jabalpur:-रिश्वत-लेने-पटवारी-ने-नियुक्त-किया-था-निजी-कर्मचारी,-लोकायुक्त-ने-दबिश-देकर-पकड़ा
प्रतीकात्मक तस्वीर - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us पटवारी ने रिश्वत लेने के निजी कर्मचारी नियुक्त कर रखा था। नामांतरण के प्रकरण में पटवारी के आदेश पर निजी कर्मचारी ने जैसे ही रिश्वत की रकम लेकर रखी, लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त ने पटवारी तथा निजी कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की। लोकायुक्त एसपी संजय साहू के अनुसार ग्राम सिंगोद पनागर निवासी बिशप राम पटैल ने शिकायत की थी कि उसकी बहन का विवाह ग्राम जमुनिया मझगवां निवासी अरविंद पटैल से हुआ था। बहन के पति को 24 अप्रैल 2023 को करंट लग गया था। इसके कारण उसकी मौत हो गई थी। मृत्यु के बाद शासकीय अभिलेख में पति के नाम दर्ज जमीन का नामांतरण करवाने उसकी बहन ने लोक सेवा केंद्र के माध्यम से आवेदन किया था। पटवारी देवीदीन पटेल ने नामांतरण के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। दोनों के बीच 10 हजार रुपये में बात तय हुई थी। शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त में शिकयत कर दी। लोकायुक्त के कहने पर शिकायतकर्ता ने मझगवां स्थित पटवारी कार्यालय में पहुंच रिश्वत की रकम दी तो उसे निजी कर्मचारी शारदा पटैल को देने के लिए कहा। निजी कर्मचारी ने जैसे ही रिश्वत की रकम ली, लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।

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पटवारी ने रिश्वत लेने के निजी कर्मचारी नियुक्त कर रखा था। नामांतरण के प्रकरण में पटवारी के आदेश पर निजी कर्मचारी ने जैसे ही रिश्वत की रकम लेकर रखी, लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त ने पटवारी तथा निजी कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की।

लोकायुक्त एसपी संजय साहू के अनुसार ग्राम सिंगोद पनागर निवासी बिशप राम पटैल ने शिकायत की थी कि उसकी बहन का विवाह ग्राम जमुनिया मझगवां निवासी अरविंद पटैल से हुआ था। बहन के पति को 24 अप्रैल 2023 को करंट लग गया था। इसके कारण उसकी मौत हो गई थी। मृत्यु के बाद शासकीय अभिलेख में पति के नाम दर्ज जमीन का नामांतरण करवाने उसकी बहन ने लोक सेवा केंद्र के माध्यम से आवेदन किया था। पटवारी देवीदीन पटेल ने नामांतरण के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। दोनों के बीच 10 हजार रुपये में बात तय हुई थी। शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त में शिकयत कर दी। लोकायुक्त के कहने पर शिकायतकर्ता ने मझगवां स्थित पटवारी कार्यालय में पहुंच रिश्वत की रकम दी तो उसे निजी कर्मचारी शारदा पटैल को देने के लिए कहा। निजी कर्मचारी ने जैसे ही रिश्वत की रकम ली, लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।

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