पूर्व सीएम कमलनाथ (फाइल फोटो) – फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में छह माह का समय बचा है। इसके साथ ही ही प्रदेश में बयानों की सियासी गर्मी भी बढ़ने लगी हैं। रविवार को पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने लाडली बहना योजना के बहाने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर निशाना साधा।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जी बड़ी बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। जहां जा रहे हैं, वहां घोषणाएं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवराज जी ने 18 साल में जो नहीं किया, उन सब को चुनाव के लिए बचे पांच महीनों में करके जनता को मूर्ख बनाना चाह रहे हैं। नाथ ने कहा कि सीएम को 18 साल से लाडली बहनों की ाद नहीं है। चुनाव के समय ही क्यों लाडली बहनें याद आई? नाथ ने कहा कि भाजपा सरकार के पिछले 18 साल में जो नहीं किया, उसे अब चुनाव से पहले बचे पांच महीने में घोषणाओं के रूप मं करना चाहते हैं। नाथ ने कहा कि यह स्वीकारोक्ति है कि इनसे बहुत सारी गलतियां हुई है। बहुत से काम अधूरे रहे गए हैं, जो पहले हो जाने चाहिए थे।
योगी की कानून व्यवस्था पर उठाएं सवाल
नाथ ने माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई की पुलिस कस्टडी में प्रयागराज में हत्या पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर सवाल उठाएं। नाथ ने कहा कि दुख की बात है कि आज खुलेआम हत्याएं हो रही हैं। यह क्या इशारा कर रही हैं? कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह उठ रहा है। उन्होंने कहा कि आज पूरे समाज को सोचने वाली बात है कि वर्तमान राजनीति किस ओर अग्रसर हो रही है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि सुप्रीम कोर्ट इस विषय में स्वयं संज्ञान लेकर जांच के आदेश दें।
बाल कांग्रेस की बैठक आज
कमलनाथ ने कहा कि आज बाल कांग्रेस की बैठक हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी ने 18 साल के नौजवानों को वोट का अधिकार दिया था। यहीं बच्चे भविष्य में हमारे नौजवान बनेंगे और जागरूक नौजवान ही हमारे भविष्य का निर्माण करेंगे। इसलिए आवश्यक है कि बच्चों को हमारा सही इतिहास पता हो हमें इन्हें शिक्षा देनी है कि कोई इन्हें गुमराह ना कर सकें। नाथ ने जम्मू और कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू के सवाल पर कहा कि उन्होंने जो उन्होंने कहा कि एक बड़ा खुलासा है। उन्होंने उसका पर्दाफाश किया है। सत्यपाल मलिक ने सच्चाई बयान की है और सच्चाई को लंबे समय तक दबाया नहीं जा सकता। बता दें मलिक ने इंटरव्यू में पुलवामा हमले को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाएं।
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