कटनी में कर्मचारी हड़ताल पर। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us मध्यप्रदेश के कटनी जिले में सैकड़ों परिवार शासन से मिलने वाले खाद्यान्न को लेकर पिछले कई दिनों से परेशान है। इसकी मुख्य वजह राशन दुकानों की हड़ताल है। इससे कटनी जिले के सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं।  पिपरिया ग्राम निवासी रेखा यादव शारीरिक रूप से विकलांग है। उनका कहना है कि वह कई बार राशन दुकान गई, लेकिन हर बार ताला ही लगा मिला।  पूछने पर पता चला कि सभी हड़ताल पर हैं। अब रक्षाबंधन का पर्व है। हम ही जानते है कि अब ये कैसे मनेगा? हम लोग राखी खरीदें या गेहूं-चावल। ऐसी हालत में तीन से चार बार कैसे गए होंगे, हम ही जानते है।  बुजुर्ग महिला गीता बाई ने कहा कि सर पर त्यौहार है। ये महीना कैसे चले, पैसे की परेशानी है। बाजार से खरीदे तो महंगा मिलेगा। राशन दुकान जाते हैं तो बंद मिलती है। महीने में दो दिन दुकान खुलती है। दोनों दिन जाने पर बंद मिली है। हड़ताल बता रहे हैं।  12 दिन से हड़ताल पर कर्मचारी अवकाश के दिन छोड़कर बाकी दिन सहकारी राशन दुकान खोलने का नियम है लेकिन पिछले 12 दिन से मध्य प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश स्तर पर अपनी तीन मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर रखी है। हड़ताल पर बैठे समिति के अध्यक्ष कपिल मिश्रा ने बताया कि कैडर भर्ती, वेतनमान और तीसरे कोरोना काल में रजिस्टर में बांटा गया अनाज मशीन में दर्ज करने की मांग को लेकर शासन से आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। गरीब जनता को अनाज के लिए और किसानों को खाद-यूरिया के लिए भटकना पड़ रहा है। जिलाध्यक्ष ने कहा की हमारा भी परिवार है। छह से सात हजार में परिवार नहीं चलता। हमारी मांग पूरी न होने तक सभी हड़ताल पर रहेंगे।  

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कटनी में कर्मचारी हड़ताल पर। – फोटो : अमर उजाला

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मध्यप्रदेश के कटनी जिले में सैकड़ों परिवार शासन से मिलने वाले खाद्यान्न को लेकर पिछले कई दिनों से परेशान है। इसकी मुख्य वजह राशन दुकानों की हड़ताल है। इससे कटनी जिले के सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं। 

पिपरिया ग्राम निवासी रेखा यादव शारीरिक रूप से विकलांग है। उनका कहना है कि वह कई बार राशन दुकान गई, लेकिन हर बार ताला ही लगा मिला।  पूछने पर पता चला कि सभी हड़ताल पर हैं। अब रक्षाबंधन का पर्व है। हम ही जानते है कि अब ये कैसे मनेगा? हम लोग राखी खरीदें या गेहूं-चावल। ऐसी हालत में तीन से चार बार कैसे गए होंगे, हम ही जानते है।  बुजुर्ग महिला गीता बाई ने कहा कि सर पर त्यौहार है। ये महीना कैसे चले, पैसे की परेशानी है। बाजार से खरीदे तो महंगा मिलेगा। राशन दुकान जाते हैं तो बंद मिलती है। महीने में दो दिन दुकान खुलती है। दोनों दिन जाने पर बंद मिली है। हड़ताल बता रहे हैं। 

12 दिन से हड़ताल पर कर्मचारी
अवकाश के दिन छोड़कर बाकी दिन सहकारी राशन दुकान खोलने का नियम है लेकिन पिछले 12 दिन से मध्य प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश स्तर पर अपनी तीन मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर रखी है। हड़ताल पर बैठे समिति के अध्यक्ष कपिल मिश्रा ने बताया कि कैडर भर्ती, वेतनमान और तीसरे कोरोना काल में रजिस्टर में बांटा गया अनाज मशीन में दर्ज करने की मांग को लेकर शासन से आर-पार की लड़ाई लड़ रहे हैं। गरीब जनता को अनाज के लिए और किसानों को खाद-यूरिया के लिए भटकना पड़ रहा है। जिलाध्यक्ष ने कहा की हमारा भी परिवार है। छह से सात हजार में परिवार नहीं चलता। हमारी मांग पूरी न होने तक सभी हड़ताल पर रहेंगे।  

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