khandwa:-गुरु-पूर्णिमा-पर-फौजी-बाबा-से-ली-गुरु-दीक्षा,-स्टडी-टेबल-नहीं-दिलाई-तो-कर-दी-हत्या,-जानें-पूरा-मामला
विस्तार Follow Us मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर में एक संत बाबा की हत्या का मामला सामने आया है। मृतक संत तीर्थ नगरी में फौजी बाबा के नाम से आम लोगों में काफी प्रसिद्ध थे, और कई वर्षों से अपने आश्रम की कुटिया में अकेले ही रहते थे। शनिवार दोपहर वे अपने आश्रम में ही औंधे मुंह मृत अवस्था में पड़े मिले थे। इसके बाद मान्धाता थाना पुलिस ने इस मामले में बाबा के सेवादार को ही गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए आरोपी अभिषेक शर्मा ने बाबा के द्वारा स्टडी टेबल नहीं दिलाने के चलते उनसे नाराज होने की वजह बताते हुए उनकी हत्या करना स्वीकार किया है।  Trending Videos तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर के ओंकार पर्वत के चंद्रबिंदु पर बने बांध के सामने अपने आश्रम में वर्षों से राह रहे संत फौजी बाबा का शरीर मृत अवस्था में औंधे मुंह पड़ा हुआ पाया गया था। जोकि आश्रम के पास से स्नान करने गुजर रहे एक व्यक्ति को दिखाई दिया। इस दौरान संत के मुंह से खून भी बह रहा था। यह देख तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद मान्धाता थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संत की हत्या की आशंका जताई। पुलिस ने जब आश्रम के आसपास पूछताछ की तो मालूम चला कि फौजी बाबा के आश्रम में कुछ दिनों से एक सेवादार अभिषेक शर्मा रह रहा था। जब उसे तलाश कर पुलिस ने हिरासत में लिया तो उसने पुलिस को पूरी घटना बताते हुए हत्या करना स्वीकार कर लिया।  हत्या के पहले आरोपी ने चेताया था बाबा को पुलिस द्वारा पकड़े गए बाबा के सेवादार अभिषेक शर्मा ने बताया कि वह गुरु पूर्णिमा पर्व से ही फौजी बाबा के पास रहकर उनकी सेवा करते हुए अपनी कॉलेज की पढ़ाई भी कर रहा था। उसे पढ़ाई के लिए एक स्टडी टेबल की जरूरत थी। जिसको लेकर उसने संत फौजी बाबा से इसकी मांग की, लेकिन उन्होंने उसकी मांग को ठुकराते हुए इसे अपने माता-पिता से मांगने की हिदायत दे डाली थी। बस यही बात से आरोपी अभिषेक शर्मा नाराज हो गया, और उसके मन में बाबा की हत्या के विचार आने लगे। यही नहीं फौजी बाबा की हत्या करने के ठीक एक दिन पहले उसने बाबा को बताया भी था कि वह उनकी हत्या करना चाहता है। जिसे फौजी बाबा ने मजाक समझा, और उसे वहां से रवाना कर दिया। हालांकि उस समय तो आरोपी सेवादार वहां से चला गया, लेकिन अगले दिन वापस आकर देखा तो फौजी बाबा आश्रम में पूजा कर रहे थे। इस दौरान उसने पीछे से आकर बाबा का गला घोंट दिया। वहीं स्थानीय पुलिस ने फिलहाल इस मामले में आरोपी युवक अभिषेक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है और अब उससे पूछताछ की जा रही है। आरोपी सेवादार करता था पूजा पाठ का काम इधर इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि ओंकार पर्वत पर एक फौजी बाबा आश्रम है। जहां फौजी बाबा रहते थे वे मृत अवस्था में पाए गए हैं। और सूचना मिलने के बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो यह देखा गया कि फौजी बाबा मृत पड़े हुए हैं, और प्रारंभिक जांच में उनकी हत्या की आशंका लगी। इसी बीच पुलिस को यह जानकारी मिली कि संत फौजी बाबा के पास अभिषेक शर्मा नाम का एक लड़का काम करता था। जो घटना के बाद से बड़वाह की तरफ चला गया है। इस पर पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लिया। उसकी जानकारी निकाली गई, तो मालूम चला कि अभिषेक शर्मा एनएचडीसी कॉलोनी में पूजापाठ का काम करता है, और हाल ही में गुरु पूर्णिमा पर बाबा के एक परिचित के जरिए उनसे मिला था।   84 साल के बाबा मूलतः संभल के रहने वाले थे बाबा की उम्र लगभग 84 साल थी और वे मूलतः संभल उत्तर प्रदेश के संभल रहने वाले हैं । वो लगभग 35 साल से ओम्कारेश्वर में आश्रम बना कर रह रहे थे। इस संबंध में आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस उससे ओर अधिक पूछताछ कर रही है।

