khandwa:-स्टूडेंट-की-आत्महत्या-से-नाराज-छात्रों-ने-छात्र-संघ-के-साथ-पॉलिटेक्निक-कॉलेज-के-गेट-पर-किया-प्रदर्शन
पॉलिटेक्निक छात्र की मौत के बाद धरने पर बैठे स्टूडेंट विस्तार Follow Us मध्यप्रदेश के खंडवा नगर के पॉलिटेक्निक कॉलेज के हॉस्टल में रह कर पढ़ाई कर रहे प्रथम वर्ष के छात्र ने गुरुवार को फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से नाराज कॉलेज के कुछ छात्रों ने शुक्रवार दोपहर विद्यार्थी परिषद के सदस्यों के साथ मिलकर कॉलेज के गेट पर बैठकर धरना शुरू कर दिया। इस बीच वहां पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों और स्टूडेंट के बीच बहस की स्थिति भी बनी। बता दें कि बीती रात सिहाड़ा रोड़ स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र अंकित पिता संजय राजपूत का शव हॉस्टल के रूम नंबर 15 में लगे सीलिंग फैन पर लटका हुआ मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की। जानकारी के अनुसार अंकित हरदा के सिराली स्थित लोलागरा का रहने वाला था। वह पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रथम वर्ष का छात्र था और नर्मदा हॉस्टल में रह रहा था। शुक्रवार दोपहर अंकित की मौत से गुस्साए स्टूडेंट ने पॉलिटेक्निक कॉलेज के गेट पर बैठ जमकर नारेबाजी की। छात्रों की मांग थी कि हॉस्टल का निरीक्षण करवाया जाए, जिससे वहां हो रही अनियमितता से जुड़े कई मामले उजागर हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने प्राचार्य पर भी गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्राचार्य छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। इस दौरान धरने पर बैठे छात्रों को समझाइश देने पहुंची पुलिस से भी छात्रों की बहस हो गई। छात्रों का कहना था कि हम पूरी तरह से पुलिस को सहयोग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस का रवैया अच्छा नहीं है। प्रदर्शन के दौरान प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंचे डिप्टी कलेक्टर मुकेश काशिव ने बताया कि विद्यार्थी परिषद के कुछ लोग कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठे गए थे। छात्रों से उनकी मांगों को लेकर चर्चा की थी। छात्र  कॉलेज हॉस्टल में अव्यवस्थाओं को लेकर नाराज थे और उसका निरीक्षण कराये जाने की मांग कर रहे थे। कॉलेज के प्रिंसिपल की तबीयत खराब रहने के चलते, उनके कॉलेज ना आने पर उनका वीआरएस अप्रूव करने की मांग कर रहे थे। जिसे लेकर कलेक्टर साहब के निर्देश पर जिला प्रशासन ने दल गठित कर हॉस्टल की जांच करने भेज दिया है। साथ ही प्रिंसिपल के द्वारा दिए गए वीआरएस के आवेदन को अप्रूव करने के लिए भी उच्च शिक्षा विभाग के पास प्रतिवेदन भेजा जाएगा। आश्वासन के बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

पॉलिटेक्निक छात्र की मौत के बाद धरने पर बैठे स्टूडेंट

विस्तार Follow Us

मध्यप्रदेश के खंडवा नगर के पॉलिटेक्निक कॉलेज के हॉस्टल में रह कर पढ़ाई कर रहे प्रथम वर्ष के छात्र ने गुरुवार को फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से नाराज कॉलेज के कुछ छात्रों ने शुक्रवार दोपहर विद्यार्थी परिषद के सदस्यों के साथ मिलकर कॉलेज के गेट पर बैठकर धरना शुरू कर दिया। इस बीच वहां पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों और स्टूडेंट के बीच बहस की स्थिति भी बनी।

बता दें कि बीती रात सिहाड़ा रोड़ स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र अंकित पिता संजय राजपूत का शव हॉस्टल के रूम नंबर 15 में लगे सीलिंग फैन पर लटका हुआ मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की। जानकारी के अनुसार अंकित हरदा के सिराली स्थित लोलागरा का रहने वाला था। वह पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रथम वर्ष का छात्र था और नर्मदा हॉस्टल में रह रहा था।

शुक्रवार दोपहर अंकित की मौत से गुस्साए स्टूडेंट ने पॉलिटेक्निक कॉलेज के गेट पर बैठ जमकर नारेबाजी की। छात्रों की मांग थी कि हॉस्टल का निरीक्षण करवाया जाए, जिससे वहां हो रही अनियमितता से जुड़े कई मामले उजागर हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने प्राचार्य पर भी गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्राचार्य छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। इस दौरान धरने पर बैठे छात्रों को समझाइश देने पहुंची पुलिस से भी छात्रों की बहस हो गई। छात्रों का कहना था कि हम पूरी तरह से पुलिस को सहयोग कर रहे हैं, लेकिन पुलिस का रवैया अच्छा नहीं है।

प्रदर्शन के दौरान प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंचे डिप्टी कलेक्टर मुकेश काशिव ने बताया कि विद्यार्थी परिषद के कुछ लोग कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठे गए थे। छात्रों से उनकी मांगों को लेकर चर्चा की थी। छात्र  कॉलेज हॉस्टल में अव्यवस्थाओं को लेकर नाराज थे और उसका निरीक्षण कराये जाने की मांग कर रहे थे। कॉलेज के प्रिंसिपल की तबीयत खराब रहने के चलते, उनके कॉलेज ना आने पर उनका वीआरएस अप्रूव करने की मांग कर रहे थे। जिसे लेकर कलेक्टर साहब के निर्देश पर जिला प्रशासन ने दल गठित कर हॉस्टल की जांच करने भेज दिया है। साथ ही प्रिंसिपल के द्वारा दिए गए वीआरएस के आवेदन को अप्रूव करने के लिए भी उच्च शिक्षा विभाग के पास प्रतिवेदन भेजा जाएगा। आश्वासन के बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।

Posted in MP