mp-news:-प्रहलाद-पटेल-को-भाजपा-का-प्रदेश-अध्यक्ष-बनाने-की-चर्चा,-केंद्रीय-मंत्री-ने-बताया-'काल्पनिक'
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल - फोटो : ट्विटर विस्तार मध्य प्रदेश भाजपा में बदलाव की सुगबुगाहट ने जोर पकड़ लिया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के बाद तो अटकलों का बाजार गरमा गया है। इस बीच, शुक्रवार को यह बात फैल गई कि पार्टी नेतृत्व ने प्रहलाद पटेल को प्रदेश भाजपा की कमान सौंप दी है। हालांकि, इस संबंध में कोई अधिकृत आदेश जारी नहीं हुआ है। अमर उजाला से बातचीत में प्रहलाद पटेल ने भी इन बातों को खारिज किया। साथ ही कहा कि यह सब काल्पनिक हैं।  सागर के मंत्रियों की आपसी खींचतान की खबरें बाहर आने और प्रदेश के अन्य जिलों से पुराने नेताओं के बगावती सुर देखने के बाद भाजपा में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। इस कड़ी में प्रहलाद पटेल का नाम अचानक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए चलने लगा है। शुक्रवार को तेजी से यह बात फैल गई कि वीडी शर्मा की जगह प्रहलाद पटेल को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। सोशल मीडिया पर प्रहलाद पटेल को बधाइयों का सिलसिला भी शुरू हो गया। इस बीच यह खबरें भी आने लगी कि विशेष विमान से प्रहलाद पटेल भोपाल आ रहे हैं।  संसद भवन के उद्घाटन में भाग लेंगे पटेल अमर उजाला ने हकीकत जानने के लिए प्रहलाद पटेल से संपर्क साधा। उन्होंने कहा कि यह बातें काल्पनिक हैं। मनगढंत है। ऐसा कुछ भी नहीं है। मैं अभी जबलपुर में हूं। यहां से नए संसद भवन के 28 मई को होने वाले लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दिल्ली जा रहा हूं।   पटेल का नाम चर्चा में क्यों? मंगलवार को सागर के मंत्रियों गोविंद राजपूत, भूपेंद्र सिंह और गोपाल भार्गव की आपसी लड़ाई का मसला सामने आया था। बताया गया कि दो विधायकों के साथ राजपूत और भार्गव ने भूपेंद्र सिंह की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की है। इसके बाद बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर शिवराज सिंह चौहान ने प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय के साथ बैठक की थी। इसके बाद पटेल ने ट्वीट किया कि 'मैं अपने पुराने मित्रों और अग्रजों शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय जी का ह्दय से आभार व्यक्त करता हूं। जिन्होंने मेरी इस मन:स्थिति से उबरने और सक्रियता के लिए एक पुराना प्रयोग कर संबल दिया। संघर्ष के समय में आपस के प्रेम और विश्वास का अहसास हुआ।' इस ट्वीट के बाद से पटेल का नाम चर्चा में आ गया। पटेल एक समय प्रदेश में बहुत सक्रिय थे। उमा भारती के साथ भारतीय जनशक्ति पार्टी में गए थे और फिर लौट आए। तब से ही वे प्रदेश की राजनीति से दूर ही रहे थे। ऐसे में उनका नाम चर्चा में आना नए समीकरणों के संकेत देता है।    

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल – फोटो : ट्विटर

विस्तार मध्य प्रदेश भाजपा में बदलाव की सुगबुगाहट ने जोर पकड़ लिया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के बाद तो अटकलों का बाजार गरमा गया है। इस बीच, शुक्रवार को यह बात फैल गई कि पार्टी नेतृत्व ने प्रहलाद पटेल को प्रदेश भाजपा की कमान सौंप दी है। हालांकि, इस संबंध में कोई अधिकृत आदेश जारी नहीं हुआ है। अमर उजाला से बातचीत में प्रहलाद पटेल ने भी इन बातों को खारिज किया। साथ ही कहा कि यह सब काल्पनिक हैं। 

सागर के मंत्रियों की आपसी खींचतान की खबरें बाहर आने और प्रदेश के अन्य जिलों से पुराने नेताओं के बगावती सुर देखने के बाद भाजपा में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। इस कड़ी में प्रहलाद पटेल का नाम अचानक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के लिए चलने लगा है। शुक्रवार को तेजी से यह बात फैल गई कि वीडी शर्मा की जगह प्रहलाद पटेल को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। सोशल मीडिया पर प्रहलाद पटेल को बधाइयों का सिलसिला भी शुरू हो गया। इस बीच यह खबरें भी आने लगी कि विशेष विमान से प्रहलाद पटेल भोपाल आ रहे हैं। 

संसद भवन के उद्घाटन में भाग लेंगे पटेल
अमर उजाला ने हकीकत जानने के लिए प्रहलाद पटेल से संपर्क साधा। उन्होंने कहा कि यह बातें काल्पनिक हैं। मनगढंत है। ऐसा कुछ भी नहीं है। मैं अभी जबलपुर में हूं। यहां से नए संसद भवन के 28 मई को होने वाले लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दिल्ली जा रहा हूं।  

पटेल का नाम चर्चा में क्यों?
मंगलवार को सागर के मंत्रियों गोविंद राजपूत, भूपेंद्र सिंह और गोपाल भार्गव की आपसी लड़ाई का मसला सामने आया था। बताया गया कि दो विधायकों के साथ राजपूत और भार्गव ने भूपेंद्र सिंह की शिकायत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से की है। इसके बाद बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर शिवराज सिंह चौहान ने प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय के साथ बैठक की थी। इसके बाद पटेल ने ट्वीट किया कि ‘मैं अपने पुराने मित्रों और अग्रजों शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर और कैलाश विजयवर्गीय जी का ह्दय से आभार व्यक्त करता हूं। जिन्होंने मेरी इस मन:स्थिति से उबरने और सक्रियता के लिए एक पुराना प्रयोग कर संबल दिया। संघर्ष के समय में आपस के प्रेम और विश्वास का अहसास हुआ।’ इस ट्वीट के बाद से पटेल का नाम चर्चा में आ गया। पटेल एक समय प्रदेश में बहुत सक्रिय थे। उमा भारती के साथ भारतीय जनशक्ति पार्टी में गए थे और फिर लौट आए। तब से ही वे प्रदेश की राजनीति से दूर ही रहे थे। ऐसे में उनका नाम चर्चा में आना नए समीकरणों के संकेत देता है।    

Posted in MP