पीड़ित दशमत रावत – फोटो : अमर उजाला
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मध्यप्रदेश के सीधी पेशाब कांड में हर दिन नया मोड़ आ जाता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आतिथ्य-सत्कार के बाद घर लौटे पीड़ित दशमत रावत ने कहा कि हमने पेशाब करने वाले प्रवेश शुक्ला को माफ कर दिया है। हमारी सरकार से मांग है कि उसे माफ कर दिया जाए। हम इस मामले में आगे कुछ नहीं चाहते हैं। वह गांव के पंडित हैं, उन्होंने अपनी गलती मान ली है। इतना हमारे लिए काफी है।
भोपाल से सीधी लौटे दशमत रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह घटना साल 2020 की है। हम दीनदयाल की दुकान पर बैठे थे, हमें तो पता भी नहीं था कि पेशाब किसने किया है। हमने तो देखा तक नहीं था। वह तो वीडियो आया और अखबार में आया तो पता चला। तीन जुलाई को प्रवेश शुक्ला के चाचा जी हमें सीधी ले गए थे। हम पढ़े-लिखे तो हैं नहीं। वहां कूलर भी तेज चल रहा था। उन्होंने कहा कि दस्तखत कर दो, हमने स्टाम्प पर दस्तखत कर दिए। हमें किसी से कोई शिकायत नहीं है, वह लोग गांव के पंडित हैं। हमने उन्हें माफ कर दिया है। अब प्रवेश शुक्ला को छोड़ दिया जाए। उसने अपनी गलती महसूस कर ली है, इतना काफी है।
6.50 लाख रुपये का चेक दिया
कलेक्टर साकेत मालवीय ने एसपी डॉ रविन्द्र वर्मा एवं जिला पंचायत सीईओ राहुल धोटे के साथ दशमत के घर जाकर उन्हें 6.50 लाख रुपये का चेक दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर जिला प्रशासन ने दशमत रावत को पांच लाख रुपये की सहायता राशि तथा आवास निर्माण के लिए एक लाख 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की थी। यह राशि चेक के माध्यम से उपलब्ध कराई है।
कोल जनजाति के अध्यक्ष मिलने पहुंचे
राज्य कोल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल और ब्यौहारी के विधायक शरद कोल ने दशमत रावत से मुलाकात की। रौतेल ने कहा कि दशमत रावत के साथ जो हुआ, वह घृणित कार्य है। हमारी पूरी सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री भी निंदा करते हैं। उन्होंने ही हमें स्थिति का जायजा लेने को भेजा है। जहां हम और हमारी पूरी भाजपा हमेशा से ही इनके साथ खड़े हैं। जो भी ऐसा कृत्य करेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। दशमत रावत को मुख्यमंत्री निवास बुलाकर सम्मान किया गया। उनके पैर धोए गए। यह बेहद सम्मानपूर्ण है। हम लोग इसकी सराहना करते हैं।
घर पहुंचते ही पत्नी गले लगी और फूट-फूटकर रोई
गुरुवार देर रात दशमत रावत अपने घर पहुंचे। उनकी पत्नी ने उन्हें गले से लगाया और फूट-फूटकर रोने लगी। दशमत ने उन्हें शांत किया। पिछले दिनों सीधी का एक वीडियो वायरल हुआ था। दशमत रावत पर भाजपा विधायक का पूर्व प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला पेशाब करता नजर आया था। इसके सामने आते ही सियासी हंगामा हो गया।
कांग्रेस ने हमले बोले तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दशमत को भोपाल बुला लिया, वहां उसके पैर धोए। सुदामा कहकर उनका स्वागत-सत्कार किया। शॉल भी ओढ़ाई। उन्होंने कहा कि वे इस घटना से बेहद दुखी हैं। आरोपी को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच, कांग्रेस नेता दशमत के घर पर थे। मुख्यमंत्री ने दशमत की पत्नी से फोन पर बात भी की थी। उसमें पत्नी बोली थी कि हमारे पति को भेज दीजिए। हमें पैसे का लालच नहीं है।
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