खंडवा में मना किशोर कुमार का जन्मदिन । – फोटो : सोशल मीडिया
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मध्यप्रदेश के खंडवा में गौरव दिवस मनाया जा रहा है। खंडवा में ही 4 अगस्त को मशहूर हरफन मौला कलाकार किशोर कुमार जन्मे थे। उनके जन्मदिवस पर यहां अनेक सांस्कृतिक आयोजन किए जाते रहे हैं। छोटे परदे की दुनिया के अनेक रियलिटी शो में नई प्रतिभाओं को जज करने वाले पंडित रामशंकर भी शुक्रवार को किशोर कुमार के जन्मदिन पर खंडवा पहुंचे। उन्होंने यहां पहुंचकर किशोर की समाधि पर माथा टेका और पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फिल्म मेकर्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि फिल्म बनाते समय किसी की उनकी वजह से किसी की भी भावना को ठेस ना पहुंचे। किसी का धार्मिक मान्यता का अपमान न हो। इतना ही नहीं उन्होंने फिल्मों से कव्वाली गायकी के कम होने पर चिंता भी जताई। उन्होंने कहा कि लोग आधुनिक संगीत में सूफियाना महफिलों को भुला रहे हैं जबकि सूफियाना कलाम संगीत की आत्मा है। पंडित रामशंकर ने बताया कि उन्होंने बचपन में किशोर कुमार के साथ कुछ समय बिताया है, जब उनके पिता के पास किशोर कुमार आया करते थे। बता दें कि पंडित रामशंकर को इस वर्ष प्रथम बार किशोर गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
किशोर कुमार को मिले भारत रत्न
किशोर कुमार के जन्मदिन पर खंडवा पहुंचे म्यूजिक डायरेक्टर और गायक पंडित रामशंकर ने मीडिया से खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि उन्हें खंडवा आकर गर्व हो रहा है कि वह लीजेंडरी सिंगर और बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार की समाधि पर आए हैं। उनके पैतृक निवास को वह देखेंगे। उन्होंने कहा कि किशोर गौरव सम्मान मिलना उनके लिए अपने आप में बहुत बड़ी बात है। किशोर कुमार को भारत रत्न मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जरूर किशोर कुमार को भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किया जाना चाहिए। उनकी ख्याति पूरे विश्व में फैली हुई है और वह महान संगीतकार के रूप में जाने जाते हैं।
गुडलक गिफ्ट देने का राज
पंडित रामशंकर रियलिटी शो में अक्सर बच्चों की हौसला अफजाई करने के लिए उन्हें गुडलक गिफ्ट दिया करते हैं। उन्होंने इस राज से भी पर्दा उठाते हुए कहा कि जब वह छोटे थे तो उन्हें भी इसी तरह से गुडलक गिफ्ट मिला करते थे। इसी से प्रेरित होकर वह भी बच्चों की हौसला अफजाई करने के लिए उन्हें गुड लक गिफ्ट दिया करते हैं। उन्होंने कहा कि जब वह छोटे थे तो उनके पिताजी अक्सर किसी के सामने उनसे गाना गवाते थे तो सुनने वाले उन्हें खुश होकर 5-10 रुपये गिफ्ट देते थे। उसी भाव के साथ मैं भी अब बच्चों को उनकी हौसला अफजाई के लिए गुड लक अमाउंट देता हूं, जो 5-10 से बढ़कर अब 500 रुपये हो गया है।
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