न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: दिनेश शर्मा Updated Sat, 07 Oct 2023 07: 30 AM IST
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश के कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 61 लाख 36 हजार 229 है। वर्ष 1957 से विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या को देखने पर पता चलता है कि हर चुनाव में मतदाता संख्या में वृद्धि होती रही है। मध्य प्रदेश के गठन के बाद 1957 में पहले चुनाव हुए थे, उस वक्त प्रदेश में 1 करोड़ 38 लाख 71 हजार 727 मतदाता थे।
चुनाव में हर उम्मीदवार यह सोच कर लगातार जनसंपर्क करता रहता है कि ज्यादा से ज्यादा मतदाता मतदान में हिस्सा लें। सरकारी एजेंसी और अन्य संस्थाएं भी मतदान करने का आग्रह जनमानस से करती हैं। परंतु यह हो नहीं पाता है।
मध्य भारत में पड़े थे 34 फीसदी वोट
मध्य प्रदेश के गठन से पूर्व मध्य भारत में 1952 में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में 34.72 प्रतिशत ही मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया था। जाहिर है 65 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत का उपयोग ही नहीं किया। पहले चुनाव में वोट देना और उसकी जागरूकता का अभाव था, तब साक्षरता प्रतिशत भी कम था। इस वजह से मतदान कम हुआ था।
बढ़ रहा महिलाओं का मतदान
मतदान प्रतिशत को लेकर एक बात यह भी जाहिर होती रही कि पुरुष मतदान प्रतिशत महिलाओं की अपेक्षाकृत ज्यादा रहता है, हालांकि यह अब करीब करीब समान होता जा रहा है। मतदान में महिलाओ की भी भागीदारी बढ़ती जा रही है। वर्ष 1998 में पुरुष मतदान प्रतिशत 66.45 था, वहीं महिला मतदान प्रतिशत 53.53 प्रतिशत रहा था। यानि पुरुयाों के मुकाबले यह 12.92 प्रतिशत कम था। अब इस स्थिति में काफी परिवर्तन आ गया है। वर्ष 2013 के चुनाव में पुरुषों का मतदान प्रतिशत 73.86 था तो महिलाओं का मतदान प्रतिशत 70.09 प्रतिशत था।
2018 में करीब 75 फीसदी मतदान हुआ
वर्ष 2018 में कुल मतदान प्रतिशत 74.84 रहा था। इसमें पुरुष मतदान 75.84 प्रतिशत और महिला मतदान 74.01 प्रतिशत रहा था। जाहिर है पिछले चुनावों के मुकाबले महिलाओं के मतदान का प्रतिशत बढ़ रहा है। इस वर्ष महिलाओं को कई योजनाओं के लाभ और उनकी जागरूकता से महिला मतदान प्रतिशत अच्छा रहने का अनुमान है।
मतदाता सूची में थर्ड जेंडर को अलग से दर्ज किया गया है। 2023 में इनकी संख्या 1373 है। वर्ष 2013 में मात्र 6 प्रतिशत थर्ड जेंडर ने मतदान किया था, जो 2018 में 25 प्रतिशत तक पहुंच गया। उम्मीद है इस वर्ष के चुनाव में यह प्रतिशत पहले से बढ़ेगा ही।
इस चुनाव में युवा मतदता जो 18-19 वर्ष की संख्या 22 लाख 36 हजार 564 है जो निर्णायक भूमिका निभाएंगे। 20 से 39 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 86 लाख 80 हजार 288 है। जाहिर ये मतदाता भी निर्णायक भूमिका में रहेंगे।
मप्र चुनाव की रोचक जानकारी
-वर्ष 1994 में थर्ड जेंडर यानी किन्नरों को मतदान का अधिकार मिला था।
-वर्ष 1998 के बाद सम्पन विधानसभा चुनावों में सर्वाधिक मतदान 2018 में 74.84 प्रतिशत रहा था।
-1952 से 2018 तक हुए अभी तक के विधानसभा चुनावों में महिलाओं द्वारा सर्वाधिक मतदान वर्ष 2018 में 74.01 प्रतिशत किया जो एक रिकॉर्ड है।
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