न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Sat, 03 Aug 2024 08: 46 PM IST
सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार को नवाचार अंतर्गत गठित सहकारी संस्थाओं के उत्पादों/ कार्यों संबंधी प्रदर्शनी एवं तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। सारंग ने कहा कि नवाचार करने वाली सहकारी समितियों का फेडरेशन बनाया जाएगा। मंत्री विश्वास सारंग – फोटो : अमर उजाला
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सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग शनिवार को नवाचार अंतर्गत गठित सहकारी संस्थाओं के उत्पादों/ कार्यों संबंधी प्रदर्शनी एवं तीन दिवसयी कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सारंग ने कहा है कि सहकारिता में नवाचार करने वाली समितियों का प्रदेश स्तर पर फेडरेशन बनाया जाएगा। फेडरेशन के माध्यम से उनके उत्पाद के विक्रय की संपूर्ण व्यवस्था की जाएगी। मंत्री ने कहा कि सहकारी समितियो का प्रदेश स्तर पर कॉम्पिटीशन होगा। इसके लिए प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के पुरस्कार भी वितरित किए जाएंगे। हर साल इसका आयोजन करने के निर्देश उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि इससे अग्रणी रहने के लिए खेलभावना से आगे रहने की आदत होगी। मंत्री ने कहा कि राज्य सहकारी संघ के माध्यम से प्रदेश स्तर पर हेल्प डेस्क भी बनाई जा रही है जो तकनीकी ज्ञान के साथ विक्रय में सहायता आदि प्रदान करेगी। सरकारी आंदोलन को मजबूत करके सहकारी संस्था के माध्यम से रोजगार मिल सके, इसका प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि वित्तीय अनुदान हो या टेक्निकल नॉलेज या फिर उत्पाद बेचने के लिए चयन स्थल स्थापित करने की बात हो, हर स्तर पर काम कर रहे हैं।
प्रदर्शनी का शुभारंभ कर किया अवलोकन
मंत्री ने सहकारी समितियों के उत्पाद की प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। उन्होंने चर्चा कर उत्पादों के बनाने से लेकर विक्रय तक की जानकारी ली। सारंग ने प्रदर्शनी में उज्जैन के बटिक प्रिन्ट, झाबुआ के कड़कनाथ, मुरैना की शिल्पकला, खरगोन के यूनिक ऑर्ट और सोलर पॉवर, खण्डवा के प्याज उत्पादन, धार के बाग वस्त्र, मण्डला की कोदो-कुटकी उत्पाद, छिंदवाड़ा का गुलाल सहित प्रशिक्षित हस्तशिल्प कारीगरों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी सह बिक्री का अवलोकन किया और उत्पादों की सरहाना की। मंत्री ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में वहां की व्यवस्था और विशेषता को ध्यान में रखते हुए एक जिला एक उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए नई सहकारी समितियों का गठन किया गया है। आमजन तक उत्पादों की जानकारी हो, इसके लिए समिति द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिलों में बनाए गए नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया।
झाबुआ में कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गी की आज देश में ख्याति है
मंत्री ने कहा कि चार-पांच माह में जो काम किया गया, उसकी प्रदर्शनी देखने को मिली। झाबुआ में कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गी की आज देश में ख्याति है। सहकारिता के माध्यम से कड़कनाथ पर काम करने वाले लोगों को एकत्रित करके सहकारी संस्था बनवाई और अब इसका एक-एक सदस्य लगभग ढा़ई लाख रुपये सालाना कमा रहा है। उन्होंने कहा कि बाग प्रिंट हो या कृषि उत्पादन या फिर प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना को भी सरकारी आंदोलन से जोड़ने का काम किया जा रहा है। समिति इस पर काम कर रही है। सोसाइटी सोलर लाइट का उत्पादन भी कर रही है, साथ ही मैन्युफैक्चर से सुलभ लाइट लेकर पंचायत स्तर पर भी योजना को पहुंचाने का काम कर रही है।
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