भोपाल में सीएम ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर पुष्पांजलि दी। – फोटो : अमर उजाला
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सिवनी में गोवंश की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक दिन पहले एसपी-कलेक्टर को हटा दिया है। उसके बाद रविवार को एडीजी अस्तर के अधिकारियों की टीम को जांच के लिए सिवनी भेजा गया था। इस पर सीएम ने कहा है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव राजधानी भोपाल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे थे। इस दौरान भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, मंत्री कृष्णा गौर, महापौर मालती राय व समेत कई नेता मौजूद रहे।
कानून व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में गोवध अधिनियम लागू है और उसका पालन सख्ती से होगा। राज्य स्तर पर इसकी मानिटरिंग का काम सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर है। सभी जिलों को निर्देश हैं कि प्रदेश में गोवध अधिनियम लागू है। इस अधिनियम के अंतर्गत जो भी अपराध करे उस पर कठोर कार्रवाई करें। इस तरह के मामले में कठोर कार्रवाई की मानिटरिंग प्रदेश स्तर पर भी कर रहे हैं। इसी के चलते एक माह में साढ़े पांच सौ से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। सात हजार से अधिक गोवंश को बचाया गया है। सैकड़ों लोगों पर कार्रवाई की गई है। हमारी कार्रवाई जारी रहेगी। सिवनी बॉर्डर का इलाका है। यहां बड़ी घटना हुई है। एडीजी स्तर के अधिकारी को जांच के लिए भेजा है। उनकी अनुशंसा के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए, मध्यप्रदेश को नंबर वन बनाएंगे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आवागमन के साधन को लेकर हमारी सरकार गंभीरता से काम कर रही है। वर्तमान में इंदौर और भोपाल मेट्रो ट्रेन का प्रोजेक्ट चल रहा है। इसके आखिरी चरण का काम शेष रह गया है, जल्द ही दोनों मेट्रो ट्रेन की शुरुआत होने जा रही है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वंदे भारत ट्रेन का नया वर्जन निकाला है। इसमें हमारी बनी बनाई पटरियों पर वंदे मेट्रो ट्रेन चलाई जाएगी। इसकी स्पीड भी डबल हो जाएगी।
साथ ही ऐसे छोटे इलाके में जहां आवागमन ज्यादा है, वहां मेट्रो के प्रोजेक्ट को लेकर कठिनाइयां आती हैं। ऐसे में रोप-वे, केबल कार के माध्यम से यातायात की व्यवस्था में सुव्यवस्था स्थापित कर सकते हैं। ऐसे कई विषयों को लेकर हमने जॉइंट मीटिंग की है। खासकर पहले चरण में पांच शहर इंदौर, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में हम काम कर रहे हैं। इंदौर से उज्जैन मेट्रो ट्रेन की एक फिजिबिलिटी रिपोर्ट आई थी, सिंहस्थ से पहले इस प्रोजेक्ट को हाथ में लेने का निर्णय किया है। हम अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए, मध्यप्रदेश को नंबर वन बनाएंगे।
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