mp-budget-2023-24:-iim-इंदौर-के-डायरेक्टर-का-एनालिसिस-उचित-निवेश-पर-उम्मीदें-अभी-भी-शेष
सार लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें सराहनीय यह है कि महिलाओं के योगदान को अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण मानते हुए न सिर्फ बच्चियों की शिक्षा के लिए कदम उठाये अपितु अन्य योजनाओं के भी विस्तार हुए हैं। Himanshu Rai - फोटो : अमर उजाला, इंदौर विस्तार मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को विधानसभा में प्रदेश का 2023-24 के लिए बजट पेश किया। इसमें कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं। बजट प्रस्तावों पर भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर के निदेशक डॉ. हिमांशु रॉय ने भी अपनी विशेषज्ञ टिप्पणी की है। आप उनके ही शब्दों में पढ़िये कैसा रहा मध्यप्रदेश का 2023-24 का बजट-   मध्यप्रदेश का बजट मेरे अनुसार संतुलित है क्योंकि यह आर्थिक विकास और सामाजिक विकास दोनों को संबोधित करता है। खास बात यह है कि इस बजट में मूलभूत आवश्यकताओं को भी सम्मिलित किया गया, लेकिन कुछ हद तक। सराहनीय यह है कि महिलाओं के योगदान को अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण मानते हुए न सिर्फ बच्चियों की शिक्षा के लिए कदम उठाये अपितु अन्य योजनाओं के भी विस्तार हुए हैं। राज्य में एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों के आवंटन से भी राज्य की अर्थव्यवस्था को बहुत जरूरी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है। शिक्षा और स्वास्थ्य में विस्तार सीएम राइज स्कूलों के लिए 3,320 करोड़ और मेडिकल कॉलेजों के लिए 400 करोड़ रुपए का आवंटन क्रमशः शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगा। इससे मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में वृद्धि होगी और आम आदमी को लाभ होगा। खेलों के लिए 738 करोड़ रुपए का बजटीय आवंटन बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण और खेलों को बढ़ावा देने में मदद करेगा, जो व्यक्तियों के समग्र शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। महिला सशक्तिकरण और बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन एसएचजी – स्वयं सहायता समूह क्रेडिट लिंकेज के लिए 5084 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, साथ ही स्वयं सहायता समूहों के लिए 3 लाख रुपए तक के ऋण पर अतिरिक्त 2% ब्याज सब्सिडी दी गई है। यह कदम महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने और राज्य की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान करने में सक्षम बनाएगा। मुख्यमंत्री बालिका स्कूटी योजना बालिकाओं को नियमित रूप से स्कूल जाने और शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। लाडली बहना योजना के लिए 8000 करोड़ रुपए और लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए 929 करोड़ रुपए का प्रस्ताव गरीब महिलाओं के लिए समग्र सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगा। बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और वैल्यू-एडिशन इंडस्ट्रीज में निवेश अगस्त 2022 तक राज्य से निर्यात 3,770.08 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। अतः बजट ने मानव विकास सूचकांक (एचडीआई), बुनियादी ढांचे, कुशल जनशक्ति विकास और समावेशी विकास में निवेश को सही प्राथमिकता दी है। एचडीआई, बुनियादी ढांचे और कुशल जनशक्ति में निवेश से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उम्मीदें जो पूरी हो सकती थीं एसईजेड की स्थापना सही दिशा में सही कदम है, लेकिन इन क्षेत्रों के भीतर बुनियादी ढांचे को विश्व स्तरीय मानकों के लिए विकसित करने की जरूरत है। सरकार को राज्य के परिवहन, संचार और ऊर्जा बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए अधिक धन आवंटित करना चाहिए था, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न करने में मदद मिलेती। इसके अतिरिक्त, स्थायी बुनियादी ढांचे के निर्माण पर ध्यान देने की आवश्यकता है, जो राज्य को दीर्घकाल में मदद करेगा। इसी प्रकार, मध्य प्रदेश के बजट ने जहां राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सराहनीय प्रयास किए हैं, वहीं मध्याह्न भोजन और बेहतर स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के मामले में और विस्तार किया जा सकता था। बच्चों की स्कूलों में उपस्थिति को बढ़ावा देने और ड्रॉप-आउट दरों को कम करने के लिए ये सुविधाएं आवश्यक हैं। आम आदमी के लिए आयकर छूट की सीमा को बढ़ाकर या स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा जैसे कुछ खर्चों के लिए अधिक कर कटौती और क्रेडिट शुरू करके आय कर को कम किया जा सकता था। लोक कल्याणकारी योजनाओं, जैसे खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम, स्वास्थ्य देखभाल योजनाएं और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभों को बढ़ाने के लिए और उपाय शामिल किए जा सकते थे। सरकार इन कार्यक्रमों के लिए धन के आवंटन में वृद्धि कर सकती थी, और उनके कार्यान्वयन में सुधार कर सकती थी कि वे प्रभावी रूप से लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचें। कुल मिलाकर, आम आदमी की चिंताओं को दूर करने से बजट को अधिक न्यायसंगत और समावेशी विकास हासिल करने में मदद मिलती। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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सार

लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें

सराहनीय यह है कि महिलाओं के योगदान को अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण मानते हुए न सिर्फ बच्चियों की शिक्षा के लिए कदम उठाये अपितु अन्य योजनाओं के भी विस्तार हुए हैं। Himanshu Rai – फोटो : अमर उजाला, इंदौर

विस्तार मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को विधानसभा में प्रदेश का 2023-24 के लिए बजट पेश किया। इसमें कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं। बजट प्रस्तावों पर भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर के निदेशक डॉ. हिमांशु रॉय ने भी अपनी विशेषज्ञ टिप्पणी की है। आप उनके ही शब्दों में पढ़िये कैसा रहा मध्यप्रदेश का 2023-24 का बजट-  

मध्यप्रदेश का बजट मेरे अनुसार संतुलित है क्योंकि यह आर्थिक विकास और सामाजिक विकास दोनों को संबोधित करता है। खास बात यह है कि इस बजट में मूलभूत आवश्यकताओं को भी सम्मिलित किया गया, लेकिन कुछ हद तक। सराहनीय यह है कि महिलाओं के योगदान को अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण मानते हुए न सिर्फ बच्चियों की शिक्षा के लिए कदम उठाये अपितु अन्य योजनाओं के भी विस्तार हुए हैं। राज्य में एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों के आवंटन से भी राज्य की अर्थव्यवस्था को बहुत जरूरी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।

शिक्षा और स्वास्थ्य में विस्तार
सीएम राइज स्कूलों के लिए 3,320 करोड़ और मेडिकल कॉलेजों के लिए 400 करोड़ रुपए का आवंटन क्रमशः शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगा। इससे मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) में वृद्धि होगी और आम आदमी को लाभ होगा। खेलों के लिए 738 करोड़ रुपए का बजटीय आवंटन बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण और खेलों को बढ़ावा देने में मदद करेगा, जो व्यक्तियों के समग्र शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।

महिला सशक्तिकरण और बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहन
एसएचजी – स्वयं सहायता समूह क्रेडिट लिंकेज के लिए 5084 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं, साथ ही स्वयं सहायता समूहों के लिए 3 लाख रुपए तक के ऋण पर अतिरिक्त 2% ब्याज सब्सिडी दी गई है। यह कदम महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने और राज्य की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान करने में सक्षम बनाएगा। मुख्यमंत्री बालिका स्कूटी योजना बालिकाओं को नियमित रूप से स्कूल जाने और शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। लाडली बहना योजना के लिए 8000 करोड़ रुपए और लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए 929 करोड़ रुपए का प्रस्ताव गरीब महिलाओं के लिए समग्र सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगा।

बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और वैल्यू-एडिशन इंडस्ट्रीज में निवेश
अगस्त 2022 तक राज्य से निर्यात 3,770.08 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। अतः बजट ने मानव विकास सूचकांक (एचडीआई), बुनियादी ढांचे, कुशल जनशक्ति विकास और समावेशी विकास में निवेश को सही प्राथमिकता दी है। एचडीआई, बुनियादी ढांचे और कुशल जनशक्ति में निवेश से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

उम्मीदें जो पूरी हो सकती थीं
एसईजेड की स्थापना सही दिशा में सही कदम है, लेकिन इन क्षेत्रों के भीतर बुनियादी ढांचे को विश्व स्तरीय मानकों के लिए विकसित करने की जरूरत है। सरकार को राज्य के परिवहन, संचार और ऊर्जा बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए अधिक धन आवंटित करना चाहिए था, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न करने में मदद मिलेती। इसके अतिरिक्त, स्थायी बुनियादी ढांचे के निर्माण पर ध्यान देने की आवश्यकता है, जो राज्य को दीर्घकाल में मदद करेगा। इसी प्रकार, मध्य प्रदेश के बजट ने जहां राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सराहनीय प्रयास किए हैं, वहीं मध्याह्न भोजन और बेहतर स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के मामले में और विस्तार किया जा सकता था। बच्चों की स्कूलों में उपस्थिति को बढ़ावा देने और ड्रॉप-आउट दरों को कम करने के लिए ये सुविधाएं आवश्यक हैं। आम आदमी के लिए आयकर छूट की सीमा को बढ़ाकर या स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा जैसे कुछ खर्चों के लिए अधिक कर कटौती और क्रेडिट शुरू करके आय कर को कम किया जा सकता था। लोक कल्याणकारी योजनाओं, जैसे खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम, स्वास्थ्य देखभाल योजनाएं और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभों को बढ़ाने के लिए और उपाय शामिल किए जा सकते थे। सरकार इन कार्यक्रमों के लिए धन के आवंटन में वृद्धि कर सकती थी, और उनके कार्यान्वयन में सुधार कर सकती थी कि वे प्रभावी रूप से लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचें। कुल मिलाकर, आम आदमी की चिंताओं को दूर करने से बजट को अधिक न्यायसंगत और समावेशी विकास हासिल करने में मदद मिलती।

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