आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us लोकायुक्त पुलिस रीवा की टीम ने उमरिया जिले में आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता को एक लाख 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है। कार्रवाई के बाद प्रदेश भर में हड़कंप मच गया है।  जानकारी के अनुसार, लोकायुक्त पुलिस रीवा द्वारा रीनी गुप्ता जिला आबकारी अधिकारी उमरिया को एक लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी द्वारा निपेंन्द्र सिंह पिता नरेन्द्र सिंह से शराब जप्ती का झूठा केस न बनाने की एवज में रिश्वत की मांग की जा रही थी, जिसकी शिकायत फरियादी द्वारा लोकायुक्त पुलिस रीवा में पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ से की गई थी। शिकायत की जांच करने पर शिकायत सही पाई गई। आरोपी आबकारी अधिकारी द्वारा 30 हजार रुपये महीने के मान से चार महीने का कुल एक लाख 20 हजार रुपये की डिमांड की गई, जिस पर मंगलवार को कार्रवाई करते हुए आरोपी जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय कक्ष में रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। ट्रैप कार्रवाई में प्रवीण सिंह परिहार उप पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र कुमार निरीक्षक समेत 12 सदस्य टीम शामिल रही। बताया गया है कि जैसे ही लोकायुक्त की टीम रीनी गुप्ता को रंगे हाथों पकड़ी, रीनी रोने और गिड़गिड़ाने लगी। और कहने लगी कि यह मेरी पहली गलती है, माफ कर दीजिए। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी अफसर को फारेस्ट रेस्ट हाउस ले जाकर कार्रवाई कर रही है। 

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आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता – फोटो : अमर उजाला

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लोकायुक्त पुलिस रीवा की टीम ने उमरिया जिले में आबकारी अधिकारी रीनी गुप्ता को एक लाख 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है। कार्रवाई के बाद प्रदेश भर में हड़कंप मच गया है। 

जानकारी के अनुसार, लोकायुक्त पुलिस रीवा द्वारा रीनी गुप्ता जिला आबकारी अधिकारी उमरिया को एक लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी द्वारा निपेंन्द्र सिंह पिता नरेन्द्र सिंह से शराब जप्ती का झूठा केस न बनाने की एवज में रिश्वत की मांग की जा रही थी, जिसकी शिकायत फरियादी द्वारा लोकायुक्त पुलिस रीवा में पुलिस अधीक्षक गोपाल सिंह धाकड़ से की गई थी।

शिकायत की जांच करने पर शिकायत सही पाई गई। आरोपी आबकारी अधिकारी द्वारा 30 हजार रुपये महीने के मान से चार महीने का कुल एक लाख 20 हजार रुपये की डिमांड की गई, जिस पर मंगलवार को कार्रवाई करते हुए आरोपी जिला आबकारी अधिकारी के कार्यालय कक्ष में रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। ट्रैप कार्रवाई में प्रवीण सिंह परिहार उप पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र कुमार निरीक्षक समेत 12 सदस्य टीम शामिल रही।

बताया गया है कि जैसे ही लोकायुक्त की टीम रीनी गुप्ता को रंगे हाथों पकड़ी, रीनी रोने और गिड़गिड़ाने लगी। और कहने लगी कि यह मेरी पहली गलती है, माफ कर दीजिए। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी अफसर को फारेस्ट रेस्ट हाउस ले जाकर कार्रवाई कर रही है। 

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