kanak-bihari-das:-नम-आंखों-से-दी-गई-'यज्ञ-सम्राट'-को-भावभीनी-विदाई,-लोनी-कला-मंदिर-परिसर-में-हुआ-अंतिम-संस्कार
नम आंखों से दी गई 'यज्ञ सम्राट' को भावभीनी विदाई - फोटो : अमर उजाला विस्तार राष्ट्रीय संत कनक बिहारी दास जी महाराज को मोनी कला कनक धाम में आज अंतिम विदाई दी गई। दिगंबर अखाड़े के महंत और उनके अखाड़े से जुड़े समस्त संत महात्माओं ने विशेष मंत्र उच्चारण के साथ उनकी अंत्येष्टि कराई। आश्रम में उनके शिष्य श्यामदास ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान हजारों श्रद्धालु की आंखें नम हो गई। बता दें कि लगभग 35 साल पहले नोनी कला आकर यहां अपनी तपोस्थली बनाने वाले महंत कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु लोनी कला मंदिर पहुंचे थे। यहां सोमवार देर रात से श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर परिसर में उड़ने लगी थी। दोपहर तीन बजे तक उनके दर्शन कराए गए, उसके बाद विधि-विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। कांग्रेस-बीजेपी के नेता रहे मौजूद... कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम संस्कार में कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेता मौजूद रहे। खासकर पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे, कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी,  विधायक चौधरी सुजीत सिंह पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे, जय सक्सेना महापौर विक्रम आहके और जनपद पंचायत उपाध्यक्ष अश्वनी रघुवंशी सहित तमाम पदाधिकारी पूरे समय कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे। तपस्थली के पीछे किया गया अंतिम संस्कार... महंत जी महाराज के अंतिम संस्कार उनकी तपस्थली नोनी काला राम जानकी मंदिर के पीछे किया गया। यहां विधि-विधान के साथ अनुष्ठान के बीच मंत्र उच्चारण के साथ उन्हें मुखाग्नि दी गई। पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह ने बताया कि महाराज श्री की चिता में चार क्विंटल चंदन की लकड़ी यहां रखी गई थी। 12 से 15 लीटर घी भी बुलाया गया था। नहीं था पर्याप्त पुलिस बल... राष्ट्रीय संत का दर्जा पाने वाले कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में पब्लिक थी। लेकिन यह व्यवस्था बनाने के लिए नाम मात्र का पुलिस बल लगाया गया था। हालांकि, कुछ पुलिसकर्मी लगातार व्यवस्था बनाते नजर आए। लेकिन जिस हिसाब से भीड़ थी, उस हिसाब से यहां पुलिस नहीं लगाई गई थी। अंतिम संस्कार के समय भक्तों में धक्का-मुक्की भी हुई। कनक बिहारी दास जी महाराज का अंतिम दर्शन पाने के लिए गुना विदिशा गंजबासौदा होशंगाबाद नरसिंहपुर महाराष्ट्र सहित आसपास के क्षेत्रों से काफी संख्या में श्रद्धालु भक्त पहुंचे थे, जिन्होंने कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम दर्शन किए।

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नम आंखों से दी गई ‘यज्ञ सम्राट’ को भावभीनी विदाई – फोटो : अमर उजाला

विस्तार राष्ट्रीय संत कनक बिहारी दास जी महाराज को मोनी कला कनक धाम में आज अंतिम विदाई दी गई। दिगंबर अखाड़े के महंत और उनके अखाड़े से जुड़े समस्त संत महात्माओं ने विशेष मंत्र उच्चारण के साथ उनकी अंत्येष्टि कराई। आश्रम में उनके शिष्य श्यामदास ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान हजारों श्रद्धालु की आंखें नम हो गई।

बता दें कि लगभग 35 साल पहले नोनी कला आकर यहां अपनी तपोस्थली बनाने वाले महंत कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु लोनी कला मंदिर पहुंचे थे। यहां सोमवार देर रात से श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर परिसर में उड़ने लगी थी। दोपहर तीन बजे तक उनके दर्शन कराए गए, उसके बाद विधि-विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

कांग्रेस-बीजेपी के नेता रहे मौजूद…
कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम संस्कार में कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज नेता मौजूद रहे। खासकर पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे, कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी,  विधायक चौधरी सुजीत सिंह पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे, जय सक्सेना महापौर विक्रम आहके और जनपद पंचायत उपाध्यक्ष अश्वनी रघुवंशी सहित तमाम पदाधिकारी पूरे समय कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहे।

तपस्थली के पीछे किया गया अंतिम संस्कार…
महंत जी महाराज के अंतिम संस्कार उनकी तपस्थली नोनी काला राम जानकी मंदिर के पीछे किया गया। यहां विधि-विधान के साथ अनुष्ठान के बीच मंत्र उच्चारण के साथ उन्हें मुखाग्नि दी गई। पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह ने बताया कि महाराज श्री की चिता में चार क्विंटल चंदन की लकड़ी यहां रखी गई थी। 12 से 15 लीटर घी भी बुलाया गया था।

नहीं था पर्याप्त पुलिस बल…
राष्ट्रीय संत का दर्जा पाने वाले कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में पब्लिक थी। लेकिन यह व्यवस्था बनाने के लिए नाम मात्र का पुलिस बल लगाया गया था। हालांकि, कुछ पुलिसकर्मी लगातार व्यवस्था बनाते नजर आए। लेकिन जिस हिसाब से भीड़ थी, उस हिसाब से यहां पुलिस नहीं लगाई गई थी। अंतिम संस्कार के समय भक्तों में धक्का-मुक्की भी हुई। कनक बिहारी दास जी महाराज का अंतिम दर्शन पाने के लिए गुना विदिशा गंजबासौदा होशंगाबाद नरसिंहपुर महाराष्ट्र सहित आसपास के क्षेत्रों से काफी संख्या में श्रद्धालु भक्त पहुंचे थे, जिन्होंने कनक बिहारी दास जी महाराज के अंतिम दर्शन किए।

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