटाया गया। सारे अपराध किस तरह की मध्यप्रदेश हो रहे हैं। जनता बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना इनको बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाएगा।

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