mp:-‘मैं-केंद्रीय-मंत्री-का-पीए-बोल-रहा-हूं’…कहकर-तबादले-का-देता-था-झांसा;-क्राइम-ब्रांच-ने-किया-गिरफ्तार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, ग्वालियर Published by: शबाहत हुसैन Updated Tue, 06 Aug 2024 01: 41 PM IST MP: केंद्रीय मंत्रियों के पीए के नाम से ट्रांसफर कराने का झांसा देकर फ्रॉड करने वाले जालसाज को ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम पुष्पेंद्र दीक्षित शर्मा है। वह केंद्रीय मंत्रियों के साथ धार्मिक वेशभूषा में फोटो खिंचाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करता था।    आरोपी - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us मध्य प्रदेश पुलिस ने केंद्रीय मंत्रियों के नाम पर ठगी करने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने जुलाई 2024 में शिवपुरी और गुना के दो टीआई विनय यादव, पंकज त्यागी को भिंड और ग्वालियर ट्रांसफर कराने के लिए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पीए जयकिशन बनकर डीजीपी मध्यप्रदेश और विशेष पुलिस महानिदेशक को मैसेज किए थे। जिस सिम नंबर से मैसेज किए, वह गलत तरीके से मंत्री के पीए के नाम से इश्यू कराई थी। उस समय मामले का खुलासा होने के बाद से ही इस फ्रॉड की पुलिस को तलाश थी। पुलिस को सोमवार को आरोपी के अपने गांव ऊदलपाटा टेकनपुर में होने का पता लगा तो घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। फ्रॉड से ट्रांसफर कराने के लिए संपर्क करने वाले दोनों टीआई को पुलिस महानिदेशक ने सस्पेंड कर दिया था। आईजी ग्वालियर रेंज अरविंद सक्सेना ने बताया है कि आरोपी के भेजे मैसेज की भाषा से डीजीपी को समझ आ गया था कि यह मैसेज सही नहीं हैं। उन्होंने आईजी ग्वालियर को ये मैसेज भेजकर इसकी सत्यता का पता लगाने के लिए कहा था। क्राइम ब्रांच ने पूरी कहानी का पता लगाया तो खुलासा हुआ कि यह नंबर तो केंद्रीय मंत्री के पीए का है ही नहीं। आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित पुत्र प्रमोद शर्मा निवासी ऊदलपाड़ा चिरपुरा डबरा ने पुलिस महानिदेशक, विशेष पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश को भी केंद्रीय मंत्री सिंह के निजी सचिव जयकिशन बनकर मैसेज भेजे थे। सिम कूटरचित दस्तावेज से ली गई थी। निरीक्षक स्तर के अधिकारी विनय यादव की पदस्थापना शिवपुरी से भिंड, पंकज त्यागी की पदस्थापना गुना से ग्वालियर करने के मैसेज भेजे थे। उसने केंद्रीय मंत्री के नाम का हवाला देकर खुद को उनका निज सचिव बताकर इन दोनों निरीक्षकों के ट्रांसफर का फॉलोअप भी मांगा था। पहले भी कर चुका है ऐसी हरकतें शातिर आरोपी पुष्पेंद्र के खिलाफ पूर्व में अपराध दर्ज हुआ है। पूर्व में भी दिसंबर 2016 में इसने केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विदेश मंत्रालय के कार्यालय के जरिए अर्द्धशासकीय पत्र भेजकर महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल कार्यालय नई दिल्ली के बीएसएफ के कर्मचारियों के ट्रांसफर के लिए पत्र प्रेषित किया था, जो कूटरचित होना पाया गया था। इसके बाद दक्षिण दिल्ली के लोधी कॉलोनी थाना पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में भी यह फरार था। एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने बताया कि आरोपी पुष्पेंद्र को पुलिस ने 8 अगस्त तक रिमांड पर लिया है। आरोपी के पास से 5 मोबाइल, 1 लाख रुपए नकद, कई आधार कार्ड और अन्य विभागों के लिए बनाए गए पत्र, दस्तावेज जब्त किए गए है। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, ग्वालियर Published by: शबाहत हुसैन Updated Tue, 06 Aug 2024 01: 41 PM IST

