भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय – फोटो : अमर उजाला
विस्तार मध्य प्रदेश विधानसभा में इस साल के अंत में चुनाव है। इससे पहले नाराज और असंतुष्ट नेताओं ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। शुक्रवार को प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में नाराज नेताओं का मुद्दा फिर उठा। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं की अनदेखी का मुद्दा उठाते हुए सचेत किया। उन्होंने कहा कि हमें इन सब बातों को ठीक करते हुए आगे बढ़ना होगा।
विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा में छोटा और बड़ा हर कार्यकर्ता महत्वपूर्ण है। विजयवर्गीय ने कहा कि कई जिलों में जिला अध्यक्षों की स्थिति बहुत खराब है। वे अपनी कुर्सी से भी नहीं उठते हैं। प्रभारी मंत्रियों को लेकर भी विजयवर्गीय ने बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री और जिला अध्यक्षों से भी कार्यकर्ता नाराज हैं। प्रभारी मंत्री हवा की तरह जिलों में जाते हैं और तूफान की तरह वापस आते हैं। कार्यकर्ताओं से मिलने का कोई समय तय नहीं है। कार्यकर्ता उनका रास्ता ही देखते रह जाते हैं। हमें इन सब बातों पर ध्यान देना होगा।
सीएम की नेताओं को नसीहत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं से मीठा बोलें। अपना कार्यकर्ता भोपाल शंकर है। जरा दिल दुख गया तो मन फिर जाता है। प्यार बांटेंगे तो खिल जाता है। सबको प्यार बांटों, सबका साथ लो। सीएम ने कहा कि पुराने का सम्मान और नए को प्यार करें। उन्होंने कहा कि मिलजुल कर काम करें। एक दूसरे से खटास न रखें। सीएम ने विधायक और सांसदों को भी लोगों से मिलने जुलने की बात कही। सीएम ने कहा कि भाजपा इस बार बहुमत से जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि 2023 की जीत 2024 की इबारत लिखेगी। हमें आज से परिश्रम करने जुटना है।
कमलनाथ व दिग्विजय को बुढऊ बताकर तंज कसा
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के भाषण के दौरान बोल बिगड़ गए। उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को बुढ़ऊ कहकर तंज कसा। विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी है। उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का नाम लिए बोला कि कांग्रेस के दो जासूस बोलू, बुढऊ बोलूं, क्या बोलूं घूम रहे हैं। 75-75 साल की उम्र है, वो जब चलते हैं तो खाली चाल ही देख लो आप। कमलनाथ जी जब चलें तो उसका एक वीडियो निकाल लेना और शिवराज जी चलें तो उसका वीडियो निकाल लेना, स्पीड से पता लग जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी कितनी तेज है।
दीपक जोशी ने छोड़ दी पार्टी
बता दें, इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने उनकी बातों को नहीं सुनने का आरोप लगाकर भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। इससे पहले सिंधिया के गढ़ माने जाने वाले अशोकनगर की मुंगावली सीट से तीन बार विधायक रहे राव देशराज यादव के बेटे यादवेंद्र यादव ने उपेक्षा का आरोप लगाकर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। वहीं, पूर्व विधायक और कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी नेतृत्व पर कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होने की बात कही थी। हालांकि, बाद में पार्टी नेतृत्व ने उनकी नाराजगी दूर करने की बात कही थी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब पार्टी नेतृत्व फिर से नाराज नेताओं की सूची बनाने पर विचार कर रहा है। ऐसे नेताओं को दोबारा मनाने का दौर शुरू किया जाएगा।
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