mp-news:-दिल्ली-में-cm-यादव-मिले-शाह-नड्डा-से,-भोपाल-में-नेताओं-की-धड़कनें-तेज,-निगम-मंडलों-के-लिए-करें-इंतजार
न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: अरविंद कुमार Updated Fri, 30 Aug 2024 05: 35 PM IST मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात किए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि निगम मंडलों की ताजपोशी में अभी और समय लग सकता है। जेपी नड्डा से मिलते हुए सीएम मोहन यादव - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us सीएम मोहन यादव दिल्ली दौरे के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात किए। मुलाकात के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। उनकी मुलाकात के साथ ही एमपी में हलचल तेज हो गई है। खासकर उन नेताओं में जो निगम और बोर्ड में कुर्सी पाने के इंतजार में बैठे हैं। इन्हें राज्य और कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलता है। हालांकि, अटकलें हैं कि इसके लिए लोगों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। सदस्यता अभियान के बाद ही ये सरकारी नियुक्तियां होंगी। अच्छा काम करने वालों को इनाम का वादा मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पहले ही कहा है कि जो लोग सदस्यता अभियान में अच्छा काम करेंगे, उन्हें इनाम दिया जाएगा। बीजेपी ने संगठन चुनाव का कार्यक्रम 10 नवंबर तक के लिए जारी कर दिया है। यानी अब नेताओं को मंत्री पद के लिए नवंबर के बाद ही मौका मिल पाएगा। मंत्रियों को मिल गया जिलों का प्रभार पिछले हफ़्ते ही मंत्रियों को उनके प्रभार वाले जिलों की कमान सौंपी गई है। अब सभी नेता सरकारी उपक्रमों में नियुक्तियों के लिए जोर-शोर से जुट गए हैं। फरवरी में मोहन सरकार ने एक आदेश जारी कर 45 अध्यक्षों और उपाध्यक्षों (कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त) को हटा दिया था। ये सभी नियुक्तियां पिछली शिवराज सरकार ने की थीं। कुछ लोगों को तो अपने पद पर कुछ महीने ही हुए थे। डेढ़ करोड़ सदस्य का लक्ष्य इस बार भाजपा ने मध्यप्रदेश में डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें सबसे बढ़िया काम करने वाले लोगों को इनाम मिलेगा। इसी आधार पर नियुक्तियों की सूची तैयार होगी। कुछ बड़े चेहरों को भी बड़े निगम और बोर्ड सौंपे जा सकते हैं।  वादा पूरा करने का भी है दबाव वहीं, विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान जो नेता दूसरी पार्टियों से बीजेपी में आए थे, वे सभी अपने वादों को पूरा करने का दबाव बना रहे हैं। निगम-मंडल और बोर्ड में नियुक्तियों में संगठन की सिफारिश बहुत मायने रखती है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस बारे में कहा है कि सदस्यता अभियान में कमाल दिखाने वालों को उपकृत किया जाएगा। चर्चा में हैं ये नाम निगम-मंडल के लिए दावेदारी कर रहे नेताओं में जीतू जिराती, सीमा सिंह, कांतदेव सिंह, शर्देन्दु तिवारी, शैलेंद्र शर्मा, रजनीश अग्रवाल, यशपाल सिंह सिसोदिया, सुनील पांडे, कृष्णमोहन सोनी, राहुल कोठारी, अमिता चपरा, जितेंद्र लिटौरिया, आशुतोष तिवारी, विजय दुबे, संजय नगाइच, शैलेंद्र बरुआ, दिलीप शेखावत, धीरज पटैरिया, जसवंत सिंह हाड़ा, हरिवल्लभ शुक्ला और पुष्कर सिंह शामिल हैं। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: अरविंद कुमार Updated Fri, 30 Aug 2024 05: 35 PM IST

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात किए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि निगम मंडलों की ताजपोशी में अभी और समय लग सकता है। जेपी नड्डा से मिलते हुए सीएम मोहन यादव – फोटो : अमर उजाला

विस्तार Follow Us

सीएम मोहन यादव दिल्ली दौरे के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात किए। मुलाकात के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। उनकी मुलाकात के साथ ही एमपी में हलचल तेज हो गई है। खासकर उन नेताओं में जो निगम और बोर्ड में कुर्सी पाने के इंतजार में बैठे हैं। इन्हें राज्य और कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलता है। हालांकि, अटकलें हैं कि इसके लिए लोगों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। सदस्यता अभियान के बाद ही ये सरकारी नियुक्तियां होंगी।

अच्छा काम करने वालों को इनाम का वादा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पहले ही कहा है कि जो लोग सदस्यता अभियान में अच्छा काम करेंगे, उन्हें इनाम दिया जाएगा। बीजेपी ने संगठन चुनाव का कार्यक्रम 10 नवंबर तक के लिए जारी कर दिया है। यानी अब नेताओं को मंत्री पद के लिए नवंबर के बाद ही मौका मिल पाएगा।

मंत्रियों को मिल गया जिलों का प्रभार
पिछले हफ़्ते ही मंत्रियों को उनके प्रभार वाले जिलों की कमान सौंपी गई है। अब सभी नेता सरकारी उपक्रमों में नियुक्तियों के लिए जोर-शोर से जुट गए हैं। फरवरी में मोहन सरकार ने एक आदेश जारी कर 45 अध्यक्षों और उपाध्यक्षों (कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त) को हटा दिया था। ये सभी नियुक्तियां पिछली शिवराज सरकार ने की थीं। कुछ लोगों को तो अपने पद पर कुछ महीने ही हुए थे।

डेढ़ करोड़ सदस्य का लक्ष्य
इस बार भाजपा ने मध्यप्रदेश में डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें सबसे बढ़िया काम करने वाले लोगों को इनाम मिलेगा। इसी आधार पर नियुक्तियों की सूची तैयार होगी। कुछ बड़े चेहरों को भी बड़े निगम और बोर्ड सौंपे जा सकते हैं। 

वादा पूरा करने का भी है दबाव
वहीं, विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान जो नेता दूसरी पार्टियों से बीजेपी में आए थे, वे सभी अपने वादों को पूरा करने का दबाव बना रहे हैं। निगम-मंडल और बोर्ड में नियुक्तियों में संगठन की सिफारिश बहुत मायने रखती है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस बारे में कहा है कि सदस्यता अभियान में कमाल दिखाने वालों को उपकृत किया जाएगा।

चर्चा में हैं ये नाम
निगम-मंडल के लिए दावेदारी कर रहे नेताओं में जीतू जिराती, सीमा सिंह, कांतदेव सिंह, शर्देन्दु तिवारी, शैलेंद्र शर्मा, रजनीश अग्रवाल, यशपाल सिंह सिसोदिया, सुनील पांडे, कृष्णमोहन सोनी, राहुल कोठारी, अमिता चपरा, जितेंद्र लिटौरिया, आशुतोष तिवारी, विजय दुबे, संजय नगाइच, शैलेंद्र बरुआ, दिलीप शेखावत, धीरज पटैरिया, जसवंत सिंह हाड़ा, हरिवल्लभ शुक्ला और पुष्कर सिंह शामिल हैं।

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

Posted in MP