घटना की जानकारी देते पुलिस अधिकारी। – फोटो : Amar Ujala Digital
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मध्य प्रदेश के खंडवा में बेटे की शादी का अरमान संजोए एक परिवार एक नहीं बल्कि दो-दो बार ठगी का शिकार हो गया। शुक्रवार के ताजा मामले में एक परिवार शादी के लिए लिखापढ़ी करने कोर्ट पहुंचा। कुछ देर बाद दुल्हन के साथी दूल्हे को झांसा देकर कोर्ट परिसर से भाग निकले। कुछ देर बाद दुल्हन भी बहाना बनाकर खिसकने लगी। समय रहते अपने साथ ठगी होने का एहसास होते ही दूल्हे के परिजनों ने तुरंत ही पुलिस से मदद मांगी। शहर के कोतवाली थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शनिवार को ठग दुल्हन सहित उसके एक साथी को भी धर दबोचा।
हालांकि परिजन अनुसार उन्होंने ही ऑटो में बैठ कर फरार हो रहे दलाल युवक और दुल्हन को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। फिलहाल पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज करते हुए युवती और उसके साथी को जेल भेज दिया है। वहीं इनके एक अन्य साथी को तलाश करने की बात कह रही है।
खंडवा के ग्राम जामलीकला के रहने वाले शिवा पिता लिंबाजी गणपत का परिवार उनकी शादी के लिए चिंतित था। परिजन शिवा के लिए लड़की तलाश कर रहे थे। इस दौरान ये लोग ग्राम राईखेड़ी के रहने वाले संतोष गवली और उसके पुत्र धनराज के सम्पर्क में आए। उन्होंने शिवा के लिए अच्छा रिश्ता बताने की बात कही और एक अनाथ लड़की बताई। उन्होंने कहा कि लड़की के दूसरे रिश्तेदार हैं, जिन्हें कुछ पैसे देने पड़ेंगे और शादी करने के लिए भी रुपये लगेंगे, जिनसे विवाह का सामान खरीदना पड़ेगा।
राजी होने के बाद पिता-पुत्र को दलाल जोड़ी ने युवती कमला से मिलवाया और उसे अनाथ होने का बोलकर दूल्हे शिवा के परिजन से लगभग 35 हजार रुपये नकद लेकर शिवा के घर शादी के लिए छोड़ दिए। दूल्हे शिवा के परिजन ने ठग दुल्हन कमला को कुछ गहने और कपड़े भी दिलाए। दलालों ने दूल्हे के परिजन को लगभग 2 से 3 दिन बाद कोर्ट में आकर शादी के लिखापढ़ी करने की बात कही। शिवा और उसके परिजन दुल्हन को लेकर शुक्रवार को खंडवा की जिला कोर्ट पहुंचे थे।
यह थी पूरी घटना
दूल्हे के पिता लिंबा ने बताया कि हम लोग शुक्रवार दोपहर लगभग 12 बजे कोर्ट पहुंचे। जहां पिता पुत्र की दलाल जोड़ी भी मौजूद थी। इसी बीच शादी के दस्तावेज तैयार कराने के लिए ठगोरी दुल्हन कमला से उसका आधार कार्ड मांगा गया तो उसने देने से साफ इनकार कर दिया और बाद में शादी की बात करने लगी। कुछ देर बाद दूल्हे शिवा से कमला ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया और मौका देखते ही वहां से भाग गई। साथ ही दोनों दलाल संतोष और धनराज भी वहां नहीं मिल रहे थे।
तभी दूल्हे शिवा और उसके परिजन को अपने साथ ठगी होने का एहसास हुआ और उन्होंने दुल्हन और उसके रिश्तेदारों की तलाश शुरू की। कुछ देर बाद शहर से कुछ ही दूरी पर उन्हें यह ठगोरी दुल्हन कमला उसी दलाल युवक धनराज के साथ एक ऑटो में बैठ कर जाते हुए दिखाई दी। इन्होंने पीछा कर ऑटो रुकवा कर दोनों को उतारा और पकड़ कर शहर के कोतवाली थाने ले आए, जहां अपने साथ धोखाधड़ी होने की शिकायत दर्ज कराई है।
आरोपी दलाल पहले भी कर चुके थे ठगी
दूल्हे के पिता लिंबा गणपत ने बताया कि दोनों दलाल आरोपी बाप बेटे संतोष और धनराज का धंधा ही लोगों को इस तरह से लूटने का है। इसके पहले भी इन्हीं दोनों ने औरंगाबाद की एक लड़की दिखाने के नाम पर उनसे पहले तो 10 हजार रुपये और बाद में औरंगाबाद जाने का कहकर पांच हजार रुपये लिए थे। उस पहले वाली लड़की को इन्होंने अपनी बेटी तक बताया था, लेकिन बाद में शादी की बात से मुकर गए और फिर दूसरी लड़की दिखाने का झांसा देकर उन्हें विश्वास में लेते रहे। इसके बाद अब यह सिवनी की रहने वाली कमला को अनाथ बात कर उन्हें दिखाया था।
पुलिस बता रही उन्होंने तलाश कर किया गिरफ्तार
थाना प्रभारी बलराम राठौड़ ने बताया कि दूल्हे के परिजन की रिपोर्ट पर धारा 420, 406, 34 में अपराध पंजीकृत किया गया है तथा आरोपियों की तलाश में महिला कमलाबाई और धनराज को गिरफ्तार किया गया। माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है। इसमें एक आरोपी संतोष गवली अभी फरार है। उसकी भी तलाश की जा रही है। वह महिला पहले से शादीशुदा है और इनमें करीब 45000 रुपये का लेनदेन हो चुका था और कुछ ज्यादा पैसों की इनमें आपस में बातचीत हुई थी। उन्होंने बताया कि जो आरोपी हैं उनका पुराना आपराधिक रिकार्ड भी देखा जा रहा है। संभवत यह संतोष गवली पर पहले भी अपराध पंजीबद्ध हैं। फिर भी हम संबंधित थाने से और आई सी एस से इनका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड देख रहे हैं जिसे संबंधित केस डायरी में संलग्न करेंगे।
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