mandsaur:-पिता-के-मृत्युभोज-के-लिए-लिया-था-पैसा,-सूदखोर-करने-लगे-परेशान-तो-की-आत्महत्या,-पांच-माह-बाद-केस-दर्ज
मंदसौर के शामगढ़ थाना क्षेत्र में सूदखोर से परेशान युवक ने आत्महत्या कर ली। - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us मंदसौर जिले में सूदखोरों से परेशान एक युवक ने आत्महत्या कर ली। उसने पिता के मृत्युभोज के लिए उधार लिया था. चुका नहीं पाया तो सूदखोर तंग करने लगे। पांच महीने चली जांच के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है। मंदसौर जिले में सूदखोरी अभी भी थम नहीं रहीं है। सूदखोरी का कारोबार दलदल जैसा है, जिसमें व्यक्ति फंसता है तो वापस बाहर ही नहीं निकल पाता है और आखरी में अपनी जान गंवा देता है। साल 2022 में पुलिस ने सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया तो सामने आया कि कई लोगों को तो पता भी नहीं कि उनकी जमीन सूदखोर निगल गया, किसी के दुकान पर कब्जा कर लिया। पुलिस द्वारा दो महीने चलाई गई इस मुहिम से 105 लोगों को सूदखोरों के आतंक से मुक्ति मिली थी। हालांकि मुहिम बंद हो गई और फिर सूदखोरी का धंधा शुरू हो गया। एक बार फिर सूदखोरी से परेशान होकर एक को जान देने को मजबूर होना पड़ा। ताजा मामला शामगढ़ थाना क्षेत्र में सामने आया है। पुलिस ने बताया कि शामगढ़ थाना क्षेत्र में घट्टिया गांव में 27 अगस्त को भगतराम पिता मांगीलाल मौर्या (55) ने खेत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। करीब पांच महीने चली जांच के बाद पुलिस ने तीन लोगों पर सूदखोरी, आत्महत्या के लिए उकसाने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। मूल से ज्यादा ब्याज चुकाने के बाद भी ब्याज के लिए बनाया जा रहा था दबाव पुलिस के अनुसार मृतक भगत राम ने पिता के मृत्यु भोज और बेटे के इलाज में खर्च ज्यादा हो जाने के चलते आरोपी शंभु सिंह निवासी बरखेडा, करण सिंह सौंधिया निवासी गरडा, मोहनलाल बलाई निवासी गंगपुरा का खेड़ा जिला झालावाड़ से डेढ़ लाख उधार लिए थे। मृतक की ओर से 3 लाख रुपये चुका देने के बाद भी आरोपियों की ओर से मृतक को ब्याज चुकाने के लिए धमकाया जा रहा था। आरोपियों ने ब्याज की वसूली के लिए मृतक की जमीन और भैस देने के लिए दबाव बना रहे थे। मृतक ने आरोपी करण सिंह से 20 हजार उधार लिए थे। 30 हजार लौटने के बाद भी वह एक लाख मांग रहा था। आरोपी भेरू लाल बलाई से 15 हजार उधार लिए थे। इसके बदले वह मृतक को धमकाकर उसकी 90 हजार की भैंस ले गया। आरोपियों की धमकियों परेशान होकर मृतक ने खेत पर पांच माह पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर शामगढ़ पुलिस ने तीनो आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रताडित करने, सूदखोरी और एससीएसटी एक्ट के अपराध में प्रकरण दर्ज किया है। 31 सूदखोर हुए थे गिरफ्तार पुलिस ने 2022 नवबंर और दिसबंर माह में सूदखोरों के खिलाफ अभियान छेड़ा था। जिलेभर में 21 प्रकरण सूदखोरों के खिलाफ पंजीबद्ध किए गए। इन 21 प्रकरणों में 35 आरोपी बनाए। इसमें से 31 सूदखोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

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मंदसौर के शामगढ़ थाना क्षेत्र में सूदखोर से परेशान युवक ने आत्महत्या कर ली। – फोटो : सोशल मीडिया

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मंदसौर जिले में सूदखोरों से परेशान एक युवक ने आत्महत्या कर ली। उसने पिता के मृत्युभोज के लिए उधार लिया था. चुका नहीं पाया तो सूदखोर तंग करने लगे। पांच महीने चली जांच के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है।

मंदसौर जिले में सूदखोरी अभी भी थम नहीं रहीं है। सूदखोरी का कारोबार दलदल जैसा है, जिसमें व्यक्ति फंसता है तो वापस बाहर ही नहीं निकल पाता है और आखरी में अपनी जान गंवा देता है। साल 2022 में पुलिस ने सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाया तो सामने आया कि कई लोगों को तो पता भी नहीं कि उनकी जमीन सूदखोर निगल गया, किसी के दुकान पर कब्जा कर लिया। पुलिस द्वारा दो महीने चलाई गई इस मुहिम से 105 लोगों को सूदखोरों के आतंक से मुक्ति मिली थी। हालांकि मुहिम बंद हो गई और फिर सूदखोरी का धंधा शुरू हो गया। एक बार फिर सूदखोरी से परेशान होकर एक को जान देने को मजबूर होना पड़ा। ताजा मामला शामगढ़ थाना क्षेत्र में सामने आया है।

पुलिस ने बताया कि शामगढ़ थाना क्षेत्र में घट्टिया गांव में 27 अगस्त को भगतराम पिता मांगीलाल मौर्या (55) ने खेत पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। करीब पांच महीने चली जांच के बाद पुलिस ने तीन लोगों पर सूदखोरी, आत्महत्या के लिए उकसाने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया है।

मूल से ज्यादा ब्याज चुकाने के बाद भी ब्याज के लिए बनाया जा रहा था दबाव
पुलिस के अनुसार मृतक भगत राम ने पिता के मृत्यु भोज और बेटे के इलाज में खर्च ज्यादा हो जाने के चलते आरोपी शंभु सिंह निवासी बरखेडा, करण सिंह सौंधिया निवासी गरडा, मोहनलाल बलाई निवासी गंगपुरा का खेड़ा जिला झालावाड़ से डेढ़ लाख उधार लिए थे। मृतक की ओर से 3 लाख रुपये चुका देने के बाद भी आरोपियों की ओर से मृतक को ब्याज चुकाने के लिए धमकाया जा रहा था। आरोपियों ने ब्याज की वसूली के लिए मृतक की जमीन और भैस देने के लिए दबाव बना रहे थे। मृतक ने आरोपी करण सिंह से 20 हजार उधार लिए थे। 30 हजार लौटने के बाद भी वह एक लाख मांग रहा था। आरोपी भेरू लाल बलाई से 15 हजार उधार लिए थे। इसके बदले वह मृतक को धमकाकर उसकी 90 हजार की भैंस ले गया। आरोपियों की धमकियों परेशान होकर मृतक ने खेत पर पांच माह पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजनों के बयान और अन्य साक्ष्यों के आधार पर शामगढ़ पुलिस ने तीनो आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रताडित करने, सूदखोरी और एससीएसटी एक्ट के अपराध में प्रकरण दर्ज किया है।

31 सूदखोर हुए थे गिरफ्तार
पुलिस ने 2022 नवबंर और दिसबंर माह में सूदखोरों के खिलाफ अभियान छेड़ा था। जिलेभर में 21 प्रकरण सूदखोरों के खिलाफ पंजीबद्ध किए गए। इन 21 प्रकरणों में 35 आरोपी बनाए। इसमें से 31 सूदखोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

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