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मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर में एक संत बाबा की हत्या का मामला सामने आया है। मृतक संत तीर्थ नगरी में फौजी बाबा के नाम से आम लोगों में काफी प्रसिद्ध थे, और कई वर्षों से अपने आश्रम की कुटिया में अकेले ही रहते थे। शनिवार दोपहर वे अपने आश्रम में ही औंधे मुंह मृत अवस्था में पड़े मिले थे। इसके बाद मान्धाता थाना पुलिस ने इस मामले में बाबा के सेवादार को ही गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए आरोपी अभिषेक शर्मा ने बाबा के द्वारा स्टडी टेबल नहीं दिलाने के चलते उनसे नाराज होने की वजह बताते हुए उनकी हत्या करना स्वीकार किया है। 

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तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर के ओंकार पर्वत के चंद्रबिंदु पर बने बांध के सामने अपने आश्रम में वर्षों से राह रहे संत फौजी बाबा का शरीर मृत अवस्था में औंधे मुंह पड़ा हुआ पाया गया था। जोकि आश्रम के पास से स्नान करने गुजर रहे एक व्यक्ति को दिखाई दिया। इस दौरान संत के मुंह से खून भी बह रहा था। यह देख तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद मान्धाता थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संत की हत्या की आशंका जताई। पुलिस ने जब आश्रम के आसपास पूछताछ की तो मालूम चला कि फौजी बाबा के आश्रम में कुछ दिनों से एक सेवादार अभिषेक शर्मा रह रहा था। जब उसे तलाश कर पुलिस ने हिरासत में लिया तो उसने पुलिस को पूरी घटना बताते हुए हत्या करना स्वीकार कर लिया। 

हत्या के पहले आरोपी ने चेताया था बाबा को
पुलिस द्वारा पकड़े गए बाबा के सेवादार अभिषेक शर्मा ने बताया कि वह गुरु पूर्णिमा पर्व से ही फौजी बाबा के पास रहकर उनकी सेवा करते हुए अपनी कॉलेज की पढ़ाई भी कर रहा था। उसे पढ़ाई के लिए एक स्टडी टेबल की जरूरत थी। जिसको लेकर उसने संत फौजी बाबा से इसकी मांग की, लेकिन उन्होंने उसकी मांग को ठुकराते हुए इसे अपने माता-पिता से मांगने की हिदायत दे डाली थी। बस यही बात से आरोपी अभिषेक शर्मा नाराज हो गया, और उसके मन में बाबा की हत्या के विचार आने लगे। यही नहीं फौजी बाबा की हत्या करने के ठीक एक दिन पहले उसने बाबा को बताया भी था कि वह उनकी हत्या करना चाहता है। जिसे फौजी बाबा ने मजाक समझा, और उसे वहां से रवाना कर दिया। हालांकि उस समय तो आरोपी सेवादार वहां से चला गया, लेकिन अगले दिन वापस आकर देखा तो फौजी बाबा आश्रम में पूजा कर रहे थे। इस दौरान उसने पीछे से आकर बाबा का गला घोंट दिया। वहीं स्थानीय पुलिस ने फिलहाल इस मामले में आरोपी युवक अभिषेक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है और अब उससे पूछताछ की जा रही है।

आरोपी सेवादार करता था पूजा पाठ का काम
इधर इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि ओंकार पर्वत पर एक फौजी बाबा आश्रम है। जहां फौजी बाबा रहते थे वे मृत अवस्था में पाए गए हैं। और सूचना मिलने के बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो यह देखा गया कि फौजी बाबा मृत पड़े हुए हैं, और प्रारंभिक जांच में उनकी हत्या की आशंका लगी। इसी बीच पुलिस को यह जानकारी मिली कि संत फौजी बाबा के पास अभिषेक शर्मा नाम का एक लड़का काम करता था। जो घटना के बाद से बड़वाह की तरफ चला गया है। इस पर पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लिया। उसकी जानकारी निकाली गई, तो मालूम चला कि अभिषेक शर्मा एनएचडीसी कॉलोनी में पूजापाठ का काम करता है, और हाल ही में गुरु पूर्णिमा पर बाबा के एक परिचित के जरिए उनसे मिला था।

 
84 साल के बाबा मूलतः संभल के रहने वाले थे
बाबा की उम्र लगभग 84 साल थी और वे मूलतः संभल उत्तर प्रदेश के संभल रहने वाले हैं । वो लगभग 35 साल से ओम्कारेश्वर में आश्रम बना कर रह रहे थे। इस संबंध में आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस उससे ओर अधिक पूछताछ कर रही है।

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