न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Tue, 16 Jul 2024 10: 03 PM IST
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को नई दिल्ली में बैठक में परियोजनाओं की प्रगति, निर्माण कार्यों में आने वाली बाधाएं, विलंब, भूमि अधिग्रहण एवं वन अनुमतियों जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ दिल्ली में उज्जैन रोपवे को लेकर समझौता हुआ – फोटो : अमर उजाला
विस्तार Follow Us
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को नई दिल्ली में बैठक लेकर मध्य प्रदेश में 100 करोड़ से अधिक लागत वाली सभी निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की समीक्षा की। लोक निर्माण मंत्री मध्य प्रदेश राकेश सिंह भी उपस्थित रहे। सिंह ने प्रदेश में अमृत सरोवरों की तर्ज पर राज्य में तैयार किए जा रहे लोक निर्माण सरोवरों की जानकारी साझा की। बैठक में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मध्य प्रदेश में 18 हजार करोड़ रुपये की लागत के 28 प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के 4 हजार करोड़ रुपये के 10 प्रोजेक्ट्स की प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में परियोजनाओं की प्रगति, निर्माण कार्यों में आने वाली बाधाएं, विलंब, भूमि अधिग्रहण एवं वन अनुमतियों जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। केन्द्रीय मंत्री ने परियोजनाओं में निर्माण के दौरान होने वाले परिवर्तनों के लिए डीपीआर कंसल्टेंट्स की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश भी दिए।
रोड साइड ट्री-प्लांटेशन पॉलिसी तैयार करें
सड़क निर्माण के दौरान काटे जाने वाले वृक्षों को शिफ्ट करने की संभावनाओं पर जोर देते हुए केन्द्रीय मंत्री ने मध्य प्रदेश को रोड साइड ट्री-प्लांटेशन पॉलिसी तैयार करने का सुझाव दिया। इसमें राजमार्ग मंत्रालय से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि यह समीक्षा बैठक मध्य प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास को गति देने और परिवहन सुविधाओं को और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
उज्जैन में रोप-वे के लिए हुआ समझौता
रोपवे के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी और मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के बीच समझौता हुआ। पर्वतमाला परियोजना के अंतर्गत नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी और मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के बीच उज्जैन और सागर नगरों में रोपवे बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। इस अवसर पर नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी की ओर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश गौड़ और मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम की ओर से प्रबंध संचालक अविनाश लवानिया ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
यात्रा के समय को 75 प्रतिशत घटाएगी योजना
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर रोपवे 1.762 किलोमीटर की परियोजना है, जो मोनोकेबल डिटेचेबल गोंडोला तकनीक का उपयोग करती है। जानकारी के अनुसार परियोजना लगभग 64,000 श्रद्धालुओं के लिए सुविधा को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी। प्रति दिशा प्रति घंटे 2,000 यात्रियों को ले जाएगी। यह यात्रा समय को लगभग 75% कम कर देगी, 25-30 मिनट से घटाकर मात्र 7 मिनट कर देगी। इस परियोजना में 3 स्टेशन और 13 टावर शामिल हैं, जो सभी आगंतुकों के लिए एक तेज और आरामदायक अनुभव सुनिश्चित करेंगे, और उनकी यात्रा को उन्नत तकनीक का उपयोग करके और अधिक सुखद बनाएंगे।
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
Comments