mp-news:-पन्ना-में-आदिवासी-को-मिला-19.22-कैरेट-का-हीरा,-जैम-क्वालिटी-के-हीरे-की-कीमत-एक-करोड़,-अब-यह-होगा
पन्ना में आदिवासी को मिला हीरा। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती से एक बार फिर गरीब आदिवासी की किस्मत चमकी है। कृष्ण कल्याणपुर (पटी) की उथली हीरा खदान से 19.22 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है, जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। हीरा धारक चुनवादा आदिवासी ने अपने हीरे को कार्यालय में जमा करवा दिया है, जिसे आने वाली नीलामी में रखा जाएगा। Trending Videos जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के अहिरगंवा गांव में रहने वाले चुनवादा गौंड ने मात्र 200 रुपये की रसीद कटवाकर हीरा कार्यालय से 20 मई 2024 को कृष्ण कल्याणपुर के पटी क्षेत्र में हीरा खदान खोदने के लिए पट्टा बनवाया था। उसे 8×8 मीटर की जगह उत्खनन के लिए दी गई थी। पट्टा जारी करवाने के बाद गरीब आदिवासी चुनवादा ने दिन-रात अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मिलकर खदान में हीरा तलाशना शुरू किया। दो महीने की मेहनत के बाद उसे करीब 1 करोड़ का बेशकीमती 19.22 कैरेट का हीरा मिला है।  पिता बीमार, बेटे ने जमा कराया हीरा   आदिवासी चुनवादा गौड़ की तबियत खराब होने के कारण उनके बेटे राजू गौंड ने उक्त हीरे को बुधवार को हीरा कार्यालय में जमा करवाया है। अब हीरे को अगली हीरा नीलामी में रखा जाएगा। नीलामी के बाद 12 फीसदी टैक्स और 1 प्रतिशत टीडीएस काटकर बाकी रकम हीरा धारक के खाते में भेज दी जाएगी।

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पन्ना में आदिवासी को मिला हीरा। – फोटो : अमर उजाला

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मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती से एक बार फिर गरीब आदिवासी की किस्मत चमकी है। कृष्ण कल्याणपुर (पटी) की उथली हीरा खदान से 19.22 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है, जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। हीरा धारक चुनवादा आदिवासी ने अपने हीरे को कार्यालय में जमा करवा दिया है, जिसे आने वाली नीलामी में रखा जाएगा।

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जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के अहिरगंवा गांव में रहने वाले चुनवादा गौंड ने मात्र 200 रुपये की रसीद कटवाकर हीरा कार्यालय से 20 मई 2024 को कृष्ण कल्याणपुर के पटी क्षेत्र में हीरा खदान खोदने के लिए पट्टा बनवाया था। उसे 8×8 मीटर की जगह उत्खनन के लिए दी गई थी। पट्टा जारी करवाने के बाद गरीब आदिवासी चुनवादा ने दिन-रात अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मिलकर खदान में हीरा तलाशना शुरू किया। दो महीने की मेहनत के बाद उसे करीब 1 करोड़ का बेशकीमती 19.22 कैरेट का हीरा मिला है। 

पिता बीमार, बेटे ने जमा कराया हीरा  
आदिवासी चुनवादा गौड़ की तबियत खराब होने के कारण उनके बेटे राजू गौंड ने उक्त हीरे को बुधवार को हीरा कार्यालय में जमा करवाया है। अब हीरे को अगली हीरा नीलामी में रखा जाएगा। नीलामी के बाद 12 फीसदी टैक्स और 1 प्रतिशत टीडीएस काटकर बाकी रकम हीरा धारक के खाते में भेज दी जाएगी।

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