MP: केंद्रीय मंत्रियों के पीए के नाम से ट्रांसफर कराने का झांसा देकर फ्रॉड करने वाले जालसाज को ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम पुष्पेंद्र दीक्षित शर्मा है। वह केंद्रीय मंत्रियों के साथ धार्मिक वेशभूषा में फोटो खिंचाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करता था। 
  आरोपी – फोटो : अमर उजाला

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मध्य प्रदेश पुलिस ने केंद्रीय मंत्रियों के नाम पर ठगी करने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने जुलाई 2024 में शिवपुरी और गुना के दो टीआई विनय यादव, पंकज त्यागी को भिंड और ग्वालियर ट्रांसफर कराने के लिए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पीए जयकिशन बनकर डीजीपी मध्यप्रदेश और विशेष पुलिस महानिदेशक को मैसेज किए थे। जिस सिम नंबर से मैसेज किए, वह गलत तरीके से मंत्री के पीए के नाम से इश्यू कराई थी।

उस समय मामले का खुलासा होने के बाद से ही इस फ्रॉड की पुलिस को तलाश थी। पुलिस को सोमवार को आरोपी के अपने गांव ऊदलपाटा टेकनपुर में होने का पता लगा तो घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। फ्रॉड से ट्रांसफर कराने के लिए संपर्क करने वाले दोनों टीआई को पुलिस महानिदेशक ने सस्पेंड कर दिया था। आईजी ग्वालियर रेंज अरविंद सक्सेना ने बताया है कि आरोपी के भेजे मैसेज की भाषा से डीजीपी को समझ आ गया था कि यह मैसेज सही नहीं हैं। उन्होंने आईजी ग्वालियर को ये मैसेज भेजकर इसकी सत्यता का पता लगाने के लिए कहा था। क्राइम ब्रांच ने पूरी कहानी का पता लगाया तो खुलासा हुआ कि यह नंबर तो केंद्रीय मंत्री के पीए का है ही नहीं।

आरोपी पुष्पेंद्र दीक्षित पुत्र प्रमोद शर्मा निवासी ऊदलपाड़ा चिरपुरा डबरा ने पुलिस महानिदेशक, विशेष पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश को भी केंद्रीय मंत्री सिंह के निजी सचिव जयकिशन बनकर मैसेज भेजे थे। सिम कूटरचित दस्तावेज से ली गई थी। निरीक्षक स्तर के अधिकारी विनय यादव की पदस्थापना शिवपुरी से भिंड, पंकज त्यागी की पदस्थापना गुना से ग्वालियर करने के मैसेज भेजे थे। उसने केंद्रीय मंत्री के नाम का हवाला देकर खुद को उनका निज सचिव बताकर इन दोनों निरीक्षकों के ट्रांसफर का फॉलोअप भी मांगा था।

पहले भी कर चुका है ऐसी हरकतें
शातिर आरोपी पुष्पेंद्र के खिलाफ पूर्व में अपराध दर्ज हुआ है। पूर्व में भी दिसंबर 2016 में इसने केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विदेश मंत्रालय के कार्यालय के जरिए अर्द्धशासकीय पत्र भेजकर महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल कार्यालय नई दिल्ली के बीएसएफ के कर्मचारियों के ट्रांसफर के लिए पत्र प्रेषित किया था, जो कूटरचित होना पाया गया था। इसके बाद दक्षिण दिल्ली के लोधी कॉलोनी थाना पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में भी यह फरार था। एसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने बताया कि आरोपी पुष्पेंद्र को पुलिस ने 8 अगस्त तक रिमांड पर लिया है। आरोपी के पास से 5 मोबाइल, 1 लाख रुपए नकद, कई आधार कार्ड और अन्य विभागों के लिए बनाए गए पत्र, दस्तावेज जब्त किए गए है।

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