jammu-and-kashmir:-कुपवाड़ा-में-घुसपैठ-की-कोशिश-नाकाम,-3-आतंकवादी-ढेर
Jammu And Kashmir: सेना के जवानों ने कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर आज घुसपैठ की कोशिश नाकाम की. इस दौरान आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान में 3 आतंकवादियों को मार गिराया गया. भारतीय सेना ने बताया, अभियान के दौरान भारी मात्रा में हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई है. ऑपरेशन जारी है. जम्मू-कश्मीर में छिपे हुए आतंकवादियों ने बढ़ाई टेंशन, सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां ​​घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों द्वारा अपनाई गई रणनीति से जूझ रही हैं. यह खतरा उत्तरी कश्मीर और कठुआ जिले में हाल ही में घात लगाकर किये गये हमलों और मुठभेड़ों में स्पष्ट दिख रही है. उसके बाद सुरक्षा एजेंसियां ‘​​हाई अलर्ट’ पर हैं. सोपोर में 18 महीने से छिपे हुए थे विदेशी आतंकवादी सोपोर में 26 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में शामिल विदेशी आतंकवादी 18 महीने से छिपे हुए थे. जून में इसी प्रकार के अभियानों से छिपे हुए नेटवर्क ध्वस्त हो गए, आतंकवादियों की योजनाओं और क्षमताओं का खुलासा हुआ. और सीमा पार से घुसपैठ के अनदेखे उच्च-स्तरीय पहलू भी सामने आए. 26 अप्रैल को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के रावलकोट के दो आतंकवादी मारे गए, जबकि खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी उस्मान लंगड़ा के बारे में कहा जाता है कि वह 19 जून को सोपोर के हादीपोरा में मुठभेड़ में मारा गया.

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Jammu And Kashmir: सेना के जवानों ने कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर आज घुसपैठ की कोशिश नाकाम की. इस दौरान आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान में 3 आतंकवादियों को मार गिराया गया. भारतीय सेना ने बताया, अभियान के दौरान भारी मात्रा में हथियार और अन्य सामग्री बरामद की गई है. ऑपरेशन जारी है.

जम्मू-कश्मीर में छिपे हुए आतंकवादियों ने बढ़ाई टेंशन, सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां ​​घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों द्वारा अपनाई गई रणनीति से जूझ रही हैं. यह खतरा उत्तरी कश्मीर और कठुआ जिले में हाल ही में घात लगाकर किये गये हमलों और मुठभेड़ों में स्पष्ट दिख रही है. उसके बाद सुरक्षा एजेंसियां ‘​​हाई अलर्ट’ पर हैं.

सोपोर में 18 महीने से छिपे हुए थे विदेशी आतंकवादी सोपोर में 26 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में शामिल विदेशी आतंकवादी 18 महीने से छिपे हुए थे. जून में इसी प्रकार के अभियानों से छिपे हुए नेटवर्क ध्वस्त हो गए, आतंकवादियों की योजनाओं और क्षमताओं का खुलासा हुआ. और सीमा पार से घुसपैठ के अनदेखे उच्च-स्तरीय पहलू भी सामने आए. 26 अप्रैल को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के रावलकोट के दो आतंकवादी मारे गए, जबकि खूंखार पाकिस्तानी आतंकवादी उस्मान लंगड़ा के बारे में कहा जाता है कि वह 19 जून को सोपोर के हादीपोरा में मुठभेड़ में मारा गया.