सांकेतिक तस्वीर – फोटो : अमर उजाला
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रेलवे मिलेनियम में नाबालिग प्रेमिका के साथ दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद दोनों फरार हो गए थे। हरिद्वार पुलिस ने आरोपी लड़की को घटना के 75 दिन बाद गिरफ्तार किया था। प्रेमिका के गिरफ्तार होने के बाद आरोपी युवक ने भी जबलपुर पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया था।
गौरतलब है कि सिविल लाइन थानांतर्गत मिलेनियम कॉलोनी निवासी रेल कर्मी राजकुमार विश्वकर्मा तथा उसके आठ वर्षीय बेटे की हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद उनकी नाबालिग बेटी तथा पड़ोस में रहने वाला उसका प्रेमी मुकुल सिंह उम्र 20 साल फरार था। पुलिस ने विभिन्न राज्यों में उसकी तलाश करते हुए दबिश दी थी। पुलिस की दबिश के पहले ही दोनों फरार हो जाते थे।
आरोपी नाबालिग लड़की को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। स्थानीय पुलिस लड़की को वापस जबलपुर लेकर आई तो आरोपी प्रेमी ने भी सिविल लाइन थाने में पहुंचकर आत्म समर्पण कर दिया था। आरोपी युवक से पूछताछ के लिए सात दिनों का पुलिस रिमांड न्यायालय से प्राप्त हुआ था। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों ने लगभग दस हजार किलोमीटर का सफर ट्रेन व बस के माध्यम से किया और देश के दस राज्यों में गए थे। इस दौरान उन्होंने मृतक रेलवे कर्मचारी के खाते से सवा लाख रुपये निकाले थे। आरोपी ने बताया था कि हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को उसने बैंगलोर में फेंक दिया था।
सिविल लाइन थाना प्रभारी धीरज राज ने बताया कि आरोपियों की उपस्थिति में घटना का रिक्रियेशन करवाया गया था। हत्या में प्रयुक्त हथियार अभी तक बरामद नहीं कर पाया है। आरोपी का शीघ्र रिमांड लेकर हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामदी के लिए टीम को बैंगलौर भेजा जाएगा। आरोपी नाबालिग प्रेमी को शहडोल स्थित संप्रेषण गृह में रखा गया है। संप्रेषण गृह के उसका व्यवहार सामान्य है।
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