संजय टाइगर रिजर्व के टमसार बफर जोन के ग्राम केरहिया में बाघिन का शव रेत में दबा मिला है। – फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार मध्यप्रदेश के सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को भी एक बाघिन का शव मिला है। बाघिन की मौत के पीछे किसी साजिश की आशंका जताई जा रही है। पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक बाघिन की मौत हुई है, लेकिन इस मौत के पीछे हत्या की साजिश की आशंका जताई जा रही है। प्राथमिक जांच में करंट लगाकर हत्या किए जाने की बात पता चली है। इतना ही नहीं उसके शव को घर से काफी दूर गोपद नदी में रेत में दफन कर दिया गया था। जहां वन अमले ने डाग स्क्वायड की मदद से बाघिन के शव को आखिरकार खोज ही निकाला है। इसके अलावा संदिग्ध पांच लोगों को भी हिरासत में लिया गया है व उनसे पूछताछ की जा रही है।
कॉलर आईडी से तलाशा शव
दरअसल यह पूरा मामला आदिवासी अंचल कुसमी के संजय टाइगर रिजर्व के टमसार बफर जोन के ग्राम केरहिया का है जहां करंट लगने से बाघिन टी 32 की मौत हो गई है। यह पूरी घटना 9 मार्च की बताई जा रही है। जब 9 मार्च से बाघिन टी 32 का पता नहीं चला तो उसकी कॉलर आईडी को खोजा गया। डॉग स्क्वाड टीम की मदद ली गई तो उसकी कॉलर आईडी रेत में दफ़न मिली जहां कुछ दूरी पर बाघिन के शव को रेत से भी बाहर निकाल लिया गया है। साथ ही स्नीफर डॉग की मदद से 5 संदेहियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बाघिन के पोस्टमार्टम के लिए पन्ना जिले से डॉक्टरों की एक टीम को बुलाया गया है।
तीन सालों में चौथे टाइगर की गई जान
बता दें कि बीते 3 सालों में यह चौथे बाघ की मौत है। दो बाघों की मौत एक्सीडेंट के रूप में हुई थी। इसमें से एक ट्रेन के कट गया था तो दूसरा बाघों की आपसी लड़ाई में मारा गया था। इसके अलावा एक बाघ का शिकार किया गया था। अब बाघिन को करंट लगाकर मारा गया है।
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