jabalpur:-कबाड़-गोदाम-ब्लास्ट-मामले-में-संचालक-भाइयों-की-भूमिका-संदिग्ध,-दो-घंटे-तक-घायल-को-लेकर-घूमते-रहे
जबलपुर में कबाड़ गोदाम ब्लास्ट मामले में जांच की गई। - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us जबलपुर के अधारताल इंडस्ट्री एरिया में कबाड़खाने में हुए विस्फोट मामले में आरोपी यार्ड संचालक भाइयों की भूमिका पुलिस को संदिग्ध लग रही है। पुलिस ने दोनों आरोपी भाइयों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। दोनो से पूछताछ के लिए पुलिस ने उनका रिमांड प्राप्त किया है। दोनों भाई घायल कर्मचारी को दो घंटे तक लेकर घूमते रहे और घटना के संबंध में पुलिस को सूचित नहीं किया। दो घंटे तक दोनों भाई उपचार के लिए युवक को अस्पताल तक नहीं ले गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाली दुबे के अनुसार ब्लास्ट संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। जिस स्थान पर ब्लास्ट होना बताया जा रहा है, वहां लगा बल्ब तक नहीं टूटा है। आर्मी की कनेटर पेटी में ब्लास्ट आश्चर्यजनक है। पुलिस तथा ओएफके की बीडीएस टीम ने घटनास्थल में जांच की। पुलिस ने कबाड़ गोदाम संचालक कपिल जैन तथा उसके भाई संदीप जैन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए उनका पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है। घटना में राजा चौधरी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना लगभग साढ़े दस बजे की थी और दोनों भाइयों ने पुलिस को सूचित नहीं किया। ब्लास्ट में युवक का दिल बाहर निकल आया था। इसके बावजूद भी दोनों भाई उसे लेकर घूमते रहे और उपचार के लिए अस्पताल नहीं ले गए। बाद में उसकी मौत हो गई। घटना के संबंध में पुलिस को लगभग साढ़े 12 बजे सूचित किया गया। स्क्रैप यार्ड संचालक ने छत्तीसगढ़ के आयन नामक युवक से सेना के कंटेनर पेटी खरीदी थी। कंटेनर पेटी को सही करने के लिए कंप्रेस करने के दौरान घटना बताई जा रही है। पुलिस पूरे प्रकरण को संदिग्ध मानकर जांच कर रही है। सीओडी की विशेषज्ञ टीम ने पहुंचकर की जांच कबाड़ गोदाम में हुए विस्फोट की जांच के लिए जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा सेना की मदद ली गई है। मेजर जयदीप के नेतृत्व में गुरुवार की देर रात पहुंची सीओडी की विशेष टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी प्राप्त की।  पहले भी हो चुका ब्लास्ट गौरतलब है कि 25 अप्रैल को खजरी-खिरिया बायपास स्थित स्थित शमीम कबाड़ी के स्क्रैप यार्ड में हुए विस्फोट में दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट इतना शक्तिशाली था कि दोनों कर्मचारियों की परखच्चे उड़ गए थे। पुलिस ने शिनाख्त के लिए दोनों के सैंपल डीएनए जांच के लिए भेजे थे। पुलिस घटना में जिस भोपा नामक व्यक्ति के मारे जाने का दावा कर रही थी, उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। दूसरे व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पुलिस ने स्क्रैप यार्ड संचालक शमीम कबाड़ी, उसके बेटे तथा मैनेजर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर किया था। स्क्रैप यार्ड में विस्फोट के बाद लगभग तीन हजार सेना में उपयोग होने वाले बमों के छोटे व बड़े खाली खोखे मिले थे। जिसका सेना की मदद से विनष्टीकरण किया गया था। स्क्रैप यार्ड संचालक फरार है और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।

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जबलपुर में कबाड़ गोदाम ब्लास्ट मामले में जांच की गई। – फोटो : सोशल मीडिया

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जबलपुर के अधारताल इंडस्ट्री एरिया में कबाड़खाने में हुए विस्फोट मामले में आरोपी यार्ड संचालक भाइयों की भूमिका पुलिस को संदिग्ध लग रही है। पुलिस ने दोनों आरोपी भाइयों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है। दोनो से पूछताछ के लिए पुलिस ने उनका रिमांड प्राप्त किया है। दोनों भाई घायल कर्मचारी को दो घंटे तक लेकर घूमते रहे और घटना के संबंध में पुलिस को सूचित नहीं किया। दो घंटे तक दोनों भाई उपचार के लिए युवक को अस्पताल तक नहीं ले गए।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाली दुबे के अनुसार ब्लास्ट संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। जिस स्थान पर ब्लास्ट होना बताया जा रहा है, वहां लगा बल्ब तक नहीं टूटा है। आर्मी की कनेटर पेटी में ब्लास्ट आश्चर्यजनक है। पुलिस तथा ओएफके की बीडीएस टीम ने घटनास्थल में जांच की। पुलिस ने कबाड़ गोदाम संचालक कपिल जैन तथा उसके भाई संदीप जैन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए उनका पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।

घटना में राजा चौधरी ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना लगभग साढ़े दस बजे की थी और दोनों भाइयों ने पुलिस को सूचित नहीं किया। ब्लास्ट में युवक का दिल बाहर निकल आया था। इसके बावजूद भी दोनों भाई उसे लेकर घूमते रहे और उपचार के लिए अस्पताल नहीं ले गए। बाद में उसकी मौत हो गई। घटना के संबंध में पुलिस को लगभग साढ़े 12 बजे सूचित किया गया। स्क्रैप यार्ड संचालक ने छत्तीसगढ़ के आयन नामक युवक से सेना के कंटेनर पेटी खरीदी थी। कंटेनर पेटी को सही करने के लिए कंप्रेस करने के दौरान घटना बताई जा रही है। पुलिस पूरे प्रकरण को संदिग्ध मानकर जांच कर रही है।

सीओडी की विशेषज्ञ टीम ने पहुंचकर की जांच
कबाड़ गोदाम में हुए विस्फोट की जांच के लिए जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा सेना की मदद ली गई है। मेजर जयदीप के नेतृत्व में गुरुवार की देर रात पहुंची सीओडी की विशेष टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी प्राप्त की। 

पहले भी हो चुका ब्लास्ट
गौरतलब है कि 25 अप्रैल को खजरी-खिरिया बायपास स्थित स्थित शमीम कबाड़ी के स्क्रैप यार्ड में हुए विस्फोट में दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी। ब्लास्ट इतना शक्तिशाली था कि दोनों कर्मचारियों की परखच्चे उड़ गए थे। पुलिस ने शिनाख्त के लिए दोनों के सैंपल डीएनए जांच के लिए भेजे थे। पुलिस घटना में जिस भोपा नामक व्यक्ति के मारे जाने का दावा कर रही थी, उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। दूसरे व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पुलिस ने स्क्रैप यार्ड संचालक शमीम कबाड़ी, उसके बेटे तथा मैनेजर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर किया था। स्क्रैप यार्ड में विस्फोट के बाद लगभग तीन हजार सेना में उपयोग होने वाले बमों के छोटे व बड़े खाली खोखे मिले थे। जिसका सेना की मदद से विनष्टीकरण किया गया था। स्क्रैप यार्ड संचालक फरार है और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।

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