न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Mon, 17 Jun 2024 03: 48 PM IST
मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटी और कॉलेज को छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों का भ्रमण कराने और भारतीय परंपरओं से अवगत कराने सिलेबस में प्राचीन महाग्रंथ शामिल करने निर्देश जारी किए है। मंत्रालय – फोटो : अमर उजाला
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कॉलेजों के छात्र-छात्रओं के परिणामों को बेहतर बनाने को लेकर उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए थे। इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को निर्देश जारी किए है। इसमें विद्यार्थियों को भारतीय परंपराओं अवगत कराने प्राचीन महाग्रंथ, महाकाव्य का अध्ययन कराने जिसमें रामायण, वेद, पुराण, उपनिषद आदि को स्नातक स्तर पर पाठ्यक्रम में शामिल करने कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता ने उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त, सभी शासकीय यूनिवर्सिटी के कुलसचिव और सभी शासकीय कालेजों के प्राचार्यों को दिशा निर्देश जारी किए है।
इसरो, आईआईएमसी का भ्रमण
प्रदेश के कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के बाहरी वातावरण के ज्ञान, आत्मविश्वास एवं व्यक्तित्व विकास के अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के भ्रमण कराने के लिए कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया है। इसमें इसरो, आईआईएमसी जैसे संस्थानों में प्रदेश के छात्र-छात्राओं को भ्रमण कराया जाएगा। इसके अलावा छात्र-छात्राओं को गावों के परिवेश, परंपरा और संस्कृति से परिचय कराने भी भ्रमण आयोजित कराया जाएगा।
पायलट प्रशिक्षण के कोर्स जुड़ेंगे
विभाग ने अपने निर्देशों में जिन यूनिवर्सिटी और कॉलेज के समीप हवाई पट्टी उपलब्ध है, उनको देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी और उड्डयन संस्थानों के साथ हुए एमओयू के समान पायलट प्रशिक्षण कोर्स शुरू करने को कहा गया है। स्नातक स्तर पर व्यवसायिक शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए जोर देने कहा गया है।